
सोशल मीडिया पर 20 सेकंड की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। इसमें अनगिनत कछुओं को पानी से किनारे देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ मेला खत्म होते ही अचानक से कछुए दिखने लगे।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- Prayagraj Kumbh Mela l महाकुंभ मे कछुओं की भीड़ #viral #महाकुंभ
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो हमें The better india के यूट्यूब चैनल पर मिला।चैनल पर इसे ओडिशा का बताया गया। खबर के अनुसार ओडिशा में सात लाख ओलिव रिडले कछुए पहुंचे। इस शॉर्ट वीडियो को 25 फरवरी 2025 को अपलोड किया गया था ।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे सर्च करने पर हमें इस घटना के और भी कई वीडियो और इनके बारे में छपी न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं। इनमें बताया गया है कि ओडिशा के एक बीच पर करीब 7 लाख कछुओं ने अंडे दिए।
जांच में आगे हमने देखा कि समुद्र तट पर बने एक छोटे से बोर्ड पर “ओलिव रिडले समुद्री कछुआ संरक्षण शिविर पोडाम्पेटा” लिखा हुआ था।
गूगल पर सर्च करने पर हमें ओडिशा की एक न्यूज पेज prameyanews7 पर रिपोर्ट मिली, जिसमें वही प्लेकार्ड बोर्ड था। रिपोर्ट के अनुसार, अनुकूल मौसम और दक्षिणी हवाओं के कारण रुसिकुल्या मुहाना समुद्र तट पर दुर्लभ ओलिव रिडले समुद्री कछुओं का सामूहिक अंडे देना शुरू हो गया है। गंजम जिले के पोदमपेटा के कछुए बटेश्वर मंदिर के पास अंडे दे रहे हैं, प्रत्येक कछुआ समुद्र में लौटने से पहले 120 से अधिक अंडे देता है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, वन विभाग ने 5 किलोमीटर की सुरक्षा बाड़ लगाई है और कुछ क्षेत्रों को नो-फिशिंग ज़ोन घोषित किया है। 45 दिनों में हैचलिंग के निकलने की उम्मीद है।
खबरों के मुताबिक इस साल 16 फरवरी से 25 फरवरी के बीच लुप्तप्राय प्रजाति के इन कछुओं ने अंडे दिए थे। इस दौरान सरकार ने कछुओं की हिफाजत के लिए कई तरह के इंतजाम किये थे, जिससे कछुओं को कोई परेशान न कर सके।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, ओडिशा में लाखों की संख्या में उमड़े कछुओं का एक वीडियो महाकुंभ से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फर्जी है।

Title:ओडिशा में लाखों की संख्या में उमड़े कछुओं का वीडियो महाकुंभ से जोड़कर वायरल..
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
