
३० जुलाई २०१९ Uchhrang Jethwa नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “अमरावती अम्बा देवी मंदिर में पकडे गए आतंकवादी” | ये वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि ये आतंकवादी महाराष्ट्र के अंबादेवी मंदिर से गिरफ्तार किए गए हैं। वीडियो में कई पुलिसकर्मी भी देखे जा सकते हैं जबकि कुछ अन्य लोग घटना को रेकॉर्ड कर रहे हैं | इस विडियो को सोशल मीडिया पर काफ़ी तेजी से फैलाया जा रहा है |
संशोधन से पता चलता है कि..
जांच की शुरुआत हमने इस घटना को गूगल सर्च पर ढूँढ कर की, परिणाम में हमें एक स्थानीय मीडिया संगठन वीसीएन न्यूज़ द्वारा प्रकाशित विडियो मिला जिसमे उन्होंने यह कहा कि यह विडियो अमरावती के अंबा देवी मंदिर के सामने हुए एक मौक ड्रिल का है |
समाचार रिपोर्ट के अनुसार, २७ जुलाई २०१९ की सुबह पुलिस द्वारा पूर्वाभ्यास किया गया था | वीसीएन न्यूज़ से बात करते हुए, एक पुलिस अधिकारी ने सूचित किया कि इस माक ड्रिल में बम का पता लगाने का काम बम निरोधक और निपटान दस्ते (BDDS), आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS), क्विक रिस्पांस टीम (QRT) और स्थानीय पुलिस ने मिलकर किया था | उन्होंने तीन आतंकवादियों को पकड़ने का नाटक कर अभ्यास किया |
इसके पश्चात हमने अमरावती के एसपी दिलीप ज़ल्के के संपर्क किया उन्होंने हमें बताया कि यह विडियो मूल तौर पर एक मौक ड्रिल का है जो अभी हाल ही में अमरावती में किया गया था।
अमरावती के कमिश्नर, संजय बविष्कार व डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर, शेलेश नवल ने भी हमें ये ही जानकारी दी की यह घटना सोशल मीडिया पर गलत दावें के साथ वायरल की जा रही है, असल में यह विडियो एक मौक ड्रिल यानी अगर आपातकाल स्थिति में आतंकवादी हमला होता है तो यह विडियो उसी के अभ्यास का है | उन्होंने यह भी पुष्टि की कि यह अभ्यास २७ जुलाई २०१९ को किया गया था |
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है क्योंकि महाराष्ट्र के अमरावती अंबादेवी मंदिर में मॉक ड्रिल का एक वीडियो को गलत दावें के साथ वायरल किया जा रहा है |

Title:अंबादेवी मंदिर, महाराष्ट्र के मॉक ड्रिल का वीडियो आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के रूप में फैलाया जा गया है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
