
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध भारत के कई हिस्सों में व्यापक रूप से हो रहा है, इन विरोधों में दिल्ली के शाहीन बाग़ में पिछले ३७ दिनों से लगातार २४x७ प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने शाहीन बाग़ को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ प्रदर्शनों का केंद्र बिंदु बना दिया है, जिसके चलते सोशल मंचो पर शाहीन बाग़ को लेकर कई भ्रामक व गलत लेख, वीडियो व फोटो अकसर डालीं जा रहीं है, ऐसा ही एक पोस्ट जिसमे एक बुर्क़ाधारी बहुरूपिये की तस्वीर डाली गई है और तस्वीर के माध्यम से दावा किया गया है कि यह बहुरूपिया शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों में से एक है, इस पोस्ट को सोशल मंचो पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है|
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “शाहीन बाग मे सलमा का बुरखा पहनकर बलमा भी पहुंच रहे है, बिरयानी और 500 का सवाल है !”
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुवात हमने इस तस्वीर का स्क्रीनग्रैब लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें jkreport.com की एक रिपोर्ट मिली, रिपोर्ट में उपरोक्त वाईरल फोटो का फुल वर्शन मिला, रिपोर्ट के अनुसार “पुलवामा में एक बुर्का पहने आदमी को आज गिरफ्तार कर लिया गया” जो कथित तौर पर एक आतंकवादी है, जिसे जम्मू कश्मीर पुलिस ने पकड़ा था हालाँकि रिपोर्ट में कोई टाइमस्टैम्प नहीं है | |
इसके आलावा हमें गूगल इमेज पर १६ अक्टूबर २०१६ को NDTV की एक खबर मिली, जिसके अनुसार पुलवामा जिले में बुर्का पहने बंदूकधारी द्वारा अंधाधुंध गोलियां चलाने के बाद दो लोग घायल हो गए है, बाद में बुर्का पहने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया | खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि “कश्मीर : बुर्का पहने आतंकियों ने व्यस्त बाजार में चलायीं गोलियां, तीन लोग घायल |”
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | २०१५ से उपलब्ध बुर्क़ाधारी बहुरूपिये की तस्वीर को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ साझा किया जा रहा|

Title:२०१५ की तस्वीर को शाहीन बाग़ में पकडे बुर्क़ाधारी बहुरूपिये के नाम से फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
