
‘वोट चोरी’ विवाद के बीच पीएम मोदी को ‘वोट चोर’ कहते बच्चों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ बच्चों से बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान वे बच्चों से पूछते हैं, “मोदी जी को जानते हो तुम लोग।” बच्चे कहते हैं, “मैंने आपकी वीडियो टीवी में देखा है।” इसके बाद वे पूछते हैं कि “क्या करता था मैं टीवी में?” उसके बाद आवाज आती है, “वोट चोरी।
इस वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इन बच्चों ने पीएम मोदी से यह कहा कि उन्होंने पीएम को वोट चोरी करते हुए देखा था।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- मोदी जी ने बच्चों से पूछा – क्या तुम मुझे जानते हो? बच्चों का जवाब – आपको टीवी में देखा है। मोदी जी ने फिर पूछा – क्या करता था टीवी में? बच्चों ने हंसते हुए कहा – वोट चोरी करते हुए
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया । परिणाम में वायरल वीडियो हमें डीडी न्यूज की जुलाई 2023 की एक वीडियो रिपोर्ट में मिला।यहां ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो पुराना है।और उस वक्त कथित वोट चोरी का मामला चर्चा में नहीं था।

दी गई जानकारी के मुताबिक ये वीडियो प्रगति मैदान में आयोजित “अखिल भारतीय शिक्षा समागम” के उद्घाटन के दौरान का है।

पड़ताल में हमें 29 जुलाई 2023 को एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो मिला। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, ‘पीएम मोदी ने एक प्ले स्कूल में कुछ बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान बच्चों ने कहा नमस्ते मोदी जी..तो इसपर पीएम ने कहा कि आप मुझे जानते हैं, तो एक बच्चे ने फिर कहा, आपको मैंने टीवी में देखा है।’

इसके अलावा आजतक की वेबसाइट पर भी 29 जुलाई 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह वीडियो मिला। रिपोर्ट में बताया गया है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तीन साल पूरे होने पर पीएम मोदी भारत मंडपम में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करने पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने एक प्रदर्शनी का दौरा किया और वहां मौजूद बच्चों से बातचीत भी की थी।

जांच में हमने वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो का विश्लेषण किया। जिसमें साफ पता चलता है कि बच्चों ने नरेंद्र मोदी के सवाल पूछने पर कहा कि उन्होंने उनको टीवी में देखा है।
इसके बाद मोदी बच्चों को दुलारते हैं और उनकी पेंटिंग्स भी देखते हैं। वीडियो में कहीं भी बच्चों द्वारा ‘वोट चोरी’ जैसे शब्द नहीं बोले गए हैं।
इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि यह वीडियो दो साल पुराना है और इसका हालिया ‘वोट चोरी’ विवाद से कोई संबंध नहीं है।
वायरल वीडियो को अधिक स्पष्ट करने के लिए हमने मूल वीडियो के साथ इसका विश्लेषण किया। साफ़ हो जाता है कि वीडियो में ‘वोट चोरी’ शब्द को अलग से जोड़ा गया है। निम्न में विश्लेषण देखें।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो दो साल पुराना है। इसका हालिया ‘वोट चोरी’ विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। असली वीडियो में बच्चों ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘वोट चोर’ नहीं कहा था। वायरल वीडियो एडिटेड है।

Title:पीएम मोदी को बच्चों ने नहीं कहा ‘वोट चोर’, एडिटेड वीडियो फर्जी दावे से वायरल..
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading
