वायरल वीडियो में दिख रही घटना दलित समुदाय के लोगों के खिलाफ हो रहे जातिवादी हिंसा का नहीं है बल्कि दलित समुदाय के लोगों के बीच हुए मामले का है।

सोशल मीडिया पर एक युवक को प्रतारित करते हुए वीडियो को काफी तेजी से फैलाया जा रहा है। इस वीडियो में एक शख्स को जमीन पर बिठाकर उसके सर को गंजा करते हुए देख सकते है जिसके थोड़ी देर बाद कुछ लोग इस आदमी की पिटाई और उसके मुह पर काला रंग लगाते है। वीडियो के अंत में उस युवक के गले में चप्पल की माला भी लटकी हुई दिखाई दे रही है। इस वीडियो के साथ किये गये दावे के अनुसार ये मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर की है जहाँ एक दलित समुदाय के व्यक्ति पर जातिवादी हिंसा करते हुए दिखाया गया है। कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में दलित उत्पीड़न का मामला भी बताकर शेयर किया जा रहा है।
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “मेरठ यूपी में जूते पॉलिश करने वाले मोची लखन के हाथ-पैर पेड़ से बांधकर उसका चेहरा काला किया गया और फिर भीड़ के सामने गंजा कर दिया गया। इस दौरान उसके गले में जूते-चपल की माला भी डाली गई। कहाँ गए वो लोग जो कहते हैं जातिवाद नही रहा।“
फेसबुक पर वायरल हो रहे इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “एक दलित युवक लखन के हाथ-पैर पेड़ से बंधे हुए थे, उसका चेहरा काला कर दिया गया था, भीड़ के सामने उसका सिर मुंडवा दिया गया था और उसके गले में जूतों की माला डाल दी गई थी। ये सब बीजेपी शासित यूपी के मेरठ शहर में हो रहा है और मुख्यमंत्री महोदय इस व्ववस्था को रामराज्य बता रहे है!”
इस वीडियो का स्क्रीनशॉट फेसबुक पर भी काफी वायरल हो रहा है।

अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने वायरल वीडियो से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट को कीवर्ड सर्च के माध्यम से ढूँढने से शुरू की, परिणाम से हमें 27 मार्च 2023 को अमर उजाला द्वारा प्रकाशित खबर मिली। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में एक युवक को गंजा करके उसका मुंह काला किया गया। पुरानी रंजिश के मामले में एक युवक के हाथ-पैर बांध दिए गए।
पूरा मामला क्या है?
राजस्थान के थाना तातनगर निवासी लखन पुत्र श्यामलाल कई काफी समय से अपने जीजा के साथ ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में रह रहा है। पीड़ित का आरोप है कि उसके पड़ोस के रहने वाले सोनू, रवि और अजय उसकी बहन और जीजा से रंजिश रखते है। इसी के चलते कुछ दिन पूर्व पीड़ित लखन की आरोपियों से कहासुनी हो गई थी। पीड़ित युवक का आरोप है कि उसी रंजिश के चलते आरोपी पीड़ित के घर पहुंचे और उसके साथ गाली-गलौज करने लगे। वहीं विरोध करने पर आरोपियों युवक के हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद आरोपी लखन को बीच चौराहे पर ले गए। आरोप है कि आरोपियों ने पहले लाखन का मुंह काला किया और फिर भीड़ के सामने गंजा कर दिया।
इस घटना के बारें में इंडियन एक्सप्रेस और दैनिक जागरण ने भी रिपोर्ट प्रकाशित किया हैं।
आगे हमें मेरठ पुलिस द्वारा इस मामला पर स्पष्टीकरण मिला। ट्वीट में लिखा गया है कि “दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं। एक के द्वारा दूसरे पर आरोप लगाए गए हैं। प्रकरण में मुकदमा दर्ज है। 4 लोग गिरफ्तार किए गए है।”
मेरठ पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के एक ट्वीट पर लिखा गया है कि “थाना ब्रहमपुरी क्षेत्रान्तर्गत दो पक्ष जो एक-दूसरे के दूर के रिश्तेदार है और एक ही जगह के रहने वाले है, एक पक्ष के द्वारा छेड़खानी का आरोप लगाया गया और दूसरे व्यक्ति के साथ इस प्रकार की घटना की गयी है। उपरोक्त घटना में थाना ब्रहमपुरी पर मुकदमा पंजीकृत कर चार लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।”
आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने मेरठ जिले के ब्रह्मपुरी पुलिस स्टेशन के एसएचओ विष्णु कौशिक से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “इस मामले से संबंधित दोनों पक्ष एक ही समुदाय से है यानी दोनों ही दलित समुदाय से है और ये मामला दलित उत्पीड़न या जातिवादी हिंसा से संबंधित नहीं है। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए चार लोगों की गिरफ़्तारी की है।”
निष्कर्ष:
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत व भ्रामक पाया है। वायरल वीडियो में दिख रही घटना दलित समुदाय के लोगों के खिलाफ हो रहे जातिवादी हिंसा का नहीं है बल्कि एक ही समुदाय के लोगों के बीच हुए मामले का है। ये मामला मेरठ की है जहाँ दोनों पक्ष दलित समुदाय से है।

Title:मेरठ में युवक के सर को गंजा करवाने का मामला जातिवादी हिंसा से संबंधित नहीं है।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
