मध्य प्रदेश में लड़की के पिटाई के वीडियो को यूपी में दलितों पर हो रहे अत्याचार का बताकर वायरल 

False Social

ये मामला मध्य प्रदेश से है जब दो लड़कियों को उनके घरवालों ने पीटा था। ये घटना दलित समाज पर हो रहे अत्याचार से संबंधित नहीं है।

सोशल मीडिया पर दो पुरुषों द्वारा एक महिला को बेरहमी से प्रताड़ित करने वाला एक वीडियो इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है कि वीडियो में एक दलित लड़की को नहाने के लिए नदी के पानी का उपयोग करने के लिए बेरहमी से पीटा जा रहा है। कुछ यूजर्स ने दावा किया है कि यह घटना मध्य प्रदेश की है जबकि अन्य ने वीडियो को दलित अत्याचार की घटना बताकर शेयर किया है। कुछ लोगों ने इस वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताकर भी फैलाया है।

वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “इस दलित लड़की को नदी में नहाने और पानी को दूषित करने के लिए बेरहमी से पीटा जा रहा है. आजाद भारत के 75 साल, जहां महिलाओं से ज्यादा महत्व पानी का है।

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यह वीडियो फेसबुक पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है। 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने इस घटना के बारे में समाचार रिपोर्ट खोजने के लिए गूगल पर संबंधित कीवर्ड सर्च कर अपनी जांच शुरू की। जुलाई 2021 को प्रकाशित भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना मध्य प्रदेश के धार जिले के टांडा थाना अंतर्गत पिपलवा गांव में हुई थी। घटना 22 जून 2021 को हुई थी। मामा के भाई से बात करते पकड़े जाने पर दोनों बहनों को पीटा गया था।

एनडीटीवी के अनुसार, आदिवासी महिलाएं, जो चचेरी बहनें हैं, को उनके परिवार के सदस्यों द्वारा सार्वजनिक रूप से प्रताड़ित किये गये थे क्योंकि वे स्पष्ट रूप से अपने मामा से बात कर रही थीं जो उनके परिवार को पसंद नही आया। यह घटना 22 जून को हुई और कुछ ही दिनों बाद वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया।

फैक्ट क्रेसेंडो ने टांडा थाना प्रभारी विजय वास्कले से बात की, जिन्होंने हमें बताया कि यह जून 2021 की पुरानी घटना है। इस वीडियो को पहले भी दलित समुदाय पर हुए अत्याचार के नाम से फैलाया गया था। ये मामला असल में दलितों पर हो रहे अत्याचार का नहीं है बल्कि इन लड़कियों को उनके घरवाले पीट रहे थे क्योंकि वे अपने मामा के बेटे से बात कर रहे थे। ये एक ही परिवार में हुए आपसी झगड़ों का मामला है। हमने आरोपियों के खिलाफ कारवाही करके उन्हें जेल भेजा था मगर बादमे उन्हें जमानत मिल गयी। 

आगे हमें उत्तर प्रदेश पुलिस फैक्ट चेक के ट्विटर अकाउंट पर इस वीडियो से संबंधित स्पष्टीकरण भी मिला जिसमे लिखा गया है कि “यह वीडियो उत्तर प्रदेश से न होकर सन् 2021,थाना टांडा,जनपद धार,मध्य प्रदेश से संबंधित है। आपके विरुद्ध भ्रामक ट्वीट करने हेतु वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जा रही है।

निष्कर्ष:

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वीडियो में दिख रही घटना उत्तर प्रदेश से नहीं बल्कि मध्य प्रदेश से है। ये मामला दलित अत्याचार से संबंधित नहीं है बल्कि परिवार के बीच हुए एक आपसी झगड़े का है। लड़की को पीटने वाले लोग उनके घर के सदस्य है।

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Title:मध्य प्रदेश में लड़की के पिटाई के वीडियो को यूपी में दलितों पर हो रहे अत्याचार का बताकर वायरल 

Fact Check By: Drabanti Ghosh 

Result: False