इस बात का स्पष्टिकरण चुनाव आयोग ने दिया है। टी.एस कृष्णमूर्ति ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। यह खबर फेक है।

समाचार पत्र में छपी एक खबर की तस्वीर इंटरनेट पर काफी वायरल हो रही है। उसमें यह लिखा हुआ है कि पूर्व चुनाव आयुक्त टी.एस कृष्णमूर्ति ने कहा है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव भाजपा ने ई.वी.एम हैंकिग से जीता है। दावा किया जा रहा है कि यह बयान टी.एस कृष्णमूर्ति ने दिया है।

इस तस्वीर को पोस्ट कर यूज़र ने आक्रोशित होकर लिखा है,“ऐसे बयान कुर्सी छोड़ने के बाद ही क्यों आते हैं, पहले क्यो नही आत्मा जागती इनकी।” (शब्दश:)

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरूवात हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर की। हमें यही खबर Rofl Gandhi नामक एक फेसबुक पेज पर 21 दिसंबर को शेयर की हुई मिली। उसमें यूज़र ने Thedailygraph.co.in नामक एक वेबसाइट पर प्रकाशित इस खबर को शेयर किया है। आप नीचे देख सकते है।

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इससे हमने अनुमान लगाया कि यह खबर वर्ष 2017 से वायरल हो रही है। फिर हमने गूगल पर और कीवर्ड सर्च किया और हमने कोई विश्वासनीय वेबसाइट पर खबर को खोजने की कोशिश की। परंतु हमें कही भी ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

गौर करने वाली बात यह है कि हमें 18 दिसंबर 2017 को प्रकासित एन.डी.टी.वी न्यूज़ के वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर मिली। जिसमें बताया गया है कि टी.एस कृष्णमूर्ति ने ऐसा कहा था कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों में असली विजेता ई.वी.एम मशीन है और उसे कोसना बंद होना चाहिये। उन्होंने यह भी कहा था कि जिसे भी लगता है कि ई.वी.एम में गड़बड़ी है तो वे यह कोर्ट में साबित करें। वे ई.वी.एस द्वारा जारी किये गये परिणाम से बिलकुल सहमत है, उन्होंने यह भी कहा था।

इससे हम समझ सकते है कि टी.एस कृष्णमूर्ति ने ई.वी.एम हैकिंग के बारें में बात नहीं की। ई.वी.एम में गड़बड़ी की वजह से भाजपा जीती, उन्होंने ऐसा नहीं कहा था।

फिर हमें चुनाव आयुक्त के आधिकारिक वेबसाइट पर 11 मार्च 2021 को एक स्पष्टिकरण जारी किया हुआ मिला। उसमें उन्होंने इस खबर का खंडण करते हुये बताया है कि इंटरनेट पर पुरानी खबर वायरल हो रही है। ई.वी.एम हैंकिग की वजह से भाजपा विधानसभा चुनाव जीती है, ऐसा टी.एस कृष्णमूर्ति ने नहीं कहा है। इसमें यह भी बताया गया है कि वर्ष 2018 में पूर्व चुनाव आयुक्त ने खुद इस बात को खारिज किया था। और कहा था ई.वी.एम सबसे विश्वसनीय है और उन्हें उसपर कोई संदेह नहीं है।

इसमें यह भी बताया गया है कि इस वायरल खबर के खिलाफ चुनाव आयोग के निर्देश पर दिल्ली के सी.ई.ओ ने मामला दर्ज किया था और जाँच भी शुरू कर दी थी। इस खबर को फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था।

आप चुनाव आयोग के इस स्पष्टिकरण को नीचे देख सकते है।

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जाँच के दौरान हमें पी.आई.बी फैक्ट चेक द्वारा 10 अक्टूबर को किया गया ट्वीट भी मिला। उन्होंने भी इस खबर को फर्ज़ी बताया है।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी. एस कृष्णमूर्ति ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था।

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Title:क्या पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी.एस कृष्णमूर्ति ने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव भाजपा ई.वी.एम हैकिंग से जीती है?

Fact Check By: Samiksha Khandelwal

Result: False