इस वीडियो को अलग-अलग जगहों से जोड़कर भी गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।

बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इस बार एनडीए और महागठबंधन के साथ-साथ प्रशांत किशोर की अगुवाई में जन सुराज पार्टी भी पूरी ताकत से चुनावी तैयारी में जुटी है। राहुल गांधी ने पिछले महीने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की थी, तो दूसरी तरफ प्रशांत किशोर भी पूरे राज्य में ‘बदलाव यात्रा’ कर रहे हैं।
दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच सोशल मीडिया पर अपने-अपने नेता की बढ़ती लोकप्रियता दिखाने की होड़ मच गई है। इस बीच एक छोटा सा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें प्रचंड भीड़ नजर आ रही है। कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि यह भीड़ राहुल गांधी की रैली की है, तो कुछ इसे प्रशांत किशोर के समर्थन में उमड़ा जनसैलाब बता रहे हैं।
फैक्ट क्रेसेंडो की पड़ताल में सामने आया कि दोनों ही दावे गलत है। यह वीडियो न तो राहुल गांधी की रैली का है और न ही प्रशांत किशोर के समर्थकों का। असल में यह वीडियो बिहार का है ही नहीं। जांच में पता चला कि यह वीडियो महाराष्ट्र का है, जहां कुछ महीने पहले हुई बैलगाड़ी दौड़ का यह नजारा है।
क्या है दावा?
इस वायरल वीडियो में बड़ी संख्या में लोग एक खुले मैदान में इकट्ठा नजर आ रहे हैं। कुछ यूजर्स इस क्लिप को “राहुल गांधी की आंधी” बताते हुए शेयर कर रहे हैं, तो कुछ कैप्शन में लिख रहे हैं कि “वोट चोरों के खिलाफ लगता है पूरा बिहार सड़कों पर उतर आया है।”
इसी वीडियो को कई लोग प्रशांत किशोर की ‘बदलाव यात्रा’ में जुटी भीड़ बताकर भी फैला रहे हैं।
इतना ही नहीं, यही वीडियो अलग-अलग दावों के साथ और भी जगहों से जोड़ा गया है। इसे कभी जोधपुर में गुर्जरों की भीड़, तो कभी पान समाज की 13 लाख की भीड़ बताकर भी शेयर किया गया है।
फैक्ट-चेक
सबसे पहले हमने वायरल वीडियो की जांच के लिए रिवर्स इमेज सर्च किया। इससे पता चला कि यह वीडियो इंटरनेट पर पिछले कई महीनों से मौजूद है। सबसे पुराना वीडियो हमें 22 जून को एक इंस्टाग्राम यूजर के अकाउंट पर मिला।
हमें इसका पूरा और बेहतर क्वालिटी वाला वर्जन यूट्यूब पर भी मिला। इस वीडियो में वह व्यक्ति भी नजर आता है, जिसने यह फुटेज शूट किया था।
वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह नजारा पेडगाव में हुई बैलगाड़ी दौड़ का है।
आगे की जांच में हमें पता चला कि महाराष्ट्र के सातारा जिले के पेडगाव में हर साल बैलगाड़ी दौड़ का आयोजन होता है और इस साल यह कार्यक्रम 21 जून को हुआ था। पूरी दौड़ का लाइवस्ट्रीम यूट्यूब पर उपलब्ध है। इसके अलावा, इस कार्यक्रम के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी देखे जा सकते हैं। (यहां और यहां)
हमने पेडगाव के उस मैदान का गूगल मैप्स लोकेशन भी ढूंढ निकाला, जहां यह दौड़ आयोजित हुई थी। इसी मैदान की लोकेशन टैग करते हुए एक यूजर ने वहां की तस्वीरें भी शेयर की थीं, जो वायरल वीडियो के दृश्यों से पूरी तरह मेल खाती हैं। वायरल वीडियो में दूर जो पहाड़ नजर आ रहा है, वही सेम पहाड़ उस तस्वीर में भी साफ दिखाई देता है।
निष्कर्ष
वायरल वीडियो का बिहार की किसी भी रैली से कोई संबंध नहीं है। यह न तो राहुल गांधी की रैली का है और न ही प्रशांत किशोर की बदलाव यात्रा का। असल में यह वीडियो महाराष्ट्र के सातारा जिले के पेडगाव का है, जहां जून में हुई बैलगाड़ी दौड़ देखने के लिए भारी भीड़ जुटी थी। इस वीडियो को अलग-अलग जगहों से जोड़कर और गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।

Title:न राहुल गांधी, न प्रशांत किशोर; यह तो है महाराष्ट्र के बैलगाड़ी दौड़ की भीड़
Fact Check By: Mayur DeokarResult: False
