फेसबुक तथा अन्य सोशल मीडिया मे बड़ी तेजी से साझा हो रही एक पोस्ट मे लिखा है कि “ये तस्वीर कोई फिल्म या नाटक की नहीं ये तस्वीर कर्नाटक के कांग्रेस नेता फारूक इमाम हुसैन की है जो गरीब दलित बस्तियों में जाकर हिंदू औरतों की आबरू लुटते है जो चुपचाप सहमत हो जाये नहीं तो गांव में लोगों के सामने लज्जित करते हैं आखिरकार कर्नाटक की कांग्रेस सरकार हिंदु औरतों पर जुल्म क्यू कर रही है कांग्रेस का हिन्दुओं से सौतेला वहवार क्यू”

८ मार्च २०१९ को रजनीश भरारा नामक एक युवक ने यह पोस्ट साझा की और लिखा कि “कांग्रेस का वास्तविक चेहरा” है | कितनी सच्चाई है इस बात में, आइये देखते हैं सच |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ArchivedLink

तथ्यों की जांच:

उपरोक्त पोस्ट के चित्र को हमने यांडेक्स मे ढूँढा तो हमें कई सारे समान दिखने वाले ऐसे पोस्ट मिले |

विडियो के लिए youtube पर छानबीन करने के बाद पता चला कि यह चित्र एक भोजपुरी फ़िल्म “औरत खिलौना नहीं” की है, चित्र मे दिखने वाले अभिनेता अवधेश मिश्रा है एवं अभिनेत्री रिंकू घोष हैं और यह फ़िल्म २०१५ मे रिलीज़ हुई थी | नीचे youtube मे इस फ़िल्म का लिंक दिया गया है |YoutubeMovieLink
इस लिंक में आप उपरोक्त चित्र को ०२:११:५५ से ०२:११:५७ के बीच मे देख सकतें हैं |

आइये देखते हैं कहाँ से शुरू हुआ इस पोस्ट को अलग अलग कैप्शन के साथ साझा किए जाने का सिलसिला |

२ जुलाई २०१७ को पश्चिम बंगाल के उत्तर२४ परगना जिला मे बसीरहाट अनुमंडल के बदुरिया कस्बे में १७ वर्ष के बालक को हिरासत मे लिया गया था जिसके बाद बसीरहाट में दंगे छिड़ गए थे | हिरासत का पूरा कारण पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें | ( २०१७ बदुरिया दंगे ) इसके बाद ६ जुलाई २०१७ को विजेता मालिक नामक एक बीजेपी नेता ने इस दंगे के विषय पर उपरोक्त पोस्ट साझा किया था | इस पोस्ट को आजमगढ़ एक्सप्रेस ने साझा किया था |

इसके बाद jantakareporter नामक एक वेबसाइट ने इस पोस्ट का फैक्ट चेक करके कहा था कि किया गया दावा गलत है | पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें |

JantakareporterPost | ArchivedLink

इस ख़बर को अन्य न्यूज़ चैनल ने भी कवर किया था | सभी खबरें पढने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें |

ObserversPost | ArchivedLink
AbplivePost | ArchivedLink
Naidunia.jagranPost | ArchivedLink

नवम्बर २०१८ मे एक बार फिर से यह चित्र अलग कैप्शन के साथ साझा होने लगा है | इस बार कहा गया कि “ये कोई फ़िल्मी सीन नहीं है भाइयो बसपा नेता बक्रुद्दीन अंसारी ने अपने गुंडों के साथ मिलकर दलीत महिला को सारे बाजर किया नंगा देख लो इन कुत्तों की दबंगई”

छानबीन करने पर पता चला की बसपा मे बकरुद्दीन अंसारी नामक कोई नेता थे ही नहीं, बल्कि लखनऊ मे बसपा के MLA मुख्तार अंसारी जरुर है |

लखनऊ के कांग्रेस नेता मुख़्तार अंसारी का यह चित्र हमने Hindustantimes से प्रतिनिधित्व के लिए लिया है|

यह पोस्ट फिर से विभिन्न सोशल मीडिया मे साझा होने लगी तो NewsMobile ने सच्चाई सबके सामने रख दी | इस बार ५ नवम्बर २०१८ को इसी पोस्ट को साझा करने वाले व्यक्ति रजनीश भरारा थे | पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें | रजनीश द्वारा यह पोस्ट अब और फेसबुक पर उपलब्ध नहीं है, मगर NewsMobile की ख़बर मे आप इस पोस्ट का चित्र देख सकतें हैं|

NewsmobilePost | ArchivedLink

८ मार्च २०१९ को रजनीश भरारा ने एक बार फिर से यह पोस्ट साझा किया और इस बार कांग्रेस नेता पर ऊँगली उठाई गयी |

निष्कर्ष : ग़लत

तथ्यों की जांच से हम इस बात की पुष्टि करतें है कि उपरोक्त चित्र एक भोजपुरी फिल्म “औरत खिलौना नहीं” का है और इसमें किसी भी पार्टी के नेता नहीं है | इस पोस्ट मे किया गया दावा गलत है |

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Title:क्या कर्नाटक के कांग्रेस नेता दलित बस्ती में जाकर औरतों की आबरू लूटते हैं ? जानिये सच |

Fact Check By: Nita Rao

Result: False