झारखंड में हुई मॉक ड्रिल के वीडियो को यूपी  में नेपाल जैसे प्रदर्शन का बताकर झूठे दावे से वायरल…

False Social

सोशल मीडिया पर एक प्रदर्शन का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस वाले नजर आ रहे हैं। तभी एक पुलिस वाला लोगों पर कुछ फेंकता है और भीड़ तितर-बितर हो जाती है। वायरल वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि नेपाल की तरह यूपी में प्रदर्शन किया तो पुलिस ने लोगों को सबक सिखाया।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- भारत को नेपाल समझ रहे थे ,यहाँ बाबा जी का राज है…यूपी की पुलिस धुआँ धुआँ कर के छोड़ेंगे!

 फेसबुकआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया परिणाम में वायरल वीडियो  हमें 28 सितंबर 2025 को अपलोड किया गया एक यूट्यूब चैनल पर मिला।पोस्ट में  वायरल वीडियो में दिख रहे  लोगों को देखा जा सकता है।वीडियो के साथ जानकारी दी गई है कि  ये बोकारो के रितुडीह (रेडिटिह) इलाके में आयोजित पुलिस मॉक ड्रिल का है।

आगे वायरल वीडियो के बारे में सर्च करने पर हमें   sp_bokaro नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस मॉक ड्रिल से जुड़ी तस्वीरें मिली, जिसे 27 सितंबर 2025 को शेयर किया गया है।  पोस्ट के कैप्शन में लिखा हुआ है,”आगामी दशहरा पर्व 2025 के मद्देनज़र सेक्टर 12 स्थित पुलिस लाइन बोकारो के परेड मैदान तथा माराफारी थानांतर्गत रितुडीह, बोकारो में पुलिस अधीक्षक, बोकारो के समक्ष पुलिस उपा० (नगर), सार्जेंट मेजर 1 एवं 2, परिचारी एवं अन्य पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस के जवानों को किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने एवं दंगा विरोधी हालात पर काबू पाने का प्रशिक्षण दिया गया।”

मिली जानकारी की मदद लेते हुए अधिक सर्च करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें यहां, यहां और यहां पर मिली।  जिनमें कथित तौर पर दुर्गा पूजा से पहले बोकारो शहर पुलिस द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल का बताया गया है। https://www.youtube.com/watch?v=hVw_RNVDRcc&t=40s

आगे हमें  बोकारो पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 27 सितंबर को शेयर किए गए कई पोस्ट मिला,  जिनमें ऐसे वायरल वीडियो के दृश्य है। 

पोस्ट में बताया गया है कि पुलिस ने दशहरा 2025 से पहले दो जगहों – पुलिस लाइन सेक्टर 12 और रितुडीह – पर मॉक ड्रिल की। 

पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में आयोजित इस अभ्यास का उद्देश्य पुलिस कर्मियों को आपात स्थिति और संभावित दंगे की स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना था।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, झारखंड में एक मॉक ड्रिल का वीडियो उत्तर प्रदेश में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई के रूप में झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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Title:झारखंड में हुई मॉक ड्रिल के वीडियो को यूपी  में नेपाल जैसे प्रदर्शन का बताकर झूठे दावे से वायरल…

Fact Check By: Sarita Samal  

Result: False