
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में चुनाव आयोग की ओर से वोटर लिस्ट रिविजन का मुद्दा गर्माया हुआ है। इस सिलसिले में 9 जुलाई 2025 को महागठबंधन द्वारा बुलाए गए बिहार बंद और चक्का जाम के दौरान सड़क और रेल मार्गों पर प्रदर्शन हुए। पटना में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और पप्पू यादव जैसे नेताओं ने चुनाव आयोग के फैसले का विरोध करते हुए मार्च निकाला। इस संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस सड़क पर विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों की पिटाई करती और झंडे लिए लोगों को खदेड़ती हुई दिखाई दे रही है।वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह घटना अभी हाल ही में भारत बंद के दौरान बिहार के पटना में घटी थी।
वायरल वीडियो के साथ लिखा है- बिहार_बंद फेल हो गया है । सारी विपक्षी पार्टियां असहाय हो गई है । इनका जमीनी स्तर से जड़ उखड़ गई है ।जनता को परेशान करने के लिए सड़क बंद करने की असफल कोशिश की जा रही थी ।बिहार_बंद_नहीं_होगा
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल पोस्ट के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो हमें ANI द्वारा अपलोड किए गए पोस्ट में मिला। यहां पर वीडियो को 21 अगस्त 2024 को अपलोड किया गया था। इससे ये साफ है कि वीडियो अभी का है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, “बिहार: पटना में पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया, जब वे आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ एक दिवसीय भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए और सर्च करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें यहां,यहां और यहां पर भी मिली। इन खबरों के अनुसार 21 अगस्त 2024 को लगभग 21 दलित और आदिवासी संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के 1 अगस्त के उस फैसले के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया था, जिसमें आरक्षण के लिए एससी/एसटी समूहों में उप-वर्गीकरण की अनुमति दी गई थी।
बिहार में, खासकर पटना में, यह विरोध प्रदर्शन सबसे ज़्यादा तीव्र था, जहाँ प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम कर दीं और पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
लाइवमिंट में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक पटना में प्रदर्शनकारियों द्वारा डाक बंगला चौराहा पर बैरिकेडिंग तोड़ने के कारण उन पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग भी किया गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था भंग करने के आरोप में तब पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज कर कम से कम 9 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया था।
ANI द्वारा इसी विरोध प्रदर्शन का एक लाइव-स्ट्रीम वीडियो मिला। 21 अगस्त 2024 को अपलोड किया गया इस वीडियो का शीर्षक है, “भारत बंद | बंद समाचार | दलित, आदिवासी समूहों ने देशव्यापी हड़ताल शुरू की | पटना में पुलिस लाठीचार्ज।” फुटेज की जाँच करने पर, हमने पाया कि वायरल क्लिप 3:42वें मिनट से मौजूद है। जिससे पुष्टि होती है कि वीडियो 2024 के विरोध प्रदर्शन का है और 2025 के भारत बंद से संबंधित नहीं है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वीडियो अगस्त 2024 का है, जब सुप्रीम कोर्ट के SC-ST आरक्षण के उप वर्गीकरण के फैसले के विरोध में ‘भारत बंद’ का आह्वान किया था। उसी वीडियो को हाल ही में बिहार में चल रहे भारत बंद से जोड़ा जा रहा है।

Title:पुलिस लाठीचार्ज का पुराना वीडियो महागठबंधन के बिहार बंद से जोड़कर वायरल…
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading
