किसान आंदोलन की पुरानी तस्वीर को हाल ही में चल रहे पहलवानों के आंदोलन से जोड़कर साक्षी मलिक का बताया जा रहा है।

False Social

यह तस्वीर वर्ष 2021 में हुये किसान आंदोलन की है। इसका साक्षी मलिक या पहलवानों के आंदोलन से कोई संबन्ध नहीं है।

दिल्ली के जंतर- मंतर पर पिछले चार महिनों से चल रहे पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को जोड़कर एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है। उसमें आप एक शख्स को पुलिस के पैर के नीचे दबे हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि वह शख्स पहलवान साक्षी मलिक है। 

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “देश के लिए महिला रेसलिंग में पहला ओलंपिक मेडल दिलाने वाली साक्षी मलिक है! ऐसी तस्वीर तो तालीबान में भी देखने को नहीं मिली। प्रधानमंत्री जी आपका जमींर जिंदा है या मर गया या फिर बिक गया!”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस तस्वीर की जाँच हमने रिवर्स इमेज सर्च कर की। हमें यही तस्वीर 1 फरवरी 2021 को प्रकाशित टाइम्स ऑफ इंडिया के वेबसाइट पर प्रकाशित की हुई मिली। आप नीचे देख सकते है।

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इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि यह तस्वीर सिंघू बॉर्डर पर किसान विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के जुतों के नीचे कुचले गये 22 वर्षीय रणजीत सिंह की है।

चूंकि यह तस्वीर पुरानी है। इसका हाल ही में हो रहे आंदोलन से कोई संबन्ध नहीं है।

आपको बता दें कि यह तस्वीर तब की है जब सरकार द्वारा पास किये गये कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली के सिंघु बोर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। यह तस्वीर वर्ष 2021 में हुये किसान आंदोलन की है। इसका पहलवान साक्षी मलिक या हाल ही में हो रहे आंदोलन से कोई संबन्ध नहीं है।

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Title:किसान आंदोलन की पुरानी तस्वीर को हाल ही में चल रहे पहलवानों के आंदोलन से जोड़कर साक्षी मलिक का बताया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal 

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