यह वीडियो अधुरा है। दरअसल, दिग्विजय सिंह बोल रहे थे कि वि. दा. सावरकर ने अपनी किताब में गाय और गोमांस के बारे में ऐसा लिखा है।

कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर सुर्खियों में आ गए है। उनके भाषण का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे कथित तौर पर गोमांस खाने का पुरस्कार करते हुए नजर आते है।
फैक्ट क्रेसेंडो के पाठकों ने यह वीडियो हमारे व्हाट्सएप फैक्टलाईन नंबर (9049053770) पर भेजकर इसकी सच्चाई पूछी.
वायरल वीडियो में दिग्विजय सिंह बोलते है कि “हिंदू धर्म का हिंदूत्व से कोई नाता नहीं है। गाय जो है ऐसा पशु है कि खुदके मल में लोट लेती है। वो कहा से हमारी माता हो सकती है और उसके गोमांस खाने में कोई खराबी नहीं है।“
इसके साथ यूज़र ने कैप्शन लिखा है कि “गाय कहा से हमारी माता हो सकती है, गौ मांस खाने में कोई बुराई नही है – दिग्विजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता। इस दोगले के लिए दो शब्द!”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। हमें इस वीडियो का विस्तारित संस्करण रिपब्लिक भारत चैनल पर 26 दिसंबर के दिन प्रसारित किया हुआ मिला।
भोपाल में सकंट स्टॉप तुलसी नगर नर्मदा मंदिर भवन में 25 दिसंबर को कांग्रेस की जनजागरण अभियान सभा हुई थी। इस सभा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह बोल रहे थे।
इस वीडियो में आप 1.40 से लेकर 2.22 मिनट तक दिग्विजय सिंह को कहते हुए सुन सकते है कि “वीर सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि हिंदू धर्म का हिंदूत्व के साथ कोई संबन्ध नहीं है और ये भी लिखा है कि गाय ऐसा पशु है जो खुदके मल में लोट लेती है, वो कहा से हमारी माता हो सकती है। और उसके गोमांस खाने में कोई खराबी नहीं है। ये वीर सावरकर ने खुदने कहा है।”
इसका मतलब कि दिग्विजय सिंह इस वीडियो में वि. दा. सावकर ने गाय और गोमांस के बारे में जो लिखा वो बोल रहे थे। अधुरे वीडियो को देख कर गलतफहमी हो रही है।
आप नीचे दिए गए तुलनात्मक वीडियो में मूल क्लिप और वायरल वीडियो में अंतर देख सकते है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो में पूरा कथन नहीं दिखाया गया है। यह वीडियो अधुरा है। दिग्विजय सिंह यह कह रहे थे कि वि. दा. सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि “गोमांस खाने में कोई बुराई नहीं और गाय हमारी माता कहा से हो सकती है।”

Title:FACT CHECK: क्या दिग्विजय सिंह ‘गोमांस खाने में कोई बुराई नहीं’ ऐसा बोला?
Fact Check By: Rashi JainResult: Missing Context
