
बिहार में विधानसभा चुनाव के चलते राजनेताओं से संबन्धित कई पुराने वीडियो व तस्वीरें गलत दावो के साथ वायरल किये जा रहे है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई वीडियो व तस्वीरों का अनुसंधान किया है। एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों काफी चर्चा में है। वीडियो में आपको काफी लोगों की भीड़ नज़र आएगी। भीड़ में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे लोगों से घिरे हुए नज़र आ रहे है। वीडियो को देखकर समझ आ रहा है कि लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे है, नारे लगा रहे है व काला झंडा दिखा रहे है। वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक बिहार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जब चुनाव प्रचार कर रहे थे तब लोगों ने उनका विरोध किया व उन्हें काले झंडे दिखाए।
वीडियो के शीर्षक में लिखा है,
“बिहार: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री भारतीय जनता पार्टी से मंगल पांडे चुनाव प्रचार करने पर लोगों ने दिखाए काले झंडे। #BiharElection”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो 2019 से है जब बिहार के औरंगाबाद में चमकी बुखार के कहर के चलते लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का विरोध किया था व उन्हें काले झंडे दिखाए थे। |
जाँच की शुरूवात में हमने वायरल हो रहे वीडियो को ध्यान से देखा, वीडियो में हमें कोई भी शख्स मास्क लागाया हुआ नज़र नहीं आया, जिसकी वजह से हमें इस वीडियो का वर्तमान के न होने का संशय हुआ। इसके बाद हमने कीवर्ड सर्च के माध्यम से जाँच की तो हमें इंटरनेट पर ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जिसमें लिखा हो कि बिहार चुनाव के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को लोगों ने काले झंडे दिखाए। इसके पश्चात कीवर्ड सर्च के ज़रिये और अधिक जाँच करने पर हमें २०१९ में टी.वी9 भारतवर्ष द्वारा प्रसारित किया हुआ एक वीडियो मिला जिसमें दिखाया गया है कि लोग स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की गाड़ी को घेर कर विरोध प्रदर्शन के रूप में नारेबाजी कर रहे है व काले झंडे फहरा रहे है। वीडियो के शीर्षक में लिखा है,
“स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को दिखाए काले झंडे ,चमकी बुखार के खिलाफ बढ़ा लोगों का गुस्सा।“
टी.वी9 भारतवर्ष की रीपोर्ट के मुताबिक बिहार में स्थित औरंगाबाद के सदर अस्पताल में जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे दौरे पर गये थे तब हम पार्टी के कार्यकर्ता सहित आम जनता ने उनका विरोध किया, उन्हें काले झंडे दिखाए व उनके इस्तिफे की मांग की थी। 2019 में बिहार में चमकी बुखार के चलते करीबन 100 लोगों की मौत हुई थी जिसके चलते लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
जाँच के दौरान हमें ऐसा ही वीडियो हिंदूस्तान टाइम्स के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया हुआ मिला।
इसके बाद हमें आज तक द्वारा प्रकाशित एक समाचार लेख मिला जिसमें बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को काले झंडे दिखाने के प्रकरण के विषय में जानकारी दी गयी है।
तदनंतर और अधिक जाँच करने पर हमें यूट्यूब पर एक और वीडियो प्रसारित किया हुआ मिला जो वायरल हो रहे वीडियो से मिलता- जुलता है। इस वीडियो के रिपोर्ट में भी बिहार के औरंगबाद में मंगल पांडे को काले झंडे दिखाने के संबन्ध में ही जानकारी दी गयी थी।
नीचे दी गयी तस्वीरें उपरोक्त वीडियो से ली गयी है जो वायरल हो रहे वीडियो से मिलती- जुलती है।
नीचे दी गई तुलनात्मक तस्वीर में आप वायरल हो रहे वीडियो व यूट्यूब के वीडियो की तुलना कर सकते है, जिससे हमें वायरल हो रहे वीडियो में दिखाये गये दृश्य के स्थान का पता चल सकता है।
तदनंतर हमने सदर अस्पताल में संपर्क किया तो वहाँ हमारा संपर्क अस्पताल के उपाध्यक्ष डॉ.लालदेव प्रसाद सिंह से हुआ, उन्होंने हमें बताया कि,
“बिहार के स्वास्थ्य मंत्री कल शाम को पेट दर्द होने के कारण अस्पताल आए थे परंतु उनके साथ ऐसी कोई घटना नहीं घटी थी। मैं खुद उनके साथ चेम्बर में बैठा था, हमारे सर्जन ने उनका इलाज किया और वे यहाँ से चले गये। उनके साथ कुछ लोग ज़रूर थे परंतु जैसा वायरल वीडियो में दिखाया गया है वैसा कुछ भी कल उनके साथ नहीं घटा।“
इसके पश्चात हमने इस बात कि पुष्टि कि क्या रेड क्रोस भवन सदर अस्पताल के पास है, तो उन्होंने कहा, “सदर अस्पताल के लिए जाने वाले रास्ते में दायी ओर रेड क्रोस भवन है उसके बाद थोड़ा आगे जाने पर सदर अस्पताल है। रेड क्रोस भवन सदर अस्पताल के पास ही है।“
हमने जाँच के दौरान सदर अस्पताल के पास स्थित एक मोबाइल की दुकान के मलिक से भी बात कि, उन्होंने भी हमें यही बताया कि रेड क्रोस भवन और सदर अस्पताल एक ही कंपाउंड में है। रेड क्रोस भवन पहले पड़ता है उसके एकदम सामने शौचालय है व उसके थोडे से आगे सदर अस्पताल है। जिससे ये प्रमाणित होता है कि वायरल हो रहे वीडियो में दिखाया गया दृश्य सदर अस्पताल के सामने रेड क्रोस भवन के बाहर का है।
इसके बाद उपरोक्त दिये गये पूरे प्रकरण की पुष्टि के लिए हमने औरंगाबाद के टाउन पुलिस थाने में संपर्क किया तो वहाँ के एस.एच.ओ अंजना कुमार ने हमें बताया कि वर्तमान में मंगल पांडे औरंगाबाद के सदर अस्पताल में आए थे या नहीं इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। उनके विरोध या फिर उन्हें काले झंडे दिखाने वाला प्रकरण वर्तमान का नहीं है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत पाया है। वायरल हो रहा वीडियो 2019 का है जब बिहार के औरंगाबाद में चमकी बुखार के चलते लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का विरोध किया था व उन्हें काले झंडे दिखाए थे।

Title:2019 में हुए विरोध प्रदर्शन के वीडियो को वर्तमान के बिहार चुनाव प्रचार का बता वायरल किया जा रहा है
Fact Check By: Rashi JainResult: False
