कोरोनावायरस महामारी के चलते स्कूल व कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को काफी खामियाजा भुगतना पढ़ रहा है, जहाँ एक ओर पिछले काफी समय से ये संस्थान ऑनलाइन अपने पाठ्यक्रम को जारी रखें हैं वहीं छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों में परीक्षाओं को लेकर एक असमंजस बना हुआ है, सोशल मंचों पर अकसर परीक्षाओं को लेकर कई गलत व भ्रामक खबरें साझा की जाती रहीं है। फैक्ट क्रेसेंडो ने पूर्व में भी ऐसी कई खबरों का अनुसंधान कर उनकी प्रमाणिता अपने पाठकों तक पहुंचाई है। वर्तमान में ऐसी ही एक खबर इंटरनेट पर काफी वायरल हो रही है जिसका दावा है कि इस वर्ष 5 जून से यू.पी बोर्ड की परीक्षा शुरु होने वाली है। वायरल हो रहे पोस्ट में चार तस्वीरें संग्लित हैं जिसमें परीक्षा की समय सारणी दी गयी है। उस समय सारणी के मुताबिक माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षा इस वर्ष 5 जून से लेकर 25 जून तक रहेगी।

वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,

“5 जून से यू.पी बोर्ड की परीक्षा।”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही खबर गलत व भ्रामक है व परीक्षा की समय सारणी की तस्वीरें भी फर्जी है। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा की ऐसी कोई समय सारणी जारी नहीं की है।

जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे दावे को गूगल पर कीवर्ड सर्च कर देखा, परिणाम में हमें ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जो इस बात की पुष्टि करता हो कि माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा इस वर्ष 5 जून से 25 जून तक घोषित की है व इसके सम्बन्ध में परीक्षा की समय सारणी जारी की है।

इसके पश्चात हमने उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा परिषद के आधिकारिक वैबसाइट को खंगाला, वहाँ हमें एक सर्कूलर जारी किया हुआ मिला। यह सर्कूलर इस वर्ष 17 मई को जारी किया गया था व उसके शीर्षक में लिखा है, “वर्ष 2021 की बोर्ड परीक्षाओं की वायरल हुई फर्ज़ी समय सारणी के सम्बंध में सूचना।“

इस सर्कूलर में लिखा है कि व्हाट्सएप पर वर्ष 2021 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाएं 5 जून से 25 जून तक है व उसके साथ वायरल हो रही समय सारणी फर्ज़ी है।

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तदनंतर फैक्ट क्रेसेंडो ने फिरोजाबाद के माध्यमिक शिक्षा परिषद के जिला निरीक्षक से संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि, “वायरल हो रही खबर जैसा कोई आदेश राज्य सरकार की ओर से हमें नहीं मिला है, अगर सरकार द्वारा ऐसा कोई भी सर्कुलर जारी किया होता तो हमें भी दिया जाता, इससे हम कह सकते है कि वायरल हो रहा सर्कूलर फर्ज़ी है।“

इसके पश्चात गूगल पर अधिक जाँच करने पर हमें यू.पी फैक्ट चेक द्वारा इस वर्ष 17 मई को किया गया ट्वीट मिला जिसमें उन्होंने भी स्पष्ट किया कि वायरल हो रहा दावा गलत है। ट्वीट में उन्होंने लिखा है, “कुछ व्हाट्सएप ग्रुप्स एवं सोशल मीडिया पर यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं की समय-सारिणी वायरल की जा रही है। यू.पी फैक्ट चेक को इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश ने सूचित किया है कि ऐसे संदेश पूरी तरह से भ्रामक हैं।“

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि उपरोक्त दावा गलत व भ्रामक है। परीक्षा की समय सारणी की तस्वीरें फर्जी है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा की ऐसी कोई समय सारणी जारी नहीं की है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. गोबर से बने दो उपलों के साथ १० ग्राम घी को जलाने से ऑक्सीन नहीं बनती है, ये दावे सरासर गलत व भ्रामक हैं।

२. केंद्र सरकार द्वारा अमेरिका से प्राप्त हुई मदद को वापस भेजने की ख़बरें फर्जी व भ्रामक हैं।

३. कोरोना की पुष्टि/ अपुष्टि मात्र सांस रोकने के परीक्षण से नहीं होती है|

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Title:इस वर्ष 5 जून से यू.पी बोर्ड की परीक्षा शुरू होने की खबर फर्ज़ी है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False