
७ जनवरी २०१७ को फेसबुक के ‘RDX Prithvi Singh’ नामक पेज पर एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में चार तस्वीरें साझा की गई है | पहली तस्वीर में एक घायल पुलिसकर्मी लाठी उठाये हुए दिखता है | दूसरी तस्वीर में कुछ लोग तिरंगा जला रहे है, तथा तिरंगे के नीचे एक गाय मरी पड़ी है | तीसरी तस्वीर में और एक घायल पुलिसकर्मी हाथ में डंडा पकडे हुए है | चौथी तस्वीर में एक और घायल पुलिसकर्मी दिखाई दे रहा है, जिसे उसके साथी पुलिसकर्मी संभाले हुए है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि,
कश्मीर में तिरंगे के ऊपर रखकर गाय को काटा,,
अब हिंदुस्तानी नेता दुख प्रकट करेंगे सिर्फ दुख”
भाई लोगों अगर आपने गाय माता का दूध पिया है,,
तो आपको उस दूध की कसम है”
कि इस फोटो को इतना शेयर करो,,
कि पूरे भारत में फैल जाए और दूध का कर्ज उतार सको….!
जय जय गौ माता
जय भारत माता |
तो आइये जानते है इस दावे की सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले सभी तस्वीरों को अलग किया और चारों को अलग से रिवर्स इमेज सर्च किया |
1.पहली तस्वीर हमें चीन के people’s daily online की वेबसाइट पर मिली | तस्वीर के कैप्शन में लिखा है कि, त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा हमले में घायल एक पुलिसकर्मी | ११ जुलाई २०११ को हुई इस घटना में १ व्यक्ति की मौत हो गई, तथा ११ सुरक्षा कर्मियों सहित ३० लोग घायल हो गए | फोटो के क्रेडिट में झिन्हुआ/स्ट्रिंजर लिखा है |
2.दूसरी तस्वीर को रिवर्स इमेज में ढूंढने के बाद हमें कुछ खास परिणाम नहीं मिले | तब हमने तस्वीर को बारीकी से देखा | हमें तस्वीर के दायें कोने में एक पोस्टर मिला, जिसपर अंग्रेजी में लिखा है ‘DIGGER’ | हमने इस इश्तेहार के बारे में गूगल सर्च किया लेकिन हमें कुछ भी खास परिणाम नहीं मिले | तब हमने इस नाम से फेसबुक पर ढूंढा, तो हमें एक पेज मिला | यह पेज जूतों तथा चप्पल के ब्रांड प्रोमोट करने तथा ऑनलाइन खरीदी के लिए चलाया जाता है | जब हमने पोस्ट में दिए लिंक पर क्लीक किया तो हमें इस कम्पनी के बारे में पता चला | कंपनी का नाम बोर्जन (Borjan) है | हमने कम्पनी के अबाउट सेक्शन को क्लीक किया, तो हमें जो पता चला वह आप नीचे की स्क्रीनशॉट पर देख सकते है |
बोर्जन यह जूतों का एक प्रसिद्ध पाकिस्तानी ब्रांड है | पूरे पाकिस्तान में उसके ११२ आउटलेट है | पाकिस्तान के अलावा मिडिल ईस्ट में तथा यूनाइटेड अरब अमीरात में उसके कुछ आउटलेट है |
इसका मतलब यह है कि, जूतों का जो इश्तिहार फोटो में लगा हुआ दिखाई देता है, वह उन जगहों में से किसी जगह का हो सकता है, जहाँ इस कंपनी का कारोबार फैला है | इससे जाहिर होता है कि, यह फोटो जम्मू-कश्मीर की नहीं है |
3.तीसरी तस्वीर को जब हमने रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें ‘Deccan Chronical’ द्वारा प्रसारित एक खबर मिली, जिसमे इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है | १७ जून २०१४ की इस खबर में लिखा गया है कि, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में पुलिस के साथ गुस्साए लोगों की झडप हुई, जिसमें प्रदेश पुलिस के डीआयजी विजय सिंह मीणा समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए |
4.हमने जब चौथी तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें कुछ खास परिणाम नहीं मिले | तब हमने फोटो को ध्यान से देखा तो पुलिसकर्मी की वर्दी पर पर JKP लिखा हुआ पाया, जिसका मतलब है जम्मू-कश्मीर पुलिस | यह तस्वीर कश्मीर की तो है, मगर गौ-माता के काटे जाने से इसका भी कोई सम्बन्ध नहीं हो सकता, क्यूंकि वह फोटो भारत की है ही नहीं |
इससे यह स्पष्ट होता है कि, गाय को तिरंगे के ऊपर रखकर काटे जाने वाली तस्वीर जम्मू-कश्मीर की नहीं है, बल्कि पाकिस्तान या मिडिल ईस्ट की हो सकती है | बाकि तीन तस्वीरें भी अलग अलग जगहों की है | उनका गाय व तिरंगा वाले तस्वीर के साथ कोई सम्बन्ध नहीं है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा फोटो के साथ किया गया दावा कि, “कश्मीर में तिरंगे के ऊपर रखकर गाय को काटा,,
अब हिंदुस्तानी नेता दुख प्रकट करेंगे सिर्फ दुख।” बिलकुल गलत है | यह घटना कश्मीर की नहीं है |

Title:क्या कश्मीर में तिरंगे के ऊपर रखकर गाय को काटा गया?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
