बांग्लादेश में धार्मिक सम्मेलन इज्तिमा के वीडियो को फेक दावे के साथ दुष्प्रचार की मंशा से असम के नाम पर शेयर किया जा रहा है।

इंटरनेट पर मुसलमानों के एक धार्मिक सम्मलेन इज्तिमा का वीडियो वायरल किया जा रहा है। वीडियो में बड़ी तादाद में लोगों को कुर्ता- पायजमा और टोपी पहने हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो असम का है। साथ ही इससे मुस्लिम समुदाय की आबादी पर भी निशाना साधा जा रहा है। वायरल वीडियो के साथ यूज़र ने कैप्शन में लिखा है…
ये असम से कल का नजारा है 2047 की क्या तस्वीर होगी ये विचार करो।सोचो? हम दो, हमारे गिन लो चलता रहा तो हर जगह से ऐसी वीडियो आयेगी!
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में सबसे पहले गूगल लेंस के जरिए वायरल वीडियो के की- फ्रेम्स को सर्च किया। परिणाम में हमें यहीं वायरल वीडियो NouMuslim Muhammad Raj नाम के एक वेरिफाइड फेसबुक पेज पर अपलोड किया हुआ मिला। यहां पर वीडियो को 27 नवंबर को अपलोड किया गया है। इसके साथ कैप्शन में लिखा था , “ला इलाहा इल्लल्लाह… अल्लाह की याद में मेन स्टेज पर खड़े होकर मुझे ऐसा लगा जैसे मैं अंदर से साफ़ और पवित्र हो गया हूँ। हर बार “अल्लाह” कहने पर ऐसा लगा जैसे मेरी रूह पर जमा सारी गंदगी पिघल रही हो।“वहीं अकाउंट पर दी गई जानकारी से पता चलता है कि यूज़र बांग्लादेशी मौलाना है।
मौलाना मोहम्मद राज के फेसबुक पेज पर हमें उसी कार्यक्रम में मंच पर रिकॉर्ड किया गया एक और वीडियो मिला , जिसे 29 नवंबर को साझा किया गया था। इस वीडियो के बंगाली कैप्शन में मोहम्मद राज ने यह बताया कि यह उस “चारमोनाई महफिल” का वीडियो है जिसमें वह शामिल हुए थे।
हमें जामिया तालिमिया मदरसा ढाका के फेसबुक अकाउंट पर भी 27 नवम्बर 2025 को इस धार्मिक सम्मेल की कुछ तस्वीरें पोस्ट की हुई मिलीं। स्पष्ट होता है कि यह 27 नवम्बर 2025 को बांग्लादेश के चरमोई में हुए इज्तिमा की तस्वीर है।
एक और बांग्लादेशी यूज़र रुहिन काजी की तरफ से इसी वीडियो से मिलता हुआ वीडियो 27 नवंबर को फेसबुक पर अपलोड किया है। कैप्शन के अनुसार, बांग्लादेश के बारीसाल के चारमोनाई में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम का वीडियो है।
इसके अतिरिक्त, हमें 27 नवंबर को आयोजित चारमोनाई महफ़िल 2025 का एक वीडियो अबू बकर मीडिया नाम के यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध मिला। वीडियो में 26 मिनट 49 सेकंड पर वही दृश्य दिखाई देते हैं जो वायरल वीडियो में है।
और पड़ताल किए जाने पर हमें दैनिक अजकर बांग्ला , द कंट्री टुडे , अमाडेर बारिसल और प्रियो चांदपुर जैसी बांग्लादेशी समाचार वेबसाइटों द्वारा प्रकाशित चार्मोनई महफ़िल के बारे में कई रिपोर्टें भी मिलीं। स्पष्ट है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश के बारीसाल जिले में आयोजित चारमोनाई महफिल कार्यक्रम का ही है, जिसे असम का बताया जा रहा है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि यह वीडियो असम का नहीं है। इसमें बांग्लादेश के चारमोनाई दरबार शरीफ में आयोजित एक धार्मिक सभा को दिखाया गया है। वीडियो के साथ फर्जी दावा किया जा रहा है।
Title:बांग्लादेश में हुए इज्तिमा का वीडियो फर्जी दावे से असम के नाम पर वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False


