
शैख़ तारिक नामक एक फेसबुक यूजर द्वारा एक विडियो पोस्ट किया गया था, ऐसा ही विडियो अलग अलग सोशल मीडिया मंचों पर काफ़ी तेज़ी से साझा किये जा रहें है, वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “आखिर लोगों के मन में कानून का डर क्यों नहीं बना पा रही है सरकार | अब तो बर्बरता की सारी हदें पार हो चुकी है | किसी से ऐसी कानून व्यवस्था के बारें में कल्पना भी नही की होगी, इस तरह की ये पहली घटना नही हैं, आय दिन मोब लिंचिंग, कभी गाय के नाम पर तो कभी जाती व धारण के नाम पर बर्बरता के हदे पार की जाती है | ऐसे समाज की कल्पना कभी किसी ने नही की होंगी | गलती चाहे किसी की जो उसे सजा देने का हक़ केवल संविधान का है किसी को कोई हक़ नहीं है किसी की सजा निश्चित करने का |”
इस वीडियो में पांच लोगों को एक युवक पर कुल्हाड़ियों, लाठियों और ईंटों से हमला करते दिखाया गया है, यह वीडियो २०१८ के बाद से वायरल हो रहा है जिसमें भारत में एक युवक के साथ मोब लिंचिंग करने का दावा किया गया है | वीडियो में, हमलावरों ने युवक को कुल्हाड़ी से मार दिया जब वह दया के लिए भीख मांगता है, और वे उसकी विनती पर ध्यान नहीं देते है, तब तक जारी रखते हैं जब तक वह गिर नहीं जाता और हमेशा के लिए चुप हो जाता है |
यह विडियो हिंदी खबर द्वारा प्रसारित न्यूज़ बुलेटिन का है | इस विडियो का उल्लेख करते हुए दावा किया जा रहा है कि वायरल विडियो उत्तर प्रदेश के सम्बल नामक एक जगह का है | कहा गया है कि इस विडियो को देखकर एक पिता ने यह दावा किया है कि यह विडियो उनके बेटे की हत्या को दर्शाता है |
हाल ही में नीरज मिश्रा नाम के एक ट्विटर यूजर द्वारा ट्वीट के पश्चात यह वीडियो सोशल मीडिया पर फिर से छा गया | ट्वीट में लिखा गया है कि “देखलो BJP के राजमेंं क्या क्या हो रहा है इतना निर्दयी बनकर मारना वाह मोदी ज़ी आप देश की जनसँख्या कम करने मेंं क्यूँ लगे हो आपके राज मेंं दिन दहाड़े किसी क़ा बेटा छीन लिया दरिंदो नें ये भारत देश की पब्लिक है ! पत्ता हिलने से पहले पेड़ काट डालती है …..shame on you मोदी” |
इस विडियो के माध्यम से यह संकेत किया जा रहा है कि, वीडियो में भारत में हुई एक घटना को दर्शाया गया है | आइए जानते है इस विडियो की सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
जांच की शुरुआत हमने इस विडियो को इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च करने से की | परिणाम से हमें ३६० द्वारा प्रकाशित लेख मिला | इस विडियो का उल्लेख करते हुए इस खबर में लिखा गया है कि १७ वर्षीय वेस्ले टियागो डी सूसा कारवाल्हो के रूप में पहचाने जाने वाले पीड़ित को फोर्टालेजा के टूरिस्ट डिस्ट्रिक्ट, प्रिया डू फुतुरो में भीड़ द्वारा मारा गया था और साथ ही हत्या कर दी गई थी | उस समय जांचकर्ताओं ने कार्वाल्हो को उसकी यौन अभिविन्यास और लिंग पहचान के कारण मारे जाने के दावों को खारिज कर और इसके बजाय यह कहा कि यह गिरोह के बीच खातों का निपटारा था |
इसी लेख में Esquerda Diario का वेबसाइट का उल्लेख करते हुए कहा है कि वह संक्रमण की प्रक्रिया में एक ट्रांसवेस्टाइट थी |
ऊपर दिए हुए प्रमाणों से ये तो पता चल गया है कि ये वीडियो भारत का नहीं है, बल्कि ब्राजील का है, जो कि २०१८ की घटना है | इसके अलावा ये वीडियो खुद यह भी स्पष्ट करता है कि हमलावरों और पीड़ित द्वारा विदेशी भाषा बोलने के कारण घटना भारत में नहीं हुई है, और इसके अलावा चेहरे की विभिन्न विशेषताएं भी इस वीडीओ को भारत से न होने का संकेत देते हैं।
वीडियो की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए खुदाई करते समय हमें पता चला कि यह विडियो एक दूसरे कथन से भी वायरल हो रहा है, मई २०१८ में, जब वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा था, तो उत्तर प्रदेश के संभल में एक परिवार ने इसे देखा और दावा किया कि यह पांच हमलावरों द्वारा मारे जा रहे व्यक्ति उनके बेटे थे |
कई मीडिया आउटलेट्स जैसे एनडीटीवी, न्यूज 18, फाइनेंशियल एक्सप्रेस और द टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित खबरों में इस वीडियो का उल्लेख किया गया है, जिन्हें प्रसारित किया जा रहा था | हालांकि, किसी ने वीडियो को सत्यापित नहीं किया और इसके बजाय इसे दिल्ली या उसके आसपास के सभी स्थानों में से एक के रूप में स्वीकार किया | साथ ही लिखा गया है कि उनका बेटा, अजब सिंह के रूप में पहचाना जाता है, जो सम्बल का रहने वाला है, कथित तौर पर एक मजदूर के रूप में काम करने के लिए दिल्ली गया था और परिवार ने छह महीने तक उससे बात नही की थी| यह वीडियो देखकर, आज़मगढ़ के एक व्यक्ति(जिसकी पहचान अज्ञात रखी गयी थी)उसके द्वारा व्हाट्सएप पर आदमी के भाई को भेजा गया था, इसके उपरांत परिवार का मानना था कि उनके बेटे को बेरहमी से मारा गया था |
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इस सिलसिले की सच्चाई जानने के लिए हमने सम्बल पुलिस स्टेशन पर संपर्क किया, थाने के PRO ने हमें बताया कि उस परिवार द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के तुरंत बाद उनका बेटा घर पे लौट आया था व इस वीडिओ का अजब सिंह नामक व्यक्ति की गुमशुदगी से कोई नाता नहीं है।
निष्कर्ष: तथ्यों के जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वह वीडियो ब्राज़ील में क्रूर हत्या का है, जिसे भारत में एक झूठी कहानी के साथ साझा किया गया है | यह घटना २०१८ की है।

Title:ये वीडियो ब्राज़ील से है और इसका भारत से कोई सम्बंध नहीं है।
Fact Check By: Aavya RayResult: False
