
नेपाल में सरकार के खिलाफ चलाए गए जेन-जी विरोध प्रदर्शन के बीच एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक मंदिर के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। साथ ही, कुछ लोग इस वीडियो में मंदिर के गेट पर चढ़ते भी दिखाई दे रहे हैं।
इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जेन-जी प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर को निशाना बनाया और वहां पर तोड़फोड़ की।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- गुस्सा अगर सरकार से है, तो निशाना पशुपतिनाथ मंदिर क्यों? ये मंदिर सिर्फ ईंट-पत्थर नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज की आस्था और पहचान का प्रतीक है। सरकार के खिलाफ विरोध समझ आता है, लेकिन मंदिर के दरवाज़े तोड़ने की कोशिश? असली गुस्सा कहाँ है? और चोट मंदिर पर क्यों?
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया । परिणाम में वायरल वीडियो हमें इंस्टाग्राम पर हमरो जात्रा पेज पर मिला, यहां पर वीडियो14 जुलाई, 2025 को अपलोड किया गया था। इससे पुष्टि होती है कि यह वीडियो जेन-जी सितंबर 2025 के विरोध प्रदर्शनों से पहले का है और इससे संबंधित नहीं है।

जांच में आगे हमें यह वीडियो राहुल झा नाम के यूजर की तरफ से समान दावे के साथ 10 सितंबर 2025 को पोस्ट किया हुआ मिला। इस वीडियो पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने इसे फर्जी बताया और एक स्क्रीनशॉट भी शेयर कर कहा है, पशुपतिनाथ मंदिर में दिख रहा वीडियो पुराना है और मंदिर परिसर फ़िलहाल खाली और सामान्य स्थिति में है।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए अधिक सर्च करने पर हमने पाया कि ये वीडियो ‘पहांचरे’ उत्सव के दौरान नक्सली भगवती यात्रा के हैं। ये वायरल वीडियो हमें Hamrojatra.com फेसबुक पेज पर मिला। ये पेज नेपाल की संस्कृति, त्योहारों और जात्राओं के लाइव वीडियो दुनिया भर के दर्शकों के साथ साझा करता है।
इस पेज ने वायरल वीडियो के साथ 9 सितंबर 2025 को एक स्पष्टीकरण लिखा है। जिसमें बताया गया है कि , ये वीडियो किसी विरोध प्रदर्शन से संबंधित नहीं है, बल्कि एक उत्सव का है। पोस्ट में कहा गया था कि यह फुटेज ‘पहांचरे जात्रा’ का है, जो नेवार समुदाय का एक महत्वपूर्ण उत्सव है। कोई हमला या अप्रिय घटना नहीं हुई और सभी सुरक्षित हैं। वीडियो में केवल उत्सव का एक दृश्य दिखाया गया है और प्लेटफ़ॉर्म ने लोगों से डरने, भ्रमित होने या गलत सूचना न फैलाने का आग्रह किया है।

वायरल वीडियो पर और स्पष्टीकरण के लिए हमने असली वीडियो को शेयर करने वाले पेज ‘Hamro jatra’ के ओनर श्याम था से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वह एक पत्रकार हैं। यह वीडियो पशुपतिनाथ मंदिर में हुए एक उत्सव का है।
पशुपतिनाथ मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद-
देश भर में बढ़ती हिंसा के कारण पशुपतिनाथ मंदिर 10 सितंबर 2025 को दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया था। काठमांडू के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन और झड़प जारी रहने के कारण, सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए मंदिर परिसर के आसपास नेपाली सेना तैनात की गई थी।
कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंसक प्रदर्शनकारियों ने 9 सिंतबर को पशुपतिनाथ मंदिर में घुसकर तोड़फोड़ करने की कोशिश की थी लेकिन नेपाली सेना ने हमले की कोशिश को नाकाम करते हुए मंदिर की सुरक्षा अपने हाथों में ली थी। सेना के पहुंचने के बाद पशुपतिनाथ मंदिर में स्थिति सामान्य है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, यह वीडियो नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में मार्च 2025 में हुए एक उत्सव के वक्त जमा हुई भीड़ का है। वीडियो को गलत दावे के साथ नेपाल में हुए हालिया विरोध प्रदर्शनों से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।

Title:नेपाल में Gen-Z प्रदर्शनकारियों ने पशुपतिनाथ मंदिर पर नहीं किया हमला, दावा फर्जी ..
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading
