बांग्लादेश में आवामी लीग की महिला कार्यकर्ता के साथ बदसलूकी का वीडियो झूठे रेप और सांप्रदायिक दावे से वायरल…

International Misleading

वीडियो में दिख रही महिला का नाम कोहिनूर अख्तर है, जो बांग्लादेश की राजनीतिक पार्टी आवामी लीग से जुड़ी हैं। यह हिंदू महिला नहीं है।

सोशल मीडिया पर मन को विचलित कर देने वाला करीब 18 सेकेंड का एक वीडियो वायरल है, जिसमें हरे रंग की वर्दी पहनी कुछ महिलाएं सफ़ेद रंग के कपड़े पहने एक लहूलुहान महिला को भीड़ से बचाकर ले जाती हुई दिखाई दे रही हैं। वहीं वीडियो में कुछ लोग उस महिला के वीडियो को फ़ोन के कैमरे से रिकॉर्ड करते देखे जा सकते हैं। महिला थोड़ी बदहवास सी चलती हुई दिखाई  देती है। सोशल मीडिया यूज़र्स वीडियो को इस दावे से शेयर कर रहे हैं कि ये बांग्लादेश का वीडियो है जहां पर मुसलमानों ने इस हिंदू महिला के घर पर कब्ज़ा किया और उसका रेप भी किया। गौरतलब है कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलटने के बाद अंतरिम सरकार का गठन हुए तीन महीने हो चुके हैं लेकिन वहां हिंसा अब भी नहीं रुक रही है। ऐसे में इसी संदर्भ से जोड़ कर वायरल वीडियो शेयर किया जा रहा है।वहीं पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि…       

बांग्लादेश में हिंदुओं की जो हालत हैं , वही कल भारत में भी हो सकती हैं बंग्लादेश में इस हिंदू महिला के मकान में मुस्लिम किरायेदार रह रहें थे। कल किराएदार ने अपने मुसलमान साथियों को बुलाया , 35 मुस्लिमों ने इस महिला के साथ रेप किया और इस हिंदू महिला के घर पर कब्ज़ा कर लिया। #SaveHinduDaughters #SaveHindus #SaveHindusInBangladesh

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया। ऐसा करने से हमें 11 नवंबर 2024 में एक यूट्यूब अकाउंट से अपलोड किया गया हुआ यहीं वीडियो मिला। इसके साथ कैप्शन में लिखा था कि, बांग्लादेश कृषक लीग की राष्ट्रीय समिति की सदस्य कोहिनूर बेगम पर हुए बर्बर हमले की कड़ी निंदा करता हूं।“ 

फिर हमें डायरी ऑफ़ कृषक लीग नाम से बने एक फेसबुक अकाउंट पर 12 नवंबर में यहीं वायरल वीडियो अपलोड किया हुआ मिला। यहां भी कैप्शन (अनुवाद करने पर) में लिखा था, “बांग्लादेश कृषक लीग की केंद्रीय राष्ट्रीय समिति की सदस्य और पटुआखली जिला कृषक लीग की सदस्य कोहिनूर आपा पर 10 नवंबर 2024 को शहीद नूर हुसैन दिवस पर हुए हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं।”

हमारे द्वारा थोड़ा और सर्च करने पर हमें मेहदी हसन नाम के एक फेसबुक अकाउंट पर दो तस्वीर वाली एक कोलाज में मिली। इसमें से एक फोटो में वायरल वीडियो वाली महिला नजर आ रही है जबकि दूसरी तस्वीर एक घायल आदमी की तस्वीर है। जबकि इस पोस्ट को शेयर करते हुए यहां भी लिखा गया है कि  बांग्लादेश कृषक लीग केंद्रीय कमेटी के सदस्य ‘कोहिनूर आपा’और ‘राशिद भाई’ पर हुए हमले और गिरफ्तारी की निंदा करते हैं और उनकी रिहाई की मांग करते हैं।

चूंकि हमें वायरल वीडियो में दिख रही महिला बांग्लादेश कृषक लीग केंद्रीय कमेटी की मेंबर कोहिनूर के नाम से मिली। इसलिए हमने इस महिला के बारे के बारे में और पता लगाया। इस दौरान हमें Kahinur Akhter नाम से एक फेसबुक अकाउंट मिला, जिसे स्कैन करने पर हमें दो तस्वीर मिली। तस्वीर में महिला को उसके गले में आईडी कार्ड पहने देखा जा सकता है। साथ ही बांग्लादेश कृषक लीग का बैच पहना हुआ देखा जा सकता है। कोहिनूर ने 2 अगस्त को ये तस्वीरें शेयर की थीं।

जबकि फेसबुक अकाउंट पर बायो में महिला ने खुद को ढाका दक्षिण की वारी ब्रांच के छात्र लीग का पूर्व संयुक्त सचिव बताया है।

अंत में हमने कोहिनूर अख्तर से जुड़ी उन मीडिया रिपोर्ट्स को भी खंगाला जो वायरल दावे से सम्बंधित हो, लेकिन हमें ऐसे किसी भी रिपोर्ट्स को नहीं देख पाए जिनमें रेप जैसी संवेदनशील घटना या साम्प्रदायिकता से जोड़ कर किसी भी अप्रिय घटना का जिक्र हो।

हालांकि हमें द डेली स्टार की वेबसाइट पर 11 नवंबर 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। जिसमें यह बताया गया था कि 10 नवंबर 2024 को आवामी लीग के वर्करों ने राजधानी ढाका के गुलिस्तान इलाके में प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। लेकिन बीएनपी और जमात के विरोध के कारण वे लोग प्रदर्शन नहीं कर पाए। रिपोर्ट में यह भी था कि प्रदर्शनकारियों ने दो महिलाओं को अवामी लीग से जुड़े होने के संदेह में पीटा था , लेकिन उन दो महिलाओं के नामों का उल्लेख नहीं किया गया था। 

फिर हमें बीबीसी बांग्ला और बांग्ला न्यूज 24 की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट प्रकाशित मिली जो 10 नवंबर की थी। इनके अनुसार अवामी लीग ने 10 नवंबर को नूर हुसैन दिवस पर मौजूदा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था।

इसलिए हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो में दिख रही घटना का संबंध हिंदू महिला के साथ मुसलमानों द्वारा रेप से नहीं है। वीडियो में दिख रही महिला का नाम महिला का कोहिनूर अख्तर है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि बांग्लादेश में आवामी लीग की महिला कार्यकर्ता से बदसलूकी के वीडियो को फेक सांप्रदायिक दावे से शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो का संबंध बांग्लादेश में हिंदू महिला के साथ मुसलमानों द्वारा रेप जैसी घटना से भी नहीं है।

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Title:बांग्लादेश में आवामी लीग की महिला कार्यकर्ता के साथ बदसलूकी का वीडियो झूठे रेप और सांप्रदायिक दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: Misleading