
८ मई २०१९ को फेसबुक पर ‘T. N. Sharma’ नामक यूजर ने एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में एक विडियो दिया गया है | विडियो में दो-दो सौ रुपये की नोटों की गड्डियां दिखाई दे रही है | साथ ही कुछ बोरों में लिफाफें रखे दिखाई देते है | एक शख्स दुसरे शख्स को एक लिफाफा खोलकर दिखाने के लिए कहता है | उस लिफाफे से दो सौ के नोटों की गड्डी निकलती है | पोस्ट के विवरण में लिखा है –
क्या कमी है बीजेपी के पास, पैसों की?
चुनाव में बांटने के लिए!!
बाकायदा वार्ड नंबर लिख कर रखे हुए हैं
इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि बीजेपी ने लोगों में बंटवाने के लिए दो सौ रूपये की गड्डियां लिफाफे में भरकर रखी है | आइये जानते है इस विडियो और पोस्ट की सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले विडियो को InVid टूल का इस्तेमाल करके देखा और उसे कई टुकड़ों में विभाजित किया | इन विभाजित टुकड़ों को एक एक करके रिवर्स इमेज सर्च किया, तो एक टुकड़े के सर्च परिणाम से हमें गूगल सर्च से यू-ट्यूब का एक लिंक मिला | NEWS007 नामक एक समाचार चैनल द्वारा १ अप्रैल २०१९ को एक खबर के साथ वही विडियो प्रसारित की गई थी, जो उपरोक्त पोस्ट में साझा की गई है | यह यू-ट्यूब विडियो आप नीचे देख सकते है |
खबर में कहा गया है कि, DMK के वेल्लोर सीट से उम्मीदवार कथीर आनंद के कॉलेज से एक सीमेंट गोदाम में भेजी गई तथा बोरों में भरी यह करोड़ो रूपये की रकम जब्त की गई है | इस उम्मीदवार के पिता दुरिमुरुगन DMK पार्टी के खजांची है | बाकायदा वार्ड के नम्बर तथा नाम नोटों से भरे लिफाफों पर लिखे है | खबर में यह भी कहा गया है कि, सरकार द्वारा दो सौ रूपये के नोट जारी किये जाने के बाद पार्टी को पैसे बांटने में आसानी हो रही है | जमीनी तबके के कार्यकर्ताओं को हर रोज दो सौ रूपये देने में पार्टी को बिलकुल भी दिक्कत नहीं आ रही है |
इसके साथ ही हमें toptamilnews.com द्वारा १ अप्रैल २०१९ को तमिल भाषा में प्रसारित एक खबर भी मिली | गूगल भाषांतरण से हमें पता चलता है कि, किसी सीमेंट गोडाउन से आयकर विभाग ने छापा मारकर करीब ९ करोड़ रूपये जब्त किये है | इस खबर के डिटेल्स यू-ट्यूब पर हमें मिले NEWS007 द्वारा दी खबर से मेल खाते है |
इस विडियो के साथ toptamilnews ने एक ट्वीट भी किया है, जो आप नीचे देख सकते है | मूल तमिल में लिखे इस ट्वीट के विवरण का अंग्रेजी भाषांतरण इस प्रकार है – In Vellore, in the cement chuton clearly written by the ward, the money was parsed and packaged in the baggage and the discovery was discovered.
इस आधार पर हमने यू-ट्यूब पर crores of rupees seized from DMK Vellore Candidate’s premises इन की वर्ड्स के साथ संशोधन किया तो हमें १ अप्रैल २०१९ को NDTV द्वारा यू-ट्यूब पर प्रसारित एक खबर मिली, जिसमे इस विडियो का इस्तेमाल किया गया है | यह खबर आप नीचे देख सकते है |
खबर के विवरण में लिखा गया है कि, लोकसभा के चुनाव के ठीक पहले तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में DMK पार्टी के नेता के एक साथी के सीमेंट गोडाउन से आयकर विभाग द्वारा बहुत सारी कॅश जब्त की गई | वेल्लोर से DMK उम्मीदवार कथीर आनंद इनके चुनाव में जित के लिए मतदाताओं को बंटवाने के लिए यह रकम लाए जाने की आशंका आयकर अधिकारीयों ने जताई |
टीवी समाचार चैनल V6TELUGU ने भी यह खबर १ अप्रैल २०१९ को प्रसारित की है, जो आप नीचे देख सकते है |
गूगल संशोधन से हमें यह खबर हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर मिली |
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर यह खबर हमें २ अप्रैल २०१९ को प्रसारित हुई मिली |
इससे यह बात साबित हो जाती है कि, यह पैसा बीजेपी से नहीं बल्कि DMK के नेता से जब्त किया गया था |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो के साथ किया गया दावा कि, “क्या कमी है बीजेपी के पास, पैसों की?
चुनाव में बांटने के लिए!! बाकायदा वार्ड नंबर लिख कर रखे हुए हैं ।” बिलकुल गलत है | यह विडियो बीजेपी से सम्बंधित नहीं है | चुनाव से पहले १ अप्रैल को वेल्लोर में DMK नेता के साथी के सीमेंट गोडाउन से यह रकम जब्त की गई थी |

Title:क्या बीजेपी ने चुनाव में बांटने के लिए बाकायदा वार्ड नम्बर लिखे लिफाफों में नोट भरकर रखे है?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
