बुलंदशहर पुलिस एसएसपी शलोक कुमार ने स्पष्ट किया कि मोहम्मद शफ़ीक़ नाम का कोई शख्स इस घटना में शामिल नहीं है,और ना ही ये ब्लास्ट किसके घर में हुआ है। घटना में आतंकी गतिविधी होने की खबर झूठी है। आरोपी का नाम राजकुमार है।

यूपी के बुलंदशहर इलाके में हाल ही में एक घर में विस्फोट होने का मामला सामने आया है। इसका एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। वीडियो को लेकर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह बुलंदशहर में मस्जिद के पास रहने वाले मोहम्मद शफ़ीक़ के घर में ब्लास्ट का है। साथ ही दावा किया जा रहा है कि मोहम्मद शफ़ीक़ अपने घर पर केमिकल का इस्तेमाल कर रहा था, जिसके बाद यह हादसा हुआ है।

वायरल पोस्ट के साथ यूजर्स ने लिखा है- यूपी के #बुलंदशहर जबरदस्त ब्लास्ट, 4 की मौत मस्जिद के पास रहने वाले #मोहम्मद शफ़ीक़ के घर मे हुआ ब्लास्ट,घर से केमिकल से भरे ड्रम बरामद। आस-पास के मकान भी जमींदोज , मृतकों के शरीर के चिथड़े दूर-दूर तक बिखरे,दो किलोमीटर दूर तक सुनाई दी धमाके की आवाज।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल में हमने सबसे पहले वायरल वीडियो की तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें वायरल वीडियो इंडिया टीवी न्यूज में प्रकाशित मिला। 31 मार्च को प्रकाशित इस खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में यह हादसा हुआ था।

यह धमाका एक केमिकल फैक्ट्री में हुआ, जिसमें चार लोगों की जान चली गई।

नवभारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक पुलिस ने बताया कि कोतवाली नगर के नया गांव में एक खेत में मकान बना था, जिसमें सिलेंडर धमाका होने की सूचना मिली थी।

अधिक जानकारी के लिए गूगल सर्च करने पर हमें बुलंदशहर पुलिस का एक ट्वीट मिला। 31 मार्च को किए गए इस ट्वीट में पुलिस ने घटना को लेकर अपडेट दिया है।

पुलिस के मुताबिक ब्लास्ट वाली केमिकल फैक्ट्री सप्लाई के ऑथराइजड डीलर की थी। ब्लास्ट के बाद केमिकल डीलर राजकुमार फरार है। पुलिस ने राजकुमार के भाई प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल पर मिले अमेजन के रैपर पर लिखे जीएसटी नम्बर से फैक्ट्री के मालिक की पहचान हुई है। राजकुमार की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की टीम जगह-जगह छापेमारी कर रही थी।

वहीं आगे की अपडेट जानने के लिए हमने गूगल सर्च किया तो हमें न्यूज 18 यूपी उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में प्रकाशित खबर मिली। जिसके मुताबिक पुलिस ने 2 अप्रैल को फैक्ट्री के मालिक राजकुमार समेत तीन लोगों को गिपफ्तार किया है।

फैक्टरी मालिक राजकुमार की गिरफ्तारी के बाद उसने बताया कि कुछ महीने पहले ही उसने इंटरनेट पर पेंट-पॉलिश बनाने का तरीका सीखा था। पूरे माल की जनपद व गैरजनपदों में सप्लाई का जिम्मा उसके भाई विनोद का था। जिस मकान में विस्फोट हुआ उसे करीब तीन माह पहले सतीश से किराये पर लिया था। तभी से वहां काम शुरू कर दिया था। भाई विनोद, भाई की पत्नी बबीता, मामा नौबतराम और सेंगा जगतपुर निवासी युवक अभिषेक फैक्टरी में काम करते थे। चंद्रपाल वहां गार्ड था।

विस्फोट के बाद राजकुमार घटनास्थल पर भी गया लेकिन डर के अपने साथी प्रशांत के साथ दिल्ली भाग गया।

वहीं पुलिस ने राजकुमार का एक अन्य गोदाम शनिवार को चार यार रोड पर पकड़कर सील किया था। राजकुमार ने बताया कि उस गोदाम को उसके साथी प्रशांत ने दिलाया था। हादसे के बाद भी प्रशांत उसके साथ ही था।

फैक्ट्री में विस्फोट की वजह….

2 अप्रैल को बुलंदशहर पुलिस द्वारा किए गए एक ट्वीट के अनुसार फैक्ट्री में क्लियर लॉकर नामक पदार्थ,वाटरप्रूफ पेंट और सामान्य पेंट बनाना बताया जाता था। ये काफी ज्वलनशील होते है। राजकुमार से पूछताछ में पता चला कि उसकी भाभी कभी-कभी वहां पर खाना बनाती थी। संभावना है कि एलपीजी सिलेंडर के कारण यह विस्फोट हुआ है।

हमें जो खबर मिली है उसमें कहीं भी घटना में मोहम्मद शफीक नाम के शख्स या फिर मस्जिद शामिल होने की बात नहीं की गई है। ना ही कोई आतंकी गतिविधियों की सूचना दी गई है।

स्पष्टीकरण के लिए हमने बुलंदशहर पुलिस एसएसपी शलोक कुमार से हमने संपर्क किया, जिसमें उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि यह विस्फोट एक अवैध रूप से चलाई जा रही केमिकल फैक्ट्री में हुआ है। यह फैक्ट्री राजकुमार नाम के व्यक्ति द्वारा चलाई जा रही थी। वो वहां पर पेंट की एक फैक्ट्री चलाता था।

इस घटना में 6 लोगों की मौत हुई है, जिसमें से दो मुस्लिम थे। और बाकी हिन्दू समुदाय के थे। राजकुमार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया गया है, और मामले की जांच चल रही है।

यह घटना कोई आतंकी या फिर कोई मुस्लिम समुदाय से नहीं है। साथ ही उन्होंने वायरल पोस्ट को लेकर स्पष्ट किया कि इस घटना में मोहम्मद शफ़ीक़ नाम का कोई शख्स नहीं है। यह ब्लास्ट किसी के घर पर नहीं बल्कि एक गैर कानूनी तौर पर चल रही फैक्ट्री में हुआ है। वायरल खबर पुरी तरह झूठ है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां पर यह ब्लास्ट हुआ है वहां पर आस पास कोई मस्जिद मौजूद नहीं है।

इसके अलावा उन्होंने हमारे साथ घटना की एफआईआर कॉपी साझा की, जिसके मुताबिक राजकुमार और उनके साथियों पर आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 285 (आग या ज्वलनशील पदार्थ के संबंध में लापरवाह आचरण), 265 (झूठे वजन या माप का कपटपूर्ण उपयोग), और 269 (लापरवाही से जीवन के लिए खतरनाक बीमारी का संक्रमण फैलने की संभावना वाला कार्य) जैसे धाराओं के तहत गिरफ्तारी की गई है।

पड़ताल में आगे हमें बुलंदशहर पुलिस का अन्य एक रिप्लाई ट्वीट मिला, जिसमें वो सुदर्शन न्यूज के ट्विटर हैंडल में पोस्ट किया गया वायरल दावे को झूठा बताया है। बुलंदशहर पुलिस ने रिप्लाई में उनसे तथ्यों की पुष्टि किए बिना भ्रामक सूचना का प्रसार नहीं करने का आग्रह किया।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि बुलंदशहर में केमिकल फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के वीडियो के आतंकी गतिविधियों से जोड़ वायरल किया जा रहा है। इस घटना में मोहम्मद शफीक के घर में केमिकल ब्लास्ट होने का दावा झूठा है । ब्लास्ट हुए केमिकल फैक्ट्री का डीलर राजकुमार नाम के व्यक्ति ने लिया था।

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Title:बुलंदशहर की केमिकल फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के वीडियो को आतंकी गतिविधियों के भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False