
इंटरनेट पर वीर सावरकर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे जेल की कोठरी में दिखाई दे रहे हैं। इसमें वे कैदी वाले पोशाक में है और परेशान नज़र आ रहे हैं। यह वीडियो साझा करते हुए दावा किया जा रहा है की यह सावरकर के जेल में रहने के दौरान का वीडियो असली है।
वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है…
दुर्लभ वीडियो वीर सावरकर जी का
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने पड़ताल की शुरुआत एक प्रासंगिक कीवर्ड सर्च से की। जिसके परिणाम में हमें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के यूट्यूब चैनल पर 14 अगस्त 2014 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला।
वीडियो के कैप्शन में लिखा था की, ये “श्री विनायक दामोदर सावरकर का जीवन” है।
हमने पाया कि इस वीडियो के कई हिस्सों को काटकर वायरल वीडियो में जोड़ा गया है। वायरल वीडियो और यूट्यूब वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना नीचे देखी जा सकती है।

हमने यूट्यूब वीडियो के नीचे दाईं ओर भारत सरकार के “फिल्म्स डिवीजन” का लोगो देखा।

इस सुराग को ध्यान में रखते हुए, हमने प्रासंगिक कीवर्ड खोज की, जिससे हमें 28 दिसंबर 2013 को एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया एक समान वीडियो मिला।
इस वीडियो के विवरण में लिखा था, “यह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार विजेता वृत्तचित्र प्रेम वैद्य द्वारा भारत सरकार के फ़िल्म प्रभाग के लिए निर्देशित किया गया था। इसे 1983 में, सावरकर के जन्म शताब्दी वर्ष पर, रिलीज़ किया गया था।”
हमें यही वीडियो 8 फरवरी 2012 को यूट्यूब चैनल गांधीसर्व पर अपलोड किया हुआ मिला। विवरण के मुताबिक, यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स डिवीजन ने 1983 में बनाई थी। जिसका
कॉपीराइट फिल्म्स डिवीजन और गांधीसर्व के पास है।
हमें इस डॉक्यूमेंट्री की जानकारी फिल्म्स डिवीजन की वेबसाइट पर भी मिली।
यह फिल्म प्रेम वैद्य ने डायरेक्ट की थी और इसे फिल्म्स डिवीजन ने बनाया था।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, वायरल वीडियो में दिखाया गया सीन वीर सावरकर का असली वीडियो नहीं है। यह एक पुरानी डॉक्यूमेंट्री का हिस्सा है, जिसे भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
Title:क्या यह वायरल वीडियो वाकई सावरकर के जेल के दिनों का दुर्लभ फुटेज है?
Fact Check By: Sagar RawateResult: Misleading


