आरिफ के पास सारस की वापसी की गलत खबर को सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है , सारस अभी चिड़ियाघर में है।

हमने अक्सर सिनेमा के ज़रिये इंसानों और पशु-पक्षियों के बीच की दोस्ती को काफी करीब से देखा है। जिसके तहत कई ऐसे उदहारण समाज में देखने को मिले जिसने बेमिसाल दोस्ती को परिभाषित किया। इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ा है आरिफ गुर्जर और सारस का जिनकी दोस्ती को दिखाती कई वीडियो और पोस्ट सोशल मीडिया पर जम कर साझा किये गए। इसी बीच जहां आरिफ़ द्वारा इंस्टाग्राम पर ये साझा किया गया कि उत्तर प्रदेश वन विभाग की टीम सारस को अपने साथ ले गयी। तो वहीं सोशल मीडिया यूजर्स की तरफ से एक तस्वीर को साझा करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि वन विभाग जिस सारस को अपने साथ ले गए थे। वह वापस आरिफ गुर्जर के पास आ गया है।
वायरल पोस्ट के साथ यूजर्स ने कैप्शन में लिखा है कि…
सारस आखिर पहुंच ही गया आरिफ के पास…मोहब्बत जिन्दाबाद..ये देख के इंसान को समझना चाहिए की मोहब्बत अभी भी जिंदा है। जब एक बेजुवा पंछी इंसान से इतनी मोहब्बत कर सकता है ।तो फिर ये देख कर भी इंसान इंसान से नफरत क्यों करता है।

अनुसंधान से पता चलता है कि…
सबसे पहले वायरल पोस्ट के साथ किये गए दावे की सत्यता को जांचने के लिए तस्वीर का रिवर्स इमेज करते हुए खोज की शुरुआत की । जिसके परिणाम में हमें पत्रिका नाम की एक मैगज़ीन में वायरल तस्वीर के साथ खबर प्रकाशित हुई मिली।

24 मार्च 2023 को प्रकाशित खबर के अनुसार, आरिफ ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कर वायरल दावे का खंडन किया है। पोस्ट में आरिफ ने लिखा है, “सोशल मीडिया व यूट्यूब चैनल पर फर्जी अफवाह उड़ाई जा रही है,कि मेरा यानी आरिफ का सारस मिल गया है, लेकिन यह सब अफवाह है अभी भी मेरा दोस्त, मेरा सारस वन विभाग की कैद में है।”
इससे साफ होता है कि 24 मार्च तक आरिफ को सारस वापस नहीं मिला था।
आगे गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें न्यूज 18 की एक खबर मिली, जिसके मुताबिक 29 मार्च को यानी आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव और अमेठी के रहने वाले आरिफ कानपुर चिड़ियाघर में सारस को देखने पहुंचे। मगर, अधिकारियों ने उन्हें सारस को देखने की अनुमति नहीं दी। अधिकारियों ने अखिलेश यादव से कहा कि सारस को 15 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया है।

इसको लेकर आरिफ ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है। जिसको निम्न में देखा जा सकता है। इससे साफ होता है कि सारस अभी भी वन विभाग वालों के पास ही है।
क्या है पूरा मामला?
अगस्त 2022 में आरिफ को अपने खेत में एक घायल सारस मिला था, जिसे घर लाकर उन्होंने उसका उपचार कराया था। इसके बाद से ही सारस और आरिफ़ के बीच एक खास दोस्ताना रिश्ता बन गया था। दोनों साथ में खाते-पीते और घूमते थे, लेकिन जैसे ही उत्तर प्रदेश वन विभाग को इसकी खबर लगी, वो सारस को अपने साथ ले गए। वन अधिकारियों ने सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी अभयारण्य में पहुंचा दिया। जिसके बाद आधिकारियों ने कहा था कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि सारस अपने ‘प्राकृतिक वातावरण’ में रह सके। रायबरेली के बाद सारस को कानपुर के चिड़ियाघर में पहुंचा दिया गया था।
निष्कर्ष-
तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल खबर के साथ किया गया दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है। सारस अभी वन विभाग की टीम की देख रेख में चिड़ियाघर में है।

Title:क्या आरिफ के पास वापस आया सारस? वायरल खबर फर्जी है..
Fact Check By: Saritadevi SamalResult: False
