₹12,000 की सरकारी मदद का दावा करने वाला ओम बिरला का वायरल वीडियो निकला DEEPFAKE!

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यह एक डीपफेक वीडियो है, इसमें AI से बनाई गई आवाज़ और छेड़छाड़ किए गए ऑडियो का इस्तेमाल करके इस घोषणा को गलत तरीके से ओम बिरला से जोड़ा गया है। न तो उन्होंने और न ही सरकार ने ऐसी कोई योजना घोषित की है।

सोशल मीडिया पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार जल्द ही एक नई योजना शुरू करने जा रही है, जिसके तहत सालाना पाँच लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों को ₹12,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वायरल पोस्ट में यह भी कहा जा रहा है कि यह लाभ 22 दिसंबर 2025 से लागू होगा। कई यूज़र्स इस वीडियो को वास्तविक सरकारी घोषणा बताकर आगे बढ़ा रहे हैं।

इस वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है की “केंद्र सरकार देंगी 12000 रुपैया, 22 दिसंबर से शुरू होगा लाभ, जानिए पूरी खबर.”

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अनुसन्धान से पता चलता है की… 

सबसे पहले हमने केंद्र सरकार की किसी नई आर्थिक सहायता योजना से जुड़ी जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइटों, प्रेस रिलीज़ और भरोसेमंद मीडिया रिपोर्ट्स की पड़ताल की। जांच में ऐसा कोई भी प्रमाण नहीं मिला जिनसे यह पता चले कि सरकार ने ₹12,000 की इस तरह की किसी योजना की घोषणा की हो। न ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और न ही किसी अन्य सरकारी अधिकारी द्वारा इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान दिया गया है।

इसके बाद वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इसके कुछ प्रमुख फ्रेम निकालकर इंटरनेट पर रिवर्स इमेज सर्च किया। इस खोज के जरिए हमें वही वीडियो संसद टीवी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे 1 दिसंबर 2025 को अपलोड किया गया था। यह वीडियो संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान की कार्यवाही का है।

मूल वीडियो को ध्यान से देखने पर पाया गया कि वायरल क्लिप में दिखाए गए दृश्य 3 मिनट 24 सेकंड के बाद से साफ तौर पर देखे जा सकते हैं। हालांकि, असली फुटेज में ओम बिरला किसी भी तरह की आर्थिक सहायता योजना की घोषणा नहीं कर रहे हैं। वह संसद में हाल ही में दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। यानी वायरल वीडियो में मौजूद ऑडियो का असली भाषण से कोई संबंध नहीं है।इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल क्लिप के साथ छेड़छाड़ की गई है। मूल वीडियो के दृश्य लेकर उस पर एआई-जनरेटेड आवाज़ जोड़ी गई है, ताकि ऐसा लगे कि ओम बिरला ₹12,000 की सरकारी सहायता योजना की घोषणा कर रहे हैं।

इसके अलावा, हमने यह जांचने के लिए कि वायरल वीडियो में प्रयुक्त आवाज़ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के माध्यम से बनाई गई है या नहीं, इस क्लिप को डीपवेयर स्कैनर AI पर अपलोड किया। इस टूल द्वारा किए गए विश्लेषण में सामने आया कि वायरल वीडियो डीपफेक है। रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो के दृश्य असली हैं लेकिन उसमें एआई की मदद से बनाई गई नकली आवाज़ जोड़कर उसे भ्रामक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

निष्कर्ष-

सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा यह वीडियो डीपफेक है। ओम बिरला द्वारा गरीब परिवारों को ₹12,000 देने की कोई घोषणा नहीं की गई है। यह दावा पूरी तरह झूठा और भ्रामक है, जिसे लोगों को गुमराह करने के लिए एडिटेड और नकली वीडियो के ज़रिए फैलाया जा रहा है।

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Title:₹12,000 की सरकारी मदद का दावा करने वाला ओम बिरला का वायरल वीडियो निकला DEEPFAKE!

Fact Check By: Drabanti Ghosh  

Result: Altered