मुरादाबाद की मस्जिद के अंदर हुई लड़ाई में सांप्रदायिकता का कोई एंगल नहीं है , वीडियो के साथ भ्रामक दावा वायरल
मस्जिद के अंदर हुई आपसी लड़ाई के वीडियो को झूठे सांप्रदायिक दावे से शेयर किया जा रहा है
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो एक मस्जिद का है जिसके अंदर कई सारे लोग आपस में लात घुसे चलाते और लड़ते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि यह लड़ाई दो समुदायों को बीच में हुई है। जहां पर एक समुदाय ने दूसरे समुदाय पर मस्जिद के अंदर इस प्रकार से हमला कर दिया। वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि…
*इस घर को आग लग गई घर के चराग़ से!* आए दिन ऐसे मामले गुज़रते हैं जिन में कुछ हिन्दुत्वा के हामी शरपसंद लोग मस्जिद में तोड़फोड़, नारेबाज़ी और भगवा झंडा लहराते दिखाई पड़ते हैं जिन्हें देखकर बहुत अफसोस होता है और सख़्त ग़ुस्सा आता है लेकिन जब इस तरह की ख़बरे देखते व सुनते हैं तो यक़ीन जानिए वह अफसोस और गुस्सा ख़त्म होने की कगार पर चला जाता है, और दिल में यह सवाल उठते हैं -- किस तरह की शिकायत उन लोगों से जो मस्जिदों में भगवा झंडे गाड़ रहे हैं ? क्या ग़म किया जाए मोब के ज़रिए लिचं होने वाले मुसलमानों के मामलों पर ? क्या जवाब दिया जाए हमारे ख़िलाफ़ ज़हर उगलने वालों को ? कैसे रोका जाए हमारी मुख़ालिफत में बनाए जाने वाले कानूनों (बिल) को ? क्या हल निकाला जाए हमें पहुंचाए जाने वाले तमाम जानी व माली नुक़सान का -- ?
अनुसंधान से पता चलता है कि….
हमने जांच की शुरुआत के लिए गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया। परिणाम में हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली जो यह बताते हैं कि मुरादाबाद के मस्जिद के अंदर हुई इस लड़ाई में किसी भी तरह का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। सबसे पहले हमें 3 सितम्बर 2024 में प्रकाशित आजतक (आर्काइव) की रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से एक स्क्रीनशॉट्स का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही वहीं वायरल वीडियो अपलोड किए गए हैं। खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ने आए दो पक्ष आपस में भिड़ गए थें। देखते ही देखते ही दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। इस मारपीट के दौरान कई लोगों के कपड़े तक फट गए थें। लड़ाई बच्चों के बीच मस्जिद में किसी बात को लेकर हुई थी। जिसके बाद बड़े लोग आमने-सामने आ गए। कहासुनी से बात आगे बढ़ी और दोनों पक्षों के कई लोग आपस में भिड़ गए।
फिर हमें 3 सितम्बर 2024 में प्रकाशित एबीपी (आर्काइव) की न्यूज़ रिपोर्ट मिली। इसमें बताया गया है कि मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना इलाके के उमरी सब्जी पुर गांव की बड़ी मस्जिद में लोग नमाज पढ़ने के लिए आए थें। तभी किसी बात को लेकर नमाजियों में कहासुनी हो गई। इसके बाद एक ही समुदाय के दो पक्षों के लोग एक दूसरे पर टूट पड़े और जमकर मारपीट की। इन लोगों ने देखते ही देखते मस्जिद को आखांड़ा बना दिया और लात-घूसे, बेल्ट और डंडे बरसाना शुरू कर दिया। मामले में मुरादाबाद पुलिस के हवाले से ये बताया गया है कि मस्जिद में एक ही समुदाय के दो पक्षों में लड़ाई और मारपीट मामले में सूचना मिली थी। जिसमें पीड़ित पक्ष की तरफ से नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस अधीक्षक नगर मुरादाबाद ने कहा है कि थाना पाकबड़ा पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है,अन्य विधिक कार्यवाही जारी है।
पड़ताल में हमने मुरादाबाद पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर (आर्काइव) 3 सितम्बर 2024 में एक पोस्ट किया हुआ मिला। इसमें मुरादाबाद पुलिस नगर अधीक्षक की तरफ से उक्त घटना से संबंध में वीडियो के तौर पे जानकारी दी गई है। जिसके अनुसार थाना पाकबड़ा क्षेत्रांतर्गत मस्जिद में एक ही सुमदाय के दो पक्षों मे हुयी मारपीट के संबंध में थाना पाकबड़ा पर सुसंगत धाराओ में मुकदमा पंजीकृत है,अन्य विधिक कार्यवाही प्रचलित है।
इससे हम स्पष्ट हुए कि वायरल वीडियो को गलत साम्प्रदायिकता की आड़ में फैलाया जा रहा है जो असल में एक ही पक्ष की बीच हुई लड़ाई का वीडियो है।
मामले से संबंधित मीडिया रिपोर्टों को यहां, यहां और यहां पर देख सकते हैं। जिनके हवाले से यहीं बताया गया है कि मामला मुरादाबाद में एक मस्जिद के अंदर नमाजियों के दो गुटों के बीच आपस में भिड़ने का है।
निष्कर्ष-
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो मुरादाबाद की एक मस्जिद का है, जहां पर आपस में एक ही समुदाय के बीच लड़ाई हुई। उसी वीडियो को सांप्रदायिकता की आड़ में दो समुदायों के बीच हुई लड़ाई के गलत व भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है।