Fake News Alert: यह औरतें शाहीन बाग़ से नहीं हैं|

False Political

नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध भारत के कई हिस्सों में व्यापक रूप से हो रहा है, इन विरोधों में दिल्ली के शाहीन बाग़ में पिछले ४० दिनों से लगातार २४x७ प्रदर्शन हो रहें है | इसके चलते है सोशल मीडिया पर कई बार ऐसे दावे किये गये है कि प्रदर्शन में मौजूद प्रदर्शनकारियों को पैसे देकर लाया जा रहा है | ऐसी ही एक वीडियो जहाँ हम दो औरतों को लड़ाई करते हुए देखा जा सकता है इस दावे के साथ फैलाया जा रहा है कि यह औरतें शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों में से हैं जो प्रदर्शन के पैसों के बंटवारें को लेकर झगड़ रहीं हैं |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “शाहीन बाग- दिहाड़ी के 500 रूपये समय से न मिलने पर हंगामा |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विद टूल के मदद से गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें इस वीडियो से जुड़ीं कई खबरे मिली, २ जनवरी २०१९ को दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार “उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले में एक दुकान पर दो महिलाओं के बीच सूट खरीदने को लेकर झगड़ा हुआ |” कहा गया है कि यह घटना बिजनौर जिले के नजीबाबाद थाने इलाके की है | आज तक ने भी घटना को बिजनौर जिले के नजीबाबाद क़स्बे का बताया है |

आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक

ये विडियो साल भर पहले हुई एक घटना का है जहां ख़रीददारी को लेकर दो औरतों के बीच हाथापाई हो गई थी, ज्ञात रहे ये एक असंबंधित विडियो है जिसका वर्तमान CAA, NRC और शाहीन बाग़ में चलते विरोध से कोई सम्बंध नही है| 

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात् हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह वीडियो १ साल पुराना है और शाहीन बाग़ विरोध या प्रदर्शनकारियों से कोई संबंध नही रखता है |

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Title:Fake News Alert: यह औरतें शाहीन बाग़ से नहीं हैं|

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False