सितम्बर में नेपाल में हुई हिंसा का वीडियो लद्दाख  के हालिया संदर्भ से जोड़ कर भ्रामक दावे से वायरल…

False Social

इस वीडियो का लद्दाख में भाजपा के खिलाफ हुए प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है, यह नेपाल में हुई हिंसा के दौरान का वीडियो है।

लद्दाख में 24 सितंबर को हुई हिंसा से जोड़ कर इंटरनेट पर भ्रामक पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं। इसी संदर्भ में एक और वीडियो को वायरल किया गया है, जिसमें कई गाड़ियां जलती हुई दिखाई दे रही हैं। यह वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह लद्दाख का वीडियो है जहां पर भाजपा से नाराज हुए लोगों ने प्रदर्शन के दौरान गाड़ियों में आग लगा दी। वीडियो शेयर करते हुए यूज़र द्वारा लिखा गया है…

लद्दाख में बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन लोग उतरे महा आंदोलन पे

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो के छोटे – छोटे फ्रेम्स निकाल कर उसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें यहीं वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस जानकारी के साथ साझा किया हुआ मिला कि यह वीडियो सितम्बर में हुई नेपाल में हिंसा के दौरान की है। एक इंस्टाग्राम यूजर jamuadhakabihar ने 11 सितंबर को इस वीडियो को नेपाल का बताते हुए पोस्ट किया है।

Ashish Sharma नाम के फेसबुक यूज़र ने भी इस वीडियो को साझा करते हुए नेपाल का बताया है।

यूट्यूब पर भी कुछ यूज़र्स ने इस वीडियो को नेपाल में जेन जी के द्वारा किए गए प्रदर्शन का बताते हुए पोस्ट किया है जो 18 सितम्बर का है।

पड़ताल के दौरान हमें रेडिट की वेबसाइट पर भी यह वीडियो पोस्ट किया हुआ मिला है। इसके साथ लिखा है, “नेपाल में चल रहे “जेन जेड” विरोध प्रदर्शनों के बीच भयावह दृश्य सामने आ रहे हैं, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सब कुछ आग के हवाले कर दिया है।”

SA News Sikkim नाम की मीडिया हाउस ने भी नेपाल में हुई हिंसा के दौरान का बताते हुए यह वीडियो अपने फेसबुक और इंस्टा पेज पर 10 सितम्बर 2025 को पोस्ट किया है। कैप्शन के अनुसार, वीडियो नेपाल में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान का है जब सोशल मीडिया पर प्रतिबंध को लेकर गुस्सा भड़कने पर सिंह दरबार के पास वाहनों में आग लगा दी गई थी। 

इस बारे में और अधिक स्पष्टीकरण के लिए हमने नेपाल के कुछ स्थानीय लोगों से संपर्क किया। उनके माध्यम से वायरल वीडियो को लेकर यहीं स्पष्टीकरण मिला कि यह नेपाल का ही वीडियो है जब सितम्बर में जेन जी ने प्रोटेस्ट किया था और कई सरकारी सम्पत्तियों के साथ सड़क किनारे खड़ी कई गाड़ियों को आग लगाई गई थी। वीडियो लद्दाख का नहीं है।

लेह में 24 सितंबर को हुई हिंसा में चार लोगों की मौत के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था। धीरे-धीरे हालात सामान्य होने लगे हैं। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने कर्फ्यू में सात घंटे की ढील दी है। इसके बाद बाजार खुलने लगे और लोगों अपने जरूरत के सामान लेने के लिए जाते हुए देखे गए। लेकिन अभी शहर में निषेधाज्ञा लागू है। इधर लेह हिंसा के बाद सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी जिस पर न्यायालय ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी। वांगचुक पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत मामला दर्ज है और उन्हें जोधपुर जेल भेजा गया है। उनकी पत्नी ने गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की थी।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। असल में यह वीडियो नेपाल में सितम्बर में हुई हिंसा के दौरान का है जिसे लद्दाख में हालिया संन्दर्भ से जोड़ कर भ्रामक दावा किया गया है।  

Avatar

Title:सितम्बर में नेपाल में हुई हिंसा का वीडियो लद्दाख के हालिया संदर्भ से जोड़ कर भ्रामक दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: False

Leave a Reply