
२२ अप्रैल २०१९ को फेसबुक के ‘Main Bhi Chowkidar’ नामक पेज पर एक पोस्ट साझा किया गया है | पोस्ट में एक फोटो दिया है जिसपर लिखा है – सुप्रीमकोर्ट की फटकार के बाद राहुल गांधी ने राफेल डील पर झूठ बोलने के लिए माफ़ी मांगी “मैंने झूठ बोला, मई हाथ जोड़कर माफ़ी मांगता हूँ” | नीचे एक टीवी समाचार चैनेल का स्क्रीन शॉट है जिसपर चुनाव ब्रेकिंग के तहत एक खबर चलती दिखती है – राफेल पर राहुल का झूठ बेनकाब, ‘हाथ जोडकर माफ़ी मांगता हूँ, राहुल ने माफ़ी मांगी, बयान पर माफ़ी मांगता हूँ | इसके नीचे सर पर हाथ रखे राहुल गांधी का फोटो, सुप्रीमकोर्ट का फोटो, राफेल के फोटो का कोलाज है | उसके नीचे लिखा है- कोई और देश होता तो आज इस आदमी का राजनीतिक करियर ख़त्म हो चूका होता |
इस पोस्ट में दावा किया गया है कि राहुल गांधी ने राफेल डील पर झूठ बोलने के लिए सुप्रीमकोर्ट से हाथ जोडकर माफ़ी मांगी | आइये जानते है इस पोस्ट की सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
पोस्ट में किये गए दावे को ध्यान में रखकर हमने सबसे पहले rahul gandhi apologise to supreme court on rafale deal इन की वर्ड्स के साथ गूगल में सर्च किया तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |
इस संशोधन से हमें यह पता चलता है कि राहुल गांधी ने राफेल से सम्बंधित किसी मुद्दे पर सुप्रीमकोर्ट से या तो माफ़ी मांगी है, या खेद प्रकट किया है | लेकिन किस मुद्दे पर, आइये कुछ खबरें खंगालते है |
समाचार पत्र ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की खबर में ANI के ट्वीट के हवाले से कहा गया है कि, राहुल गांधी ने सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बाद अमेठी में किये गए वक्तव्य के लिए खेद व्यक्त किया है | राहुल ने कहा था कि, आज सुप्रीमकोर्ट ने क्लियर कर दिया है कि चौकीदार चोर है |
समाचार वेबसाइट FirstPost ने दी हुई खबर में कहा है कि, चौकीदार चोर है यह वक्तव्य सुप्रीमकोर्ट के साथ जोड़ने के लिए राहुल गांधी ने खेद प्रकट किया है |
समाचार वेबसाइट Scroll ने भी इसी तरह की खबर देते हुए कहा है कि, प्रचार के जोश में उनके मुंह से वह वक्तव्य निकल गया, जिसका विपक्ष ने मुद्दा बनाया | उन्होंने चौकीदार चोर है के साथ कोर्ट को घसीटने के लिए खेद भी व्यक्त किया |
इस सभी प्रकाशनों को पढने के बाद यह बात साफ़ हो जाती है कि राहुल गांधी ने अपने ‘आज सुप्रीमकोर्ट ने क्लियर कर दिया है कि चौकीदार चोर है’ इस वक्तव्य के लिए सुप्रीमकोर्ट में हलफनामा दायर कर खेद प्रकट किया है, ना कि माफ़ी मांगी है | दरअसल कुछ दिनों पहले राफेल मामले में सुप्रीमकोर्ट ने संरक्षण मंत्रालय से चोरी हुए दस्तावेजों को सुबूत के तौर पर स्वीकार करने का फैसला सुनाया था | इसके बाद राहुल गांधी ने अमेठी से अपना नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा था कि, ‘आज सुप्रीमकोर्ट ने क्लियर कर दिया है कि चौकीदार चोर है’ इसके बाद बीजेपी सांसद मिनाक्षी लेखी ने सुप्रीमकोर्ट में राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की | इसपर राहुल ने हलफनामे के द्वारा कोर्ट में अपना पक्ष रखा व वक्तव्य के लिए खेद व्यक्त किया | राहुल ने अमेठी में क्या कहा था, वह विडियो भी हमने ढूंढा | भारत तक टीवी चैनल का यह विडियो आप भी नीचे देख सकते है | विडियो में १ मिनट ३० सेकंड से २ मिनट ३६ सेकंड के बीच राहुल का वह वक्तव्य आप सुन सकते है |
समाचार एजेंसी ANI ने राहुल गांधी द्वारा सुप्रीमकोर्ट में दाखिल हलफनामे के खबर ट्वीट कर दी है, जो आप नीचे देख सकते है | इसमें भी इस बात का जिक्र है कि राहुल ने किस सन्दर्भ में खेद व्यक्त किया है |
इस संशोधन से जो बातें उभरकर आती है वह इस प्रकार है-
- ‘आज सुप्रीमकोर्ट ने क्लियर कर दिया है कि चौकीदार चोर है’ इस वक्तव्य के लिए राहुल गांधी ने खेद व्यक्त किया है |
- राहुल गांधी ने माफ़ी (apology) शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है, बल्कि खेद (regret) शब्द कहा है |
- राहुल गांधी ने कोर्ट में हलफनामा दायर किया है, तो उन्होंने हाथ जोडकर माफ़ी मांगने का सवाल ही नहीं पैदा होता | हलफनामे में भी उन्होंने ऐसे किसी शब्द का इस्तेमाल किये जाने की बात का जिक्र किसी की भी खबर में नहीं है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा कि, ‘सुप्रीमकोर्ट की फटकार के बाद राहुल गांधी ने राफेल डील पर झूठ बोलने के लिए माफ़ी मांगी “मैंने झूठ बोला, मई हाथ जोड़कर माफ़ी मांगता हूँ’ सरासर गलत है | ‘चौकीदार चोर है’ इस वक्तव्य के साथ सुप्रीमकोर्ट का नाम घसिटने के लिए उन्होंने हलफनामे द्वारा खेद प्रकट किया है |

Title:क्या राहुल गांधी ने राफेल सौदे पर झूठ बोलने के लिए सुप्रीमकोर्ट से माफ़ी मांगी ?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
