
सोशल मंचो पर अकसर सांप्रदायिकता को लेकर गलत दावों के साथ खबरें वायरल की जाती रहीं है। ऐसी ही एक तस्वीर इंटरनेट पर इन दिनों काफी चर्चा में है। तस्वीर में आप बहुत सारी महिलाओं को बुर्का पहने हुए देख सकते है, इन महिलाओं के बीच में हम एक पुरुष पुलिस अधिकारी को भी देख सकतें है। तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक तस्वीर में दिख रही सारी महिलायें केरल की पुलिस अधिकारी है।
वायरल हो रहे है पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,
“चौंकिए मत यह फोटो साउदी अरब का नहीं है बल्कि केरल कि महिला पुलिस का है।“
इस तस्वीर को सोशल मंचो पर काफी वायरल किया गया है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही तस्वीर केरल में स्थित कासरगोड जिले में स्थित एक अरबी कॉलेज की छात्राओं की है।
जाँच की शुरूवात हमने उपरोक्त तस्वीर को गूगल रीवर्स इमेज में ढूँढने के ज़रिये की तो परिणाम में हमें कई समाचार लेख मिले जिनमें इस तस्वीर को प्रकाशित किया गया है। समाचार लेख के मुताबिक वायरल हो रही तस्वीर 2017 में ली गयी है। समाचार लेख में प्रकाशित तस्वीर के नीचे जानकारी दी गयी है कि तस्वीर केरल में स्थित कासरगोड के पूर्व एस.पी के.जी सिमोन के साथ एक विद्यालय की छात्राएँ की है। समाचार लेख में यह जानकारी दी गयी है कि तस्वीर में दिख रही लड़कियाँ कासरगोड में स्थित उलियाथादुक्का के एक अरबी कॉलेज की छात्राएँ है। समाचार लेख में यह भी लिखा है कि लड़कियों के लिए पुलिस द्वारा आयोजित एक आत्मरक्षा कार्यक्रम के दौरान यह तस्वीर ली गई थी। यह तस्वीर पहले भी एक विवाद के चलते काफी सुर्खियों में रही है।
द न्यू इंडियन एक्प्रेस | आर्काइव लिंक
इसके पश्चात हमने कासरगोड की तत्कालीन एस.पी शिल्पा दवइया से संपर्क किया तो उन्होंने वायरल हो रही खबर को गलत बताते हुए कहा कि,
“वायरल हो रही तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है वह सरासर गलत है। तस्वीर में दिख रही लड़कियाँ कासरगोड जिले में स्थित एक अरबी कॉलेज की छात्राएँ है और जो उन्होंने पहना है वह उनका यूनिफोर्म है। कॉलेज में कार्यक्रम होने की वजह से कासरगोड के पूर्व एस.पी उसमें शामिल हुए थे और ये तस्वीर उस दिन की ही है। इस तस्वीर को वायरल कर लोग केरल का नाम खराब कर रहे है, हम इस प्रकार की गलत ख़बर वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत पाया है। वायरल हो रही तस्वीर गलत सन्दर्भ के साथ भ्रामक दावे को जोड़ फैलाई जा रही है।

Title:बुर्का पहनी हुई महिला छात्राओं की तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
