
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ द्वारा एक व्यक्ति पर क्रूरतापूर्वक हमला किया जा रहा है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान के सरगोधा में तिलक लगाने की वजह से एक हिंदू व्यक्ति पर भीड़ द्वारा हमला किया गया।
वायरल पोस्ट के साथ यूजर ने लिखा है- समाचार पाकिस्तान से, सरगोधा पाकिस्तान एक हिंदू मंदिर से वापस आ रहा था कसूर सिर्फ इतना था माथे पर उसने गलती से “तिलक” लगा लिया शांति दूतो ने उसे पीट पीट कर मार डाला । काफिर हिंदू….
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें ‘फ्री प्रेस जर्नल’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। यहां पर वीडियो 26 मई 2024 को अपलोड किया गया है।
प्रकाशित खबर के शीर्षक में लिखा है- पाकिस्तान में उत्पीड़न- ईसाईयों को निशाना बनाया गया, व्यक्ति लिंचिंग से बाल-बाल बचा, घर और चर्च में तोड़फोड़ की गई।
खबर के अनुसार पाकिस्तान के सरगोधा में एक ईसाई व्यक्ति ईशनिंदा के आरोप में हिंसक भीड़ द्वारा लिंचिंग से बाल-बाल बच गया। भीड़ ने उसके जूते की दुकान में तोड़फोड़ की और उनकी कॉलोनी में स्थित एक चर्च को निशाना बनाया।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की । परिणाम में हमें ये खबर यहां, यहां और यहां पर मिली। प्रकाशित खबरों में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को इस्तेमाल किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार 25 मई 2024 को ईशनिंदा के संदेह में पाकिस्तान के सरगोधा शहर में कट्टरपंथी इस्लामवादियों की भीड़ ने एक ईसाई व्यक्ति की पिटाई की और उसके घर और कारखाने को आग लगा दी।
यह घटना लाहौर से लगभग 200 किलोमीटर दूर पंजाब के सरगोधा जिले के मुजाहिद कॉलोनी में हुई।
वहीं ‘इंडिया टीवी’(आर्काइव) में प्रकाशित खबर के अनुसार वीडियो में पीट रहा शख्स जूता फैक्ट्री के मालिक नजीर गिल मसीह है। वो ईसाई है। नजीर पर मुजाहिद कॉलोनी में कुरान के पन्ने जलाने का आरोप है। इसको लेकर कट्टरपंथी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में 400 से अधिक लोगों की भीड़ ने उन पर हमला किया।
जांच में आगे हमें पंजाब पुलिस (आर्काइव) के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट मिला। जिसमें वायरल वीडियो को लेकर जानकारी दी गई है । पुलिस ने जानकारी दी है कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, गुस्साए लोगों द्वारा किए गए पथराव में 10 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और युवा भी घायल हुए। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वहां पुलिस तैनात की गई है।
सरगोधा में जिला शांति समिति के सदस्यों और ईसाई समुदाय ने पुलिस के साथ मिलकर समझदारी और शांति का माहौल बहाल करने में प्रभावी भूमिका निभाई।
एक ईसाई व्यक्ति पर भीड़ द्वारा किये गए हमले से संबंधित अतिरिक्त समाचार रिपोर्टों को यहां, यहां और यहां पर देख सकते हैं। प्रकाशित खबरों से ये स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो पाकिस्तान के सरगोधा में ईशनिंदा के आरोप में एक ईसाई व्यक्ति पर भीड़ के हमले का है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, पाकिस्तान के सरगोधा में तिलक लगाने पर एक हिंदू व्यक्ति पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने का दावा फर्जी है। वीडियो पाकिस्तान के सरगोधा में ईशनिंदा के आरोप में एक ईसाई व्यक्ति पर भीड़ द्वारा किए गए हमले का है।

Title:पाकिस्तान में तिलक लगाने पर एक हिंदू व्यक्ति पर भीड़ द्वारा हमला करने का दावा फर्जी….
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading
