अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन का वीडियो, अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले के विरोध में ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन के दावे से वायरल…

International Misleading

अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले के विरोध में ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन का नहीं, बल्कि लॉस एंजेलिस में अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के विरोध में हुए प्रदर्शन का वीडियो है।

अभी हाल ही में 13 जून 2025 को, इज़राइल ने कोडनेम ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के तहत ईरान में एक दर्जन से ज़्यादा ठिकानों पर हमले किए, जिसका मकसद ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकना था। हमले से कथित तौर पर प्रमुख परमाणु सुविधाओं और सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे ईरान के कई शीर्ष सैन्य नेता मारे गए। जवाबी कार्रवाई में, ईरान ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3 के नाम से इज़राइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन की श्रृंखला लॉन्च कर दी। 

फिर 22 जून 2025 की सुबह, अमेरिका ने ऑपरेशन मिडनाइट हैमर के तहत ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमले किए। लेकिन ईरान पर अमेरिका के इसी हमले के बाद अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप का जम कर विरोध किया। इसी घटनाक्रम में इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल किया गया, जिसमें एक पुल पर भीड़ नीचे खड़ी पुलिस की गाड़ियों पर पत्थर फेंकती है, जिससे उनकी खिड़कियाँ टूट जाती हैं। यह वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ईरान पर हमले के कारण डोनाल्ड ट्रम्प को अमेरिका में कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण लोग पुलिस की गाड़ियों को भी नष्ट कर रहे हैं। पोस्ट के साथ कैप्शन इस प्रकार है…

ईरान पर हमले के बाद ट्रंप का इतना विरोध हो रहा है कि वहां की जनता पुलिस की गाड़ियों में तोड़ फोड़ मचा रही है। जनता के विद्रोह को देखकर ऐसा लगता है कि ट्रंप का आखिरी वक़्त जल्दी ही आने वाला है।

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि

 हमने जांच की शुरुआत में यह देखा कि वायरल वीडियो में @caughtla नाम से एक वॉटरमार्क दिख रहा है। जांच करने पर यह पता चला कि ये एक इंस्टा हैंडल का है और लॉस एंजेलिस के किसी पत्रकार का है। इसी अकाउंट से वायरल वीडियो को इस साल 9 जून को शेयर किया गया था। इतनी बात तो यहीं साफ हो जाती है कि इस वीडियो का ईरान पर हुए हमले से संबंध नहीं है, क्योंकि अमेरिका ने ईरान के परमाणू ठिकानों पर 22 जून को हमला किया था। लेकिन, ये वीडियो हमले के पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है। वहीं @caughtla के पोस्ट में लिखा गया था  कि ये वीडियो लॉस एंजेलिस का है, जहां पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की थी।

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मिली जानकारी की मदद से आगे बढ़ते हुए कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें 9 जून को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। 

पता चला कि वायरल वीडियो लॉस एंजेलिस में जून की शुरूआत में अवैध प्रवासियों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन से संबंधित हैं।

हमें मिली बीबीसी की खबर के अनुसार, लॉस एंजेलिस में ट्रंप की निर्वासन नीति के तहत अवैध प्रवासियों के खिलाफ छापेमारी हुई थी। इस छापेमारी के विरोध में वहां 8 जून, 2025 को हिंसक झड़प की शुरुआत हुई। इसमें लोगों ने खूब आगजनी की और स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। इस प्रदर्शन के लिए ट्रंप ने 2,100 नेशनल गार्ड तैनात कर दिए थे। यह प्रदर्शन लॉस एंजेलिस ही नहीं बल्कि अमेरिका के और भी कई शहरों में हुए थे।

इसलिए हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो इसी विरोध प्रदर्शन का है। इसका ईरान पर हुए हमले से कोई संबंध नहीं है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। यह वीडियो ईरान पर अमेरिका के हमला करने की वजह से अमेरिका में ट्रंप के भारी विरोध का नहीं है। वीडियो लॉस एंजेलिस में अवैध प्रवासियों पर हुई कार्रवाई के विरोध में लोगों के प्रदर्शन का है और ईरान-इजरायल के तनाव से पहले का है। 

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Title:अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन का वीडियो, अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले के विरोध में ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन के दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha  

Result: Misleading

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