जांच में सामने आया कि वायरल क्लिप को धीमा करके बदल दिया गया था, जबकि असली वीडियो में उनकी आवाज़ और बर्ताव सामान्य है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद से राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है और इसी बीच सोशल मीडिया पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि तेजस्वी यादव नशे की हालत में प्रेस से बातचीत कर रहे थे। कई यूजर्स इस वीडियो को साझा कर इसे तेजस्वी यादव के कथित नशे में दिए गए बयान का सबूत बताने की कोशिश कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्टों में फेसबुक यूज़र वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन लिखा है की “कौन कमबख्त बर्दाश्त करने को पीता है, हम तो पीते हैं कि यहां पर बैठ सकें, तुम्हें देख सके, तुम्हें बर्दाश्त कर सकें। देवदास तेजस्वी यादव का राहुल गांधी को संदेश”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में सबसे पहले वीडियो के बारे में सही जानकारी पाने के लिए गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। इस प्रक्रिया में हमें वही मूल वीडियो ‘रिपब्लिक भारत’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे 11 जून 2024 को अपलोड किया गया था। मूल वीडियो के 0:30 से 1:00 मिनट तक का हिस्सा ठीक वही है,जिसे एडिट कर स्लो मोशन में बदलकर वायरल किया जा रहा है।
असली वीडियो देखने पर साफ पता चलता है कि तेजस्वी यादव की आवाज पूरी तरह सामान्य है, न गति धीमी है और न ही बोलने का ढंग असामान्य। वहीं वायरल वीडियो में एडिटिंग के कारण आवाज लड़खड़ाती हुई और अप्राकृतिक लग रही है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह नशे की हालत में बोल रहे हैं। यह वीडियो की गति कम करने का परिणाम है।इस वीडियो के विवरण में लिखा गया है कि “आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आता है, वे 17 महीने पांच विभाग लेकर भी झुंझूना ही बजाते रहें। जब हटे तो नीतीश कुमार ने रोजगार दिया तब वे कहने लगे हमने रोजगार दिया है। इसलिए राज्य की जनता ने उन्हें झुंझूना थमा दिया है। बता दें कि विभागों के बंटवारे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की वजह से आप (नरेंद्र मोदी) प्रधानमंत्री बने हैं और मंत्रालय जब बिहार के लोगों को दिया गया तो कहीं न कहीं से झुंझूना थमाया गया है।”
मूल वीडियो में तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव 2024 के बाद मंत्रालयों के बंटवारे के दौरान बिहार को नज़रअंदाज़ किए जाने पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। यानी वायरल पोस्ट में दिखाए जा रहे दावे का इस संदर्भ से कोई संबंध नहीं है।
रिपब्लिक भारत के दूसरे वीडियो में भी हमें एहि वीडियो मिला, जिसमे मूल वीडियो को ध्यान से देखने पर पाया गया कि 2:24 से 4:27 मिनट के बीच वही दृश्य मौजूद है, जिसे काटकर स्लो मोशन में एडिट कर वायरल किया गया है। इस हिस्से में तेजस्वी यादव का ऑडियो पूरी तरह सामान्य है, बोलने की गति, आवाज और हाव-भाव में कहीं भी नशे जैसा व्यवहार नहीं दिखता। इस दौरान तेजस्वी यादव एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर नाराज़गी जाहिर करते हुए यह आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र ने बिहार को फिर से नजरअंदाज किया है और केवल “झुनझुना” थमा दिया है।
तेजस्वी के इस बयान पर केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए उन पर पलटवार किया और बिहार में मंत्री रहते हुए तेजस्वी यादव की भूमिका और उनके कामकाज पर सवाल उठाए।
निष्कर्ष-
फ़ैक्ट क्रेसेंडो की विस्तृत जांच में यह दावा गलत पाया गया है। वायरल वीडियो एडिटेड है और इसकी गति को कृत्रिम रूप से धीमा किया गया है, जिससे ऐसा भ्रम पैदा किया जा रहा है कि तेजस्वी यादव नशे की हालत में मीडिया से बात कर रहे थे। जबकि मूल वीडियो में उनकी आवाज, गति और हाव-भाव पूरी तरह सामान्य हैं। स्पष्ट है कि यह क्लिप संपादित कर भ्रामक दावे के साथ उनकी छवि को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से फैलाया गया है।
Title: तेजस्वी यादव को ‘नशे में’ दिखाने वाला वीडियो असल में कैसे एडिट किया गया—जांच में खुला पूरा सच
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False


