नासिक में डॉक्टर पर हुए हमले में नहीं है सांप्रदायिक एंगल, पोस्ट भ्रामक दावे के साथ वायरल….

Communal False

सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति सोफे पर बैठे एक शख्स पर धारदार हथियार से हमला करता दिखाई दे रहा है।  इस फुटेज को शेयर करते हुए  दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के नासिक में मुस्लिम व्यक्ति ने डॉक्टर कैलाश राठी पर हमला कर दिया, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। 

वायरल पोस्ट के साथ यूजर ने लिखा है- दिल थाम कर देखिए आज का सबसे ज्यादा दिल दहलाने वाला वीडियो। महाराष्ट्र, नासिक के सुयोग हास्पिटल में जेहादी हमलावर ने आईसीयू के अन्दर घुसकर डा• कैलाश राठी पर धारदार हथियार से प्रहार किया, 30 सेकेन्ड में अन्धाधुन्ध किये गए कई प्रहारों के कारण डा• कैलाश राठी कि घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई!!

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में अलग अलग की-वर्ड के साथ सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो की खबर इंडिया टीवी की वेबसाइट पर मिली। प्रकाशित खबर के अनुसार आरोपी का नाम राजेंद्र मोरे है।

 डॉक्टर और आरोपी के बीच करीब दो साल से जमीन के सौदे में बचे पैसे को लेकर विवाद चल रहा था। पंचवटी पुलिस थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। इस दौरान हमें 25 फ़रवरी 2024 को दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली।  इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो भी मौजूद है।

रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 23 फ़रवरी रात 9 बजे नासिक स्थित पंचवटी के सुयोग अस्पताल की है, जहां राजेंद्र मोरे नाम के एक व्यक्ति ने घटना में घायल डॉक्टर कैलाश राठी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया था।  दोनों के बीच एक जमीन के सौदे को लेकर विवाद चल रहा था। 

घटना वाली रात को करीब 9:30 बजे राजेंद्र मोरे डॉ राठी के दिंडोरी नाका स्थित क्लिनिक में आया और डॉक्टर के केबिन में घुसा।  डॉक्टर किसी से फोन पर बात कर रहे थे, तभी मोरे ने धारदार हथियार से करीब 16-17 बार हमला किया।  इसके बाद अस्पताल के एक स्टाफ के वहां आने पर वह वहां से भाग गया।  फिर उस स्टाफ ने पुलिस को इसकी सूचना दी और डॉक्टर राठी को पंचवटी के ही एक अस्पताल में ले जाया गया।  घटना में एफआईआर दर्ज होने के बाद 24 फ़रवरी को पुलिस ने राजेंद्र मोरे को गिरफ्तार कर लिया था। 

फ़िलहाल डॉक्टर की हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है.

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार आरोपी की पत्नी अस्पताल में काम करती थी। उस पर पांच लाख रुपये के गबन का आरोप था जिसके बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया था।  नाशिक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रिपोर्ट में बताया कि आरोपी की पत्नी ने प्रॉपर्टी डील को लेकर डॉक्टर से कुछ पैसे लिए थे।  इसी को लेकर दोनों में विवाद हुआ था।  

स्पष्टीकरण के लिए पंचवटी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ थाना प्रभारी मधुकर कड से बात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि वायरल दावा फर्जी है। इस घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। आरोपी राजेंद्र मुस्लिम नहीं है। आरोपी का नाम राजेंद्र चंद्रकांत मोरे है। उसका और डॉक्टर का प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, नासिक की इस घटना का आरोपी राजेंद्र मोरे  है। आरोपी राजेंद्र मुस्लिम नहीं है। इसे सांप्रदायिक एंगल के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। 

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Title:नासिक में डॉक्टर पर हुए हमले में नहीं है सांप्रदायिक एंगल, पोस्ट भ्रामक दावे के साथ वायरल….

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: False