क्या इन मुसलमान लड़कों ने हिन्दू लड़के को जिन्दा जला दिया ?

False Social

१९ मई २०१९ को नेबो कुमार शर्मा नामक एक फेसबुक यूजर ने एक तस्वीर पोस्ट की |  तस्वीर के शीर्षक में लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक हिन्दू युवा #विष्णुगोस्वामी को चार मुस्लिम इमरान-रमज़ान-निज़ामुद्दीन-तुफैल ने पहले पेट्रोल से नहलाया फिर आग लगा दी हालांकि चारों जिहादी गिरफ्तार हैं, पर #मॉब_लिंचिंग चिल्लाने वाला गैंग कहाँ मर गया ??

तस्वीर तीन तस्वीरों को जोड़कर एक कोलाज के रूप में साझा किया गया है | पहली तस्वीर में एक आदमी को जिंदा आग में लिपटे हुए देख सकते है, दूसरी तस्वीर में हम एक जली हुई लाश को देख सकते है | तीसरी तस्वीर में हम चार लोगों को गिरफ्तार हुए पुलिस स्टेशन के सामने देखा जा सकता है |  
सोशल मीडिया पर एक शख्स को जिंदा जलाए जाने की तस्वीर इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि वह विष्णु गोस्वामी नाम का एक हिंदू युवक है, जिसे उत्तर प्रदेश के गोंडा में इमरान, तुफैल, निजामुद्दीन और रमजान ने जिंदा जला दिया था | इस पोस्ट का उद्देश्य दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाना है | यह पोस्ट सोशल मीडिया में काफ़ी चर्चा में है |

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हमें इस घटना का एक विडियो भी मिला | विडियो में हम एक आदमी को जिंदा जलते हुए देखा जा सकता है | इस विडियो के शीर्षक में वही दावा लिखा गया है |

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क्या वास्तव में इस हिन्दू लड़के के साथ इतना अमानवीय और क्रूर व्यवहार किया गया? हमने सच्चाई जानने की कोशिश की |

संशोधन से पता चला है कि..

जांच की शुरुआत हमने इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने की | परिणाम से हमें १५ मई २०१९ को दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित खबर मिली | खबर में लिखा गया है कि पीड़ित युवक का नाम विष्णु गोस्वामी है और वह अपने पिता रामगीर गोस्वामी की पिटाई कर रहा था | उन दोनों के बीच विवाद देख वहां पर लोग जुटे हुए थे | पास में खड़े लोगों ने वजह पूछी तो विष्णु से उनका विवाद शुरू हो गया | विवाद देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि स्थानीय युवकों ने पेट्रोल डालकर उसे जला दिया |
पुलिस ने अपराधियों इमरान, तुफैल, निजामुद्दीन और रमजान को गिरफ्तार किया | पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि विवाद में कुछ बात ऐसी हुई, जो आरोपियों के दिल को लग गई | इसी के चलते यह घटना हुई |

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हमें अमर उजाला की खबर मिली जिसमे यह लिखा गया है कि आरोपी ऐसे ड्राइवर थे जो तेल टैंकर ले जाते थे | खबर के अनुसार १९ मई को विष्णु ने दम तोड़ दिया |

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इस खबर २० मई २०१९ को हिंदुस्तान टाइम्स ने भी प्रकाशित किया | खबर के अनुसार पीड़ित के चचेरे भाई, राज कुमार गोस्वामी, ने कहा कि घटना तब हुई जब विष्णु और उनके भाई महेश अपने शराबी पिता रामगीर गोस्वामी को वापस लेने के लिए गए थे | उन्होंने कहा कि चारों आरोपी भाइयों के साथ मौखिक द्वंद्व में पड़ गए, जब विष्णु अपने पिता को घर ले जाने की कोशिश कर रहे थे | आरोपी ने विष्णु का सामना किया और कथित रूप से उस पर पेट्रोल डालने के बाद उसे आग लगा दिया |

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कई प्रतिशित मीडिया संगठन ने इस खबर को प्रकाशित किया | जिससे आप नीचे पढ़ सकते है |

             अमर उजाला आर्काइव लिंक
            हिंदुस्तान टाइम्सआर्काइव लिंक
            लाइव हिंदुस्तान आर्काइव लिंक

इसके पश्चात हमने जलते हुए इस आदमी के तस्वीर को यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च पर ढूँढा | परिणाम के हमें २५ मार्च २०१३ को हेतल८९३ नामक यू-ट्यूब यूजर द्वारा प्रकाशित विडियो मिला | उपरोक्त कथन के साथ साझा किया गया विडियो और यू-ट्यूब विडियो में समानता नज़र आई | गौर करने वाली बात यह थी कि यह विडियो ६ साल पुराना था |

Fact check – Old video of youth set ablaze in UP from Fact Crescendo on Vimeo.

जिंदा जलते हुए आदमी का वीडियो व तस्वीर उक्त घटना से संबंधित नहीं है | हमें गोंडा पुलिस द्वारा की गई ट्वीट मिली | गोंडा पुलिस ने १६ मई को गलत सूचना के बारे में ट्वीट किया | ट्वीट में लिखा गया है कि “यह हमारे संज्ञान में आया है कि लोग इस घटना को एक सांप्रदायिक रंग देकर अफवाह फैलाने के लिए भ्रामक छवि का उपयोग कर रहे हैं जिससे सांप्रदायिक विवाद उत्पन्न हो | यह अवैध और गैरजिम्मेदार है, ” |

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Smhoaxslayer ने इस घटना को १० साल पुराना पाया जो मेहसाना गुजरात में हुआ था |

९ सितंबर २०१० को इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, मृतक (कल्पेश) ने एक पुलिस स्टेशन में खुद को आग लगा ली थी, जिसके बाद दो पत्रकारों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया क्योंकि उन्होंने घटना का वीडियो बनाया था |

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हम तीसरी छवि का पता नहीं लगा सके जहाँ गंभीर जलने के कारण चोटों के साथ एक आदमी को देखा जा सकता है | यांदेक्स रिवर्स इमेज सर्च व गूगल रिवर्स इमेज सर्च के परिणाम से हमें कुछ भी नहीं मिला |

निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | एक पुराना वीडियो व तस्वीर हाल ही में हुए घटना के संदर्भ में साझा किया जा रहा है | अपराध को सांप्रदायिक रूप से प्रेरित होने का दावा किया गया था, लेकिन आरोप को पुलिस और पीड़ित के परिवार के सदस्यों दोनों द्वारा अस्वीकार कर दिया गया है |

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Title:क्या इन मुसलमान लड़कों ने हिन्दू लड़के को जिन्दा जला दिया ?

Fact Check By: Drabanti Ghosh 

Result: False