तस्वीर में दर्शाये गये वृद्ध व्यक्तियों का इस घटना से कोई सम्बन्ध नहीं है और ये घटना एक ही समुदाय से सम्बंधित है |

False National Social

१२ अक्टूबर २०१९ को फेसबुक पर ‘सुभाष कुमार साव द्वारा एक तस्वीर साझा किया गया है, जिसमे ४ मुस्लिम सामुदाय के लोग दिख रहें है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “चाँद, उस्मान, अजहर और साहिब ने 15 साल की हिन्दू बच्ची का उसकी बूढ़ी दादी के सामने किया बलात्कार – मेरठ |” इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘तस्वीर में दर्शाए गए ४ मुस्लिम लोगों ने एक नाबालिक हिंदू लड़की का सामूहिक बलात्कार किया है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ArchivedLink

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने सबसे पहले गूगल पर ‘चाँद, उस्मान, अजहर और साहिब ने 15 साल की बच्ची का उसकी बूढी दादी के सामने किया बलात्कार – मेरठ’ कीवर्ड्स को ढूंढा, तो हमें तीन समाचार वेबसाइट पर यह ख़बर मिली | इन ख़बरों के अनुसार, मेरठ के भवनपुर इलाके में ४ लोगों ने एक १५ वर्षीय नाबालिक का सामूहिक बलात्कार किया था | यह घटना २८ सितम्बर २०१९ की बताई जा रही है | इसके अलावा यह कहा गया कि इसमें से एक अपराधी पकड़ा गया है और बाकी फरार है | इन ख़बरों को पूरा पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

SudarshannewsPost | ArchivedLinkKhabar.ndtvPost | ArchivedLink

हमने इस घटना पर अधिक जानकारी के लिए थाना भवनपुर के SHO संजय कुमार से संपर्क किया | उन्होंने हमें बताया कि, “यह घटना २८ सितम्बर २०१९ की है | नाबालिका की उम्र लगभग १६ वर्ष है और वह ग्राम लाडपुरा की निवासी है व मुस्लिम सामुदाय से है | यह नाबालिका अपने दादी के साथ जंगल से मिट्टी लाने गयी थी | तब ४ मुस्लिम लड़कों ने इस नाबालिक को पकड़कर दुष्कर्म किया | इन अपराधियों में से एक स्वयं नाबालिक है और बाकी के तीन १८ से १९ वर्षीय है | इन पर IPC के धारा ३७६ (d) व ५०६ के तहद प्राथमिकी क्र. ४४२/१९ दर्ज की गयी है | हमने घटना के दिन ही पहले आरोपी को पकड़ लिया था | उसके बाद तीन दिन के अंदर और दो अपराधी को पकड़ा गया और उसके अगले दिन चौथे अपराधी को पकड़ लिया गया है | सब ग्राम लाडपुरा के निवासी है |”

उपरोक्त दावा मे साझा तस्वीर में दर्शाए गये लोगों की उम्र काफ़ी ज़्यादा दिखाई देती है | इसपर हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें Dreamstime नामक एक वेबसाइट पर यह तस्वीर मिली | तस्वीर के विवरण में लिखा है कि यह तस्वीर दिल्ली के जामा मस्जिद में खड़े मुस्लिम लोगों की है |

Dreamstime.com

जब हमने इस प्राप्त तस्वीर को उपरोक्त दावा में साझा तस्वीर के साथ तुलना किया तो हमने दोनों तस्वीरों को सामान पाया | गौर से देखने पर इस तस्वीर में हमें Dreamstime वेबसाइट का जलांक (watermark) साफ़ दिखाई देता है व असली तस्वीर में ५ लोग हैं, ४ नहीं | इस तुलना को आप नीचे देख सकतें हैं |

इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा तस्वीर का किये गए दावे के साथ कोई संबंध नहीं है और ना ही इस घटना का कोई सांप्रदायिक रूप है | यह तस्वीर को गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |

जांच का परिणाम :  उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “तस्वीर में दर्शाए गए ४ मुस्लिम लोगों ने एक नाबालिक हिंदू लड़की का सामूहिक बलात्कार किया है |” ग़लत है |

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Title:तस्वीर में दर्शाये गये वृद्ध व्यक्तियों का इस घटना से कोई सम्बन्ध नहीं है और ये घटना एक ही समुदाय से सम्बंधित है |

Fact Check By: Natasha Vivian 

Result: False