
सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति को क्रेन से लटकाए जाने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो 48 सेकेंड का है, जिसमें वर्दीधारियों की मौजूदगी में एक शख्स को क्रेन से लटकाया जाता है। फिर उसके नीचे से मौजूद स्टूल खींच दी जाती है और वह शख्स तड़पने लगता है।वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ईरान में मोसाद एजेंट का आरोप लगाकर यहूदियों को सरेआम फांसी पर लटकाया जा रहा है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- युद्ध समाप्त होने के बाद, ईरानी इस्लामिक शासन ने 700 से ज्यादा यहूदी ईरानियों को गिरफ्तार किया है, जो ईरान की संपूर्ण यहूदी आबादी का दसवां हिस्सा है। उन्हें झूठा आरोप लगाया जा रहा है कि वे ‘मोसाद एजेंट’ हैं और उन्हें क्रेन पर सरेआम लटकाया जा रहा है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो हमें एक एक्स हैंडल पर मिला। वीडियो को 29 जून को अपलोड किया गया है। वहीं पोस्ट के कमेंट में इस वीडियो को किसी ने फिल्म की शूटिंग का बताया है।
अधिक सर्च करने पर हमें Alireza Donyadide के नाम से बना यूट्यूब अकाउंट मिला। 16 अप्रैल 2024 को अपलोड इस वीडियो में वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद है। वीडियो के साथ मौजूद टाइटल में लिखा हुआ था, “एक्टर को लटकाये जाने के बैकस्टेज का दृश्य”।
यहां वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर हमने पाया कि फांसी लगने और तड़पने के बाद भी वह व्यक्ति सामान्य रूप से बोलता है और पीछे से कुछ निर्देश आने पर वह अचेत होने की एक्टिंग करता है। इससे यह स्पष्ट हो रहा था कि यह वीडियो नाटकीय है।
जांच में हमें यह वीडियो 17 जनवरी 2025 को एक इंस्टाग्राम अकाउंट से अपलोड किया गया मिला। इस वीडियो के साथ मौजूद पर्शियन कैप्शन में इसे “बी बदन” नामक एक फिल्म की शूटिंग का बताया गया था।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के हमने पाया कि , ईरान में यहूदियों को सरेआम फांसी पर लटकाए जाने के दावे से वायरल हो रहा यह वीडियो, असल में एक फिल्म की शूटिंग का दृश्य है।

Title:ईरान में यहूदियों को सरेआम फांसी पर लटकाए जाने के दावे से वायरल वीडियो असल में फिल्म की शूटिंग का है…
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
