
इन दिनों सोशल मंचो पर कई पुरानी तस्वीरों को वर्तमान के किसान आंदोलनों से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। कई राजनेताओं व मशहूर हस्तियों कि तस्वीरों को इस आंदोलन के तहत भ्रामक व गलत दावों के साथ साझा किया जा रहा है। पूर्व में भी ऐसी कई तस्वीरों का अनुसंधान फैक्ट क्रेसेंडो ने किया है। वर्तमान में किसान बिलों में संशोधन व किसानों के समर्थन को लेकर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व ब.स.पा की अध्यक्षा मायावती की एक तस्वीर वायरल होती पाई जा रही है, तस्वीर में ब.स.पा की अध्यक्षा मायावती उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ दिख रहीं हैं, इस तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक किसान कानून के संबद्ध में मायावती ने 8 दिसंबर को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की थी, व उन्हें किसान बिलों में संशोधन व किसानों के समर्थन हेतु एक ज्ञापन सौंपा था।
वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,
“आज दिनांक 08/12/2020 को बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री उ प्र बहन कुमारी मायावती जी ने राजभवन जाकर राज्यपाल आदरणीय आनंदी बेन पटेल जी को ज्ञापन सौंपती किसान आंदोलन में तीनों कानून मे बदलाव करके किसानों का साथ दे अथवा तीनों कानून में संशोधन कर किसानों की बात को स्वीकार करे।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही तस्वीर वर्ष 2019 की है, जब ब.स.पा की अध्यक्षा मायावती ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राज्य में बढ़ रहे अपराधों के सिलसिले में मुलाकात की थी।
जाँच की शुरूवात हमने वायरल हो रहे दावे को गूगल पर कीवर्ड सर्च के ज़रिये खोजने की कोशिश की , हमें वहाँ ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जो इस बात की पुष्टि कर रहा हो कि हाल ही में मायावती ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से किसान कानून के विषय में मुलाकात की। इसके पश्चात हमने वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रीवर्स इमेज सर्च किया तो परिणाम में हमें कई समाचार लेख मिले जिनमें इस तस्वीर को प्रकाशित किया गया था।
पत्रिका द्वारा प्रकाशित किये गये समाचार लेख के अनुसार बहुजन समाजवादी पार्टी की अध्यक्षा मायावती ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में राज्य में महिला उत्पीड़न व हत्या जैसे अपराध के विषय में बातचीत की व उन्हें ज्ञापन भी सौंपा। यह लेख 7 दिसंबर 2019 को प्रकाशित किया गया है।
इसके पश्चात और अधिक जाँच करने पर हमें ए.एन.यू.पी द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला जो मायावती और आनंदीबेन पटेल की मुलाकात के विषय में जानकारी दे रहा है। ट्वीट में लिखा है कि, “लखनऊ: महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने आज राजभवन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की।“ यह ट्वीट 7 दिसंबर 2019 को किया गया है।
तदनंतर हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें वहाँ पर ए.बी.पी न्यूज़ हिंदी नामक एक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो प्रसारित किया हुआ मिला। उस वीडियों में आप ब.स.पा अध्यक्षा मायावती को आनंदीबेन पटेल से भेंट के पश्चात पत्रकारों को इंटरव्यूह देते हुए देख सकते है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वायरल हो रही तस्वीर वर्ष 2019 की है, जब ब.स.पा की अध्यक्षा मायावती ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राज्य में बढ़ रहे अपराधों के सिलसिले में मुलाकात की थी।
किसान आंदोलन के संबन्ध में फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :
१. 2016 के वीडियो को वर्तमान के किसान आंदोलन का बता वायरल किया जा रहा है।

Title:क्या मायावती ने वर्तमान किसान बिलों को लेकर उ.प्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा? जानिए सच…
Fact Check By: Rashi JainResult: False
