सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को मणिपुर में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का बताया जा रहा है। Fact Crescendo की जांच में सामने आया कि यह वीडियो दरअसल कोलकाता का है, जहाँ ISF समर्थकों ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ रैली निकाली थी।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में सड़क पर लोगों की भीड़ नारेबाज़ी करते हुए और हाथों में पोस्टर-बैनर लिए विरोध प्रदर्शन करती नज़र आती है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह मणिपुर का है और यह प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हुआ था।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में 13 सितंबर 2025 को मणिपुर का दौरा किया था। इसी संदर्भ में इस वीडियो को जोड़कर यह संदेश फैलाया जा रहा है कि उनके दौरे के दौरान राज्य में ज़बरदस्त विरोध हुआ।
इस वीडियो पर लिखा हुआ है: “मणिपुर में वोट चोर गद्दी छोड़ के नारा। मणिपुर में भारी विरोध मोदी का। BJP का भारी विरोध।” साथ ही कैप्शन में यह भी लिखा गया है: “मणिपुर की जनता ने मोदी, RSS, भाजपा को नकारा है। अब नेपाल जैसा ही जनांदोलन भारत में होने का संकेत है यह!”
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अनुसंधान से पता चलता है कि…
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने इसके की-फ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल लेंस टूल के जरिए सर्च किया। इस प्रक्रिया में हमें यही वीडियो इंस्टाग्राम पर @trisharooy नामक अकाउंट पर मिला, जिसे 14 अप्रैल 2025 को अपलोड किया गया था।
उस पोस्ट के कैप्शन में साफ़ तौर पर लिखा है: “Kolkata Waqf Bill Protests. Location: Near NRS Hospital, Kolkata.” यानी यह वीडियो कोलकाता में हुए वक्फ बिल विरोध प्रदर्शन का है, न कि मणिपुर का।
इसके बाद हमने वीडियो में दिख रही जगह की जांच करने के लिए गूगल मैप्स का सहारा लिया। मैप्स पर सर्च करने पर यह लोकेशन कोलकाता के सियालदह इलाके में पाई गई, जो NRS मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के पास स्थित है।
इसके बाद हमने इस घटना से जुड़ी खबरों की तलाश की। हमें 14 अप्रैल 2025 को प्रकाशित टाइम्स की रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के समर्थकों ने बड़ी संख्या में वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ प्रदर्शन किया।
रिपोर्ट में बताया गया है कि यह प्रदर्शन कोलकाता के सियालदह स्टेशन क्षेत्र से शुरू होकर रामलीला मैदान तक गया। इस दौरान हजारों की भीड़ सड़कों पर उतर आई और जुलूस की वजह से लंबे समय तक यातायात बाधित रहा। यह विरोध प्रदर्शन आगे चलकर रेड रोड, कोलकाता तक जारी रहा।
यानी वायरल हो रहा वीडियो दरअसल इसी वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ हुए आईएसएफ समर्थकों के प्रदर्शन का है, न कि मणिपुर में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ किसी आंदोलन का।
इस तरह यह स्पष्ट हो गया कि सोशल मीडिया पर जिस वीडियो को मणिपुर से जोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का बताया जा रहा है, दरअसल वह कोलकाता में हुए वक्फ बिल विरोध प्रदर्शन का वीडियो है।

निष्कर्ष-
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दावा किया गया कि यह मणिपुर का है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का है। जबकि हमारी जांच में सामने आया कि यह वीडियो कोलकाता का है, जहां इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के समर्थकों ने 14 अप्रैल 2025 को वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ प्रदर्शन किया था।

Title:मणिपुर का बता कर वायरल हुआ यह वीडियो असल में कोलकाता के वक्फ बिल विरोध प्रदर्शन का है
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
