इंडोनेशिया में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए टकराव का वीडियो नेपाल में हालिया प्रदर्शन के नाम पर वायरल…

International Misleading

वायरल वीडियो इंडोनेशिया का है जहां पर सांसदों की वेतन में हुई बढ़ोतरी को लेकर हजारों लोगों ने राष्ट्रीय संसद के सामने प्रदर्शन किया था। यह नेपाल का वीडियो नहीं है। 

नेपाल में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। भ्रष्टाचार,बेरोजगारी और सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ जेन Z के नेतृत्व में शुरू हुए प्रदर्शन ने अब एक बड़े राजनीतिक संकट का रूप ले लिया है। हालात और बिगड़े जब के.पी. शर्मा ओली ने इस्तीफा दिया और राजनैतिक अस्थिरता के बीच काठमांडू घाटी समेत पूरा देश हिंसक प्रदर्शनों, आगजनी और लूटपाट की घटनाओं का गवाह बन गया। हालांकि नेपाल राजनीतिक संकट से उबरने की पूरी कोशिश कर रहा है। अंतरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है और शांति बहाल होने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। 

इसी संदर्भ से जोड़ते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें प्रदर्शनकारियों को पुलिस पर पत्थर फेंकते और सुरक्षाकर्मियों पर लाठियों से हमला करते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह नेपाल में हुए हाल के हिंसक विरोध प्रदर्शन का वीडियो है। यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है…

नेपाल में प्रदर्शन के दौरान सेना को इस तरह करना पड़ा बचाव , लेकिन फ़िर भी हमला करते रहे प्रदर्शनकारी!

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि

हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो से कीफ्रेम ले कर उसे गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। परिणाम में हमें वायरल वीडियो नाइजेरियन मिलिट्री गैलरी नाम के एक फेसबुक पेज पर मिला। यहां पर वीडियो को 2 सितंबर 2025 को शेयर किया गया था। इसमें बताया गया है कि इंडोनेशिया में सांसदों के लिए प्रस्तावित आवास भत्ते और सरकार के प्रति बढ़ते जन असंतोष के खिलाफ यह प्रोटेस्ट किया गया था।

हमें यह वीडियो इंस्टाग्राम और एक्स पर भी यूज़र द्वारा शेयर किया हुआ मिला है, जिसमें इसे इंडोनेशिया में सांसदों के लिए प्रस्तावित आवास भत्ते और सरकार के प्रति बढ़ते जन असंतोष के हुए विरोध प्रदर्शन का वीडियो बताया गया है।

मिली जनकारी की मदद लेते हुए आगे सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता एक वीडियो Associated Press के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसमें भी वीडियो को इंडोनेशिया के प्रदर्शन का बताते हुए शेयर किया गया था।

इसके बाद हमें मीडिया रिपोर्ट मिलीं, जिनके हवाले से यह बताया गया था कि भ्रष्टाचार के बढ़ते विरोध के बीच, हज़ारों इंडोनेशियाई लोग सांसदों के वेतन में प्रस्तावित दस प्रतिशत वृद्धि के विरोध में राष्ट्रीय संसद के बाहर इकट्ठा हो कर प्रदर्शन करते नज़र आये जो बाद जल्द ही हिंसक हो गया।

हमें मिली 29 अगस्त की इंडोनेशियाई वेबसाइट Detiknews की एक रिपोर्ट के अनुसार, 29 अगस्त को उत्तरी सुमात्रा के मेडान शहर में क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि परिषद के बाहर प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी जिसमें प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके थें। रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलती हुई तस्वीर को पोस्ट किया गया है।

पड़ताल में हमने पाया कि इसी जानकारी के साथ टाइम्स ऑफ इंडिया, न्यू दिल्ली टाइम्स और Citrus County Chronicle के हवाले से खबर प्रकाशित की गई है। जिनसे पता चलता है कि इंडोनेशिया में सांसदों के भत्ते बढ़ाए जाने को लेकर लोगों में रोष व्याप्त था, जिससे बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करते नज़र आये।

हमने वीडियो को और अधिक स्पष्ट करने के लिए वायरल वीडियो से संकेत लेकर उस जगह को गूगल स्ट्रीट व्यू से ढूंढा जहां पर प्रदर्शन किए गए थें। परिणाम में हमें उत्तरी सुमात्रा के मेडान इलाके की सड़क वाली वो लोकेशन मिली जो वायरल वीडियो में दिख रही है।

इसलिए हम कह सकते हैं कि इंडोनेशिया में हुई एक झड़प के वीडियो को नेपाल की घटना के संदर्भ से जोड़ कर शेयर​ किया जा रहा है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। असल में यह इंडोनेशिया में सांसदों के वेतन वृद्धि के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन का है, जिसे नेपाल में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों से ग़लत तरीके से जोड़ कर फैलाया जा रहा है।

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Title:इंडोनेशिया में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए टकराव का वीडियो नेपाल में हालिया प्रदर्शन के नाम पर वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: Misleading