राजस्थान के दौसा का एक पुराना वीडियो,  बिहार में 2025 की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ से जोड़कर गलत तरीके से वायरल…

Misleading Political

17 अगस्त 2025 को, कांग्रेस नेता  राहुल गांधी ने बिहार के सासाराम में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की।  यह यात्रा कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग पर “वोट चोरी” के आरोपों और बिहार में चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के इंडिया ब्लॉक के विरोध पर की गई है। अब इस संदर्भ पर एक भारी भीड़ का वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि बिहार में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी को देखने के लिए भारी भीड़ जमा होती दिखाई दे रही है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- जन सैलाब बढ़ता ही जा रहा है। नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान चल रही है। भारत के अगले प्रधानमंत्री का खाफिला चल रहा है।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया  परिणाम में वायरल वीडियो  हमें एक यूट्यूब चैनल पर मिला। यहां पर वीडियो  को 16 दिसंबर 2022 को पोस्ट किया गया था।इससे ये साफ है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं है।

 वीडियो का शीर्षक था, ‘गांधी तिरया दौसा’। बातदें कि  दौसा राजस्थान राज्य में स्थित है।

इसके अलावा  16 दिसंबर 2022 को कई सोशल मीडिया पोस्ट मिले, जिसमें वायरल वीडियो दिखाई देते हैं। इसे  यहाँ, यहाँ और यहाँ पर देखा जा सकता है।  इससे पुष्टि होती है कि यह वीडियो 2025 की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ से पहले का है और उससे संबंधित नहीं है। इन पोस्ट में दावा किया गया था कि यह वीडियो राजस्थान के दौसा में हुई भारत जोड़ो यात्रा का है।

आगे की पड़ताल में हमने पाया कि भारत जोड़ो यात्रा 15 दिसंबर 2022 को राजस्थान के दौसा से होकर गुजरी। यात्रा का राजस्थान चरण 05 दिसंबर 2022 को झालावाड़ से शुरू हुआ और 20 दिसंबर 2022 को समाप्त हुआ, जिसमें छह जिलों: झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, दौसा और अलवर  में लगभग 485 किमी की दूरी तय की गई।

हमने गूगल मैप्स पर वीडियो की लोकेशन भी चेक की और पाया कि घटना दौसा की है, न कि बिहार की।हमने गूगल मैप्स पर वायरल वीडियो की लोकेशन  ट्रेस किया और पाया कि यह आगरा रोड, दौसा, राजस्थान है। 

जांच में आगे हमने वायरल वीडियो और गूगल मैप्स पर लोकेशन का विश्लेषण किया। वीडियो में गूगल मैप्स पर दिखाई देने वाली इमारतें और टावर स्ट्रीट व्यू पर दिखाई देने वाली इमारतों और टावरों से मेल खाते हैं।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के हमने पाया कि, राजस्थान के दौसा के एक पुराने, असंबंधित वीडियो को बिहार में 2025 की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ से जोड़कर गलत तरीके से साझा किया जा रहा है।

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Title:राजस्थान के दौसा का एक पुराना वीडियो, बिहार में 2025 की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ से जोड़कर गलत तरीके से वायरल…

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: Misleading

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