मुसलमानों से सरकार के खिलाफ मुहिम करने की अपील कर रहे शख्स का ये वीडियो किसान आंदोलन का नहीं, दावा फर्जी है…

False Political

किसान आंदोलन के बीच सोशल मीड़िया पर लाल पगड़ी पहना एक शख्स का वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें वो मुसलमानों से सरकार के खिलाफ मुहिम चलाने की अपील कर रहा है। वायरल वीडियो में व्यक्ति कह रहा है कि मुसलमान डर के कारण अपने घरों से निकलने को राजी नहीं होते, लेकिन आज वो सड़कों पर उतर आए हैं। हम इस तानाशाह सरकार को बता कर रहेंगे कि अगर सिख और मुसलमान एक साथ हो गए तो आप उन्हें रोक नहीं पाओगे। 

वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि हाल ही में चल रहे किसान आंदोलन में किसानों के भेष में मुसलमान भी शामिल हुए।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- दिल की बात मुँह पर आ गई अब्दुल के सुन लीजिए ध्यान से पगड़ी वाले अब्दुल को, ये है किसान आंदोलन ?

फेसबुकआर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें न्यूज़ एमएक्स टीवी नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 16 दिसंबर 2019 में अपलोड किया गया था। इससे ये स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो का अभी चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। 

प्रकाशित जानकारी के अनुसार ये वीडियो जंतर मंतर का है। वीडियो में  दिख रहे लाल पगड़ी वाले शख्स का नाम डीएस बिन्द्रा है। उनकी मांग ये थी कि जब तक नागरिकता संशोधन बिल  वापस नहीं लिया जाता, तब तक वो सड़कों से नहीं हटेंगे। 

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। परिणाम में हमें वायरल वीडियो से मिलता जुलता अन्य कई वीडियो मिले। जिसे 2019 किसान आंदोलन में शेयर किया गया था। 

जांच में आगे हमें पता चला कि डी एस बिन्द्रा पेशे से वकील हैं। साथ ही वो अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन मुस्लिमीन पार्टी के नेता रह चुके हैं। 2019 में दिल्ली के शाहीन बाग में CAA-NRC के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों को अपना एक फ्लैट भी बेच कर  लंगर खिलाया था। 

इसके अलावा हमने डी एस बिन्द्रा के फेसबुक पेज को भी खंगाला, जिसमें 2019 में उन्होंने वायरल वीडियो वाले भाषण का एक अलग एंगल से बना वीडियो  शेयर किया था। निम्न में वीडियो देखें। 

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो साल 2019 में जंतर मंतर पर नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हुए आंदोलन का है। वीडियो का हाल ही में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। 

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Title:मुसलमानों से सरकार के खिलाफ मुहिम करने की अपील कर रहे शख्स का ये वीडियो किसान आंदोलन का नहीं, दावा फर्जी है…

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: False