
सोशल मीडिया पर अकसर पुलिसकर्मियों के छद्म अभ्यास के तहत किये नाटकीय प्रतिनिधित्व को वास्तविक घटना का रूप देते हुए फैलाया जाता रहा है | पूर्व में भी ऐसे कई वीडियो की सच्चाई फैक्ट क्रेसेंडो ने कई बार अपने पाठकों तक पहुंचाई है | इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होता दिख रहा है जिसमें हम पुलिसकर्मियों के एक समूह को दो लोगों को ले जाते हुए देख सकते हैं, इन पकड़े गए व्यक्तियों के हाथ रस्सियों से बंधे हैं और उनके चेहरे ढके हुए हैं जैसे उन्हें गिरफ्तार किया जा गया है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो गुजरात के पाटन में स्थित सीटी पॉइन्ट मौल से है जहाँ पुलिसकर्मियों ने २ आतंकवादियों को पकड़ा है |
फैक्ट क्रेसेंडो को उनकी व्हाट्सएप फैक्टलाइन (९०४९०५३७७०) पर इस वीडियो से सम्बंधित कई फैक्ट चेक अनुरोध प्राप्त हुए |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“गुजरात के पाटन सिटी मे सीटी पॉइन्ट मौल में 2 आतंकवादी पकड़े गए |”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया कि ये वीडियो गुजरात के पाटन में आयोजित मॉक ड्रिल का एक वीडियो है जिसे गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है ।
जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विड टूल की मदद से छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर व गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें गुजराती दिव्य भास्कर द्वारा प्रकाशित एक खबर मिली | इस खबर में हम वायरल वीडियो के दृश्यों की तस्वीरें देख सकते है | रिपोर्ट में कहा गया है कि पाटन पुलिस द्वारा सिटी प्वाइंट परिसर में ३० जुलाई, २०२१ को दोपहर में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था | रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ड्रिल का उद्देश्य आतंकवादी हमले के मामले में सावधानियों का प्रदर्शन करना और पाटन पुलिस की सतर्कता की जांच करना था।

इस सन्दर्भ में कीवर्ड सर्च करने पर हमें पीटीएन न्यूज द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किए गए इस मॉक ड्रिल पर एक स्थानीय गुजराती समाचार रिपोर्ट मिली | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “पाटन : सिटी प्वाइंट में मॉक ड्रिल का आयोजन जहां आतंकियों ने की थी घुसपैठ |”
आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने पाटन पुलिस के पुलिस सब इंस्पेक्टर विजय चौधरी से संपर्क किया जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि वायरल वीडियो वास्तव में एक मॉक का है | उन्होंने कहा कि “सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो एक नियमित मॉक ड्रिल का है जिसे पाटन पुलिस हर साल आयोजित करती है। यह मोक ड्रिल ३० जुलाई,२०२१ को दोपहर में सिटी पॉइंट पर आयोजित की गयी थी |”
जाँच में आगे बढ़ते हुए हमने गूगल मैप्स पर पाटन स्थित सिटी पॉइंट को ढूँढा और वायरल वीडियो में दिखाए गये दृश्यों से तुलना किया | नीचे आप गूगल मैप्स पर उपलब्ध तस्वीर और वायरल वीडियो में दिखाए गये दृश्य की तुलना देख सकते है |

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो गुजरात के पाटन शहर में पुलिस द्वारा किये गये मोक ड्रिल का है जिसे वास्तव में आतंकवादी पकड़े जाने की खबर के नाम से फैलाया जा रहा है | यह मोक ड्रिल ३० जुलाई २०२१ को आयोजित की गई थी |
फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :
२. ऑनलाइन पढ़ाई के लिए भारत सरकार द्वारा ३ महीने के रिचार्ज प्लैन फ्री में देने के दावे गलत हैं।

Title:गुजरात पुलिस द्वारा किये गये एक छद्म अभ्यास के तहत आतंकवादी पकड़े जाने के वीडियो को वास्तविक घटना बता फैलाया जा रहा है|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
