नेपाल में  प्रदर्शन के बीच  मोदी के सर्मथन में नहीं  निकाली गई रैली, यह सिक्किम का पुराना वीडियो है…

Misleading Political Social

नेपाल में जेन-जी आंदोलन के बाद सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है। पीएम मोदी ने उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई दी और नेपाल के भाई-बहनों की शांति प्रगति और समृद्धि के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक मार्च का वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि नेपाल के लोग सरकार गिरने के बाद बैनर-पोस्टर के साथ पीएम मोदी के स्वागत के लिए मार्च निकाल रहे हैं।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- देखो चमचों मोदी नेपाल में भी छाया हुआ है‚ तुम लोग डूब कर मर क्यों नहीं जाते आहुल गांडी को साथ में लेकर के

 फेसबुकआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वीडियो में दिख रहे पोस्टर को गौर से देखा। पोस्टर में लिखा है’ ‘सिक्किमी लिम्बू जनजाति भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सिक्किम राज्य में हार्दिक स्वागत करती है।’ 

पोस्टर में सबसे नीचे निवेदनकर्ता के तौर पर ‘Sukhim Yakthung Sapsok Songchumbho’ लिखा है।

मिली संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें फेसबुक  पर वायरल वीडियो मिला। यहां पर वीडियो को 30 मई 2025 को अपलोड किया गया है। इससे ये साफ है कि वीडियो हाल ही का नहीं है।

पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, ‘सिक्किमी लिम्बू जनजाति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का हार्दिक स्वागत करती है…’ इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिक्किम दौरा का है।

 संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें पीएम मोदी के सिक्किम दौरे से संबंधित न्यूज रिपोर्ट भी मिली। जिन्हें  यहं,यहां और यहां पर देखा जा सकता है। 

हमें Sukhim Yakthung Sapsok Songchumbho  नाम से एक फेसबुक पेज मिला। इस पेज पर 30 मई 2025 को एक वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें उसी पोस्टर को देखा जा सकता है, जो वायरल वीडियो में दिख रही है।

 इस वीडियो के साथ जानकारी दी गई है, ‘हम, सिक्किमी लिंबू जनजाति, सुखिम याकथुंग सपसोक सोंगचुंभो के बैनर तले, भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का 29 मई 2025 को सिक्किम के राज्यत्व की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में उनकी निर्धारित सिक्किम यात्रा पर गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए उत्सुक थे। दुर्भाग्य से, प्रतिकूल मौसम और कम दृश्यता के कारण, माननीय प्रधानमंत्री सिक्किम नहीं पहुँच सके। हालाँकि, उन्होंने बागडोगरा से सिक्किम के लोगों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, हम माननीय प्रधानमंत्री के सिक्किम और उसके लोगों के प्रति उनके दयालु शब्दों और हार्दिक शुभकामनाओं के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।’

इस वीडियो में एक जगह सिक्किम लिखा गया है।जिससे ये साफ है कि वायरल वीडियो नेपाल का नहीं है।

इसके अलावा रैली में हमें वही पोस्टर और लोग दिखे जिन्हें वायरल वीडियो में भी देखा जा सकता है। इससे यह बात साफ हो जाती है कि यह रैली सिक्किम में निकाली गई थी, न कि नेपाल में जेन-जी आंदोलन के दौरान। हमने  वायरल वीडियो और हमें मिली वीडियो का विश्लेषण किया।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियो नेपाल का नहीं, सिक्किम का है। यह वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिक्किम दौरे पर 30 मई को लिम्बू जनजाति द्वारा स्वागत मार्च निकालने का है। 

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Title:नेपाल में प्रदर्शन के बीच मोदी के सर्मथन में नहीं निकाली गई रैली, यह सिक्किम का पुराना वीडियो है…

Fact Check By: Sarita Samal  

Result: Misleading