बांग्लादेश के सफाई कर्मचारी की फोटो भारत का बता कर गलत दावे से वायरल….

False International

सीवर टैंक में घुसकर सफाई करते शख्स की यह तस्वीर भारत नहीं बल्कि बांग्लादेश की है।

अभी हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के हालिया आँकड़ों के अनुसार, भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए बाज़ार विनिमय दरों (MER) के आधार पर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा प्राप्त करने वाला देश बन गया है। भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए इस स्थिति को हासिल किया है। इस वक़्त भारत का सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी (GDP) 4.187 ट्रिलियन डॉलर है, जो 2,934 डॉलर की प्रति व्यक्ति जीडीपी के साथ है। इसी बीच इंटरनेट पर एक तस्वीर को काफी वायरल कर दिया गया है, जिसमें एक आदमी बिना किसी सेफ्टी के सीवर टैंक की सफाई करता हुआ दिखाई दे रहा है। यह तस्वीर शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि ये उसी भारत की तस्वीर है जो अभी विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा पाने वाला देश बना है। वहीं पोस्ट शेयर करते हुए तंज कसा जा रहा है…

दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत जापान को छोड़ा पीछे हमसे आगे बस 3 देश,

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वायरल तस्वीर को गूगल लेंस से सर्च किया। परिणाम में हमें यह तस्वीर 3 मई 2017 को “द गार्जियन” की तरफ से प्रकाशित किये गए आर्टिकल में मिली। आर्टिकल में दी गई जानकारी के अनुसार इस तस्वीर को बांग्लादेश के ढाका का बताया गया है। तस्वीर को खींचने का क्रेडिट ज़ाकिर चौधरी को दिया गया था।

इसके बाद हमें 3 मई 2017 को  डेली मेल की तरफ से एक रिपोर्ट प्रकाशित मिली, जिसमें इसी वायरल तस्वीर को पोस्ट किया गया था। बताया गया है कि किस प्रकार से बांग्लादेश में सीवर की सफाई के लिए गंदगी में उतरना पड़ता है। जबकि रिपोर्ट में लिखा है कि,”यह व्यक्ति बांग्लादेश के ढाका सिटी कॉरपोरेशन का कर्मचारी है जो बिना किसी सुरक्षा उपकरण के शहर की सीवर लाइनों की सफाई के लिए सीवर को खोलता है। कर्मी को जमीन के नीचे खुदाई करने के लिए केवल एक लंबी छड़ी की मदद लेनी पड़ती है, और सीवेज से निकलने वाले जहरीले धुएं से बचने के लिए उनके पास कोई भी मास्क नहीं होता है।“

इसी जानकरी के साथ हमें यहीं वायरल तस्वीर अमर उजाला की रिपोर्ट में भी मिली जिसे 6 मई 2017 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में बांग्लादेश में मैनहोल में काम करने वाले कर्मचारियों की मौतों में तेजी से मामले और इसके बावजूद सफाई कर्मचारियों को किसी भी तरह की सुरक्षा प्रदान नहीं किए जाने का जिक्र किया गया है।

वायरल तस्वीर के साथ प्रकाशित अंतराष्ट्रीय रिपोर्ट्स को यहाँ, यहाँ, यहाँ और यहाँ पर भी देख सकते हैं।

भारत में 1993 से ही इस प्रथा पर लगी है रोक 

गौरतलब है कि भारत में 1993 से ही मैनुअल स्कैवेंजिंग यानी हाथ से सीवर व सेप्टिक टैंकों की सफाई करने पर रोक लगी हुई है। साथ ही, इस मामले को लेकर और ज्यादा सख्ती के लिए “मैनुअल स्कैवेंजिंग एक्ट 2013” लाया गया जिसके नियमों के अनुसार कोई भी एजेंसी या व्यक्ति इस तरह के कामों के लिए किसी इंसान का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। इसके बावजूद देश में मैनुअल स्कैवेंजिंग के मामले सामने आते हैं। लोकसभा में एक सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि 31 जुलाई, 2024 तक देश के 766 में से 732 जिले मैनुअल स्कैवेंजिंग-मुक्त हो चुके हैं।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से पता चलता है कि सीवर टैंक में घुसकर सफाई करते शख्स की वायरल तस्वीर भारत की नहीं बांग्लादेश की है। 

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Title:बांग्लादेश के सफाई कर्मचारी की फोटो भारत का बता कर गलत दावे से वायरल….

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: False

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