
लोकसभा चुनावों के बाद साल के अंत में हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होने है। ऐसे में सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता के नाम पर एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है। जिसमें एक महिला दलितों को आरक्षण पर मिलने वाली नौकरी के साथ ही उनके खिलाफ विवादित और आपत्तिजनक टिपण्णी करती नज़र आ रही है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि हरियाणा की भाजपा नेता ने दलित समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- ये हरियाणा सरकार में भाजपा की लेडिज नेता हैं जो एससी एसटी OBC को बदतमीजी से बात कर रही है , इसके ऊपर एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज हो इसकी जगह जेल में है खुले में घूमने से सामाजिक सौहार्द खराब कर सकती है दंगा करवा सकती है दो समुदायों में लड़ाई कर सकती है देश की एकता अखंडता के लिए खतरा है
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें एक फेसबुक पेज पर मिला। ये पोस्ट 11 नवंबर 2021 को शेयर किया गया था। इसमें वायरल वीडियो का एक लंबा वर्जन मौजूद है। इससे ये साफ है कि वायरल वीडियो पुराना है।
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है- चमार जितना पिटेगा उतना सुधरेगा – Kanta Aladiya का विवादित बयान
पोस्ट के मुताबिक वीडियो में दिख रही महिला का नाम कांता आलड़िया है। और वह एकता समिति की प्रदेशाध्यक्ष है। कांता एससी, एसटी और ओबीसी के खिलाफ नहीं हैं बल्कि डॉ. अंबेडकर का अनुसरण करती हैं और दलितों के लिए आवाज उठाती हैं।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। परिणाम में हमें वायरल वीडियो का मूल वीडियो हमें धाकड़ है हरियाणा नाम के एक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। यहां पर भी वीडियो को 7 नवंबर, 2021 को अपलोड किया गया है।

हमें मिले वीडियो को पूरा सुनने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि वीडियो में कांता आलड़िया दलित समाज में नौकरी कर रहे या संपन्न लोगों पर समाज के गरीब लोगों की सहायता ना करने का आरोप लगा रही है।
जांच में आगे हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला। जिसे फेसबुक यूजर राहुल ने 22 नवंबर 2021 को कांता आलड़िया के खिलाफ इस भाषण के तहत शिकायत भी दर्ज कराई थी।

कांता आलड़िया ने 2017 में भाजपा छोड़ा-
बतादें कि वीडियो में बोलने वाली महिला एक दलित अधिकार कार्यकर्ता, “कांता आलड़िया ” हैं, जिन्होंने 2017 में भाजपा छोड़ दी थी। वो बीजेपी में शामिल हुईं थी 2014 में। उन्होंने वीडियो में कहा कि हरियाणा में बीजेपी सरकार है और यहां पर अपराध बढ़ते जा रहा है, महिलाएं सुरक्षित नहीं है। वह पार्टी में राज्य कार्यकारिणी समिति की विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर कार्यरत थी, लेकिन उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
वहीं 2022 में कांता आलड़िया ने खुद की पार्टी बनाई थी जिसका नाम ‘मिशन एकता पार्टी’ है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, हरियाणा की भाजपा नेता के दलित समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का दावा फर्जी है। वायरल वीडियो ‘मिशन एकता पार्टी’ के प्रदेशाध्यक्ष तथा दलित नेता कांता आलड़िया का है, जिन्होंने समाज के संपन्न लोगों द्वारा गरीबों की मदद ना करने को लेकर यह टिप्पणी की थी। कांता आलड़िया ने 2017 में बीजेपी छोड़ दी थी और ये वीडियो 2022 का है।

Title:हरियाणा की भाजपा नेता के दलित समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का फर्जी दावा वायरल…
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading
