
११ अप्रैल २०१९ को फेसबुक पर ‘Imran Cheeku’ नामक एक यूजर द्वारा साझा किया गया यह पोस्ट बहुत ज्यादा शेयर किया जा रहा है | पोस्ट में एक विडियो दिया गया है, जिसमे उग्र लोग मतदान यंत्रों की तोड़फोड़ कर उन्हें आग के हवाले करते हुए दिख रहे है, साथ ही वह किसी भाषा में कुछ चिल्ला भी रहे है | पोस्ट की हैडलाइन में दावा किया गया है की- आज भारत में प्रथम चरण का मतदान हो रहा है, मतदान कर्मियों का कहना है कि EVM की कोई भी बटन दबाओ भाजपा के वोट हो रही थी। लोगों ने आक्रोश होकर EVM में तोड़फोड़ किया।
यह ११ अप्रैल को साझा किया गया पोस्ट है और उस दिन लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हुआ था | उस दिन की ख़बरों में ऐसी किसी भी घटना का उल्लेख किसी समाचार पत्र द्वारा या न्यूज़ चैनलों द्वारा किया गया हमने ना तो देखा और ना ही सुना था | इसलिए विडियो पर संदेह होता है | तो आइये जानते है इस विडियो की सच्चाई |

संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने विडियो को फ्रेम बाय फ्रेम कट में सुना व देखा तो पता चला कि विडियो के शुरुआत में ही भीड़ में से कोई व्यक्ति चिल्लाता है- बुताथिर, बुताथिर | विडियो में लोगों द्वारा बोली जा रही भाषा का सुराग ना मिलने पर हमने हमारे भाषा विशेषज्ञ की राय ली | उन्होंने बताया की विडियो में लोग कश्मीरी भाषा का प्रयोग कर रहे है और चिल्ला रहे है- ‘डालो वोट, और डालो वोट’ | जब हमें पता चला कि यह कश्मीरी भाषा है, तो हमने मूल विडियो स्रोत के लिए EVM machines burnt in Kashmir इन की वर्ड्स से यू-ट्यूब पर सर्च किया तो हमें जो सर्च रिजल्ट्स मिले वह आप नीचे देख सकते है |
इस सर्च से हमें जो परिणाम मिले, उसमे एक विडियो मिला, जो Waqt India नामक समाचार चैनल द्वारा दो साल पहले, यानि १२ अप्रैल २०१७ को अपलोड किया गया था | नीचे आप वह विडियो देख सकते है |
इसके अलावा हमें यही विडियो News Network नामक दुसरे एक यूजर द्वारा भी १२ अप्रैल २०१९ को अपलोड किया हुआ प्राप्त हुआ, वह भी आप नीचे देख सकते है |
Waqt India की खबर जब हमने सुनी तो पता चला कि वास्तव में यह ९ अप्रैल २०१७ को श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव के समय उमड़ी हिंसा का विडियो है, जब गुस्साए लोगों ने एक चुनाव केंद्र पर हमला कर उसे जला दिया तथा EVM मशीनों को भी आग के हवाले कर दिया | News Network ने भी विडियो के नीचे दिए हुए विवरण में लिखा है कि बडगाम के नसरुल्लापूरा में कश्मीरि प्रदर्शनकारियो ने मतदान यंत्रों की तोड़फोड़ की तथा जला दिया | अब चूँकि दोनों विडियो दो साल पहले ही अपलोड किये गए है, तो हमने दुसरे समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित ख़बरों में इस दावे की पुष्टि करने की कोशिश की |
जब हमने श्रीनगर उपचुनाव २०१७ के की वर्ड्स के साथ सर्च किया तो हमें कई प्रकाशनों में यह खबर मिली | Hindustan Times ने यह खबर देते हुए लिखा है कि श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में जमकर हिंसा हुई और जवानों के साथ झडप होने पर फायरिंग में ८ लोगों की मौत हो गई | साथ ही हिंसा के चलते इस सीट के लिए मात्र ७ प्रतिशत ही मतदान हो पाया | नीचे की स्क्रीन शॉट पर आप यह खबर देख सकते है |
Hindustan Times की इस खबर में श्रीनगर में लोगों द्वारा मतदान यंत्रों को नदी में बहाए जाने की पीटीआई द्वारा खिंची गई तस्वीर भी प्रकाशित की है, जो आप नीचे देख सकते है |
इसके अलावा हमें FirstPost द्वारा प्रकाशित खबर भी मिली, जिसमे श्रीनगर में हुए लोकसभा उपचुनाव का और हिंसक घटनाओं का जिक्र है |
इसके अलावा हमें LiveMint द्वारा प्रकाशित खबर भी मिली, जिसमे मतदान के दिन बड़ी हिंसा का जिक्र है |
यू-ट्यूब पर हमें ABP News का एक बुलेटिन भी मिला, जिसमे श्रीनगर में हुए चुनावी हिंसा का रिपोर्टिंग है |
उपरोक्त सभी ख़बरों से इस बात की पुष्टि होती है कि ९ अप्रैल २०१७ को श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव के मतदान के समय बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी, मतदान केंद्र को आग लगाई गई, मतदान यंत्रों को तोड़फोड़ कर नदी में बहाया गया, जलाया गया और इन घटनाओं में ८ लोगों की मौत हो गई | यह सभी ख़बरें पढने के बाद Waqt India व News Network द्वारा दो साल पहले अपलोड किये गए विडियो के तार जुड़ जाते है तथा इस बात की पुष्टि भी होती है की EVM जलाने का यह विडियो श्रीनगर लोकसभा चुनाव के समय उमड़ी हिंसा का है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा किया गया विडियो ११ अप्रैल २०१९ को हुए मतदान का नहीं है, बल्कि ९ अप्रैल २०१७ को श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में उमड़ी हिंसा का है | यह पुराना विडियो वर्तमान लोकसभा चुनाओं के साथ जोड़कर भ्रमित रूप से साझा किया जा रहा है | पोस्ट में किया गया दावा सरासर गलत है |

Title:क्या प्रथम चरण के मतदान में आक्रोशित लोगों ने EVM की तोड़फोड़ की ?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False

I regret to post it…kindly delete from my wall if you can.
Dhanyawad sachcha se waqif karne ke liye.
did not explain the cause of the violence that broke out in the polling booth.