
फ्रांस में हुई एक शिक्षक की हत्या व उसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति की टिप्पणी को लेकर दुनिया भर में मुस्लिम समुदाई के लोग फ्रांस के खिलाफ आंदोलन कर रहे है। इन्हीं सब के चलते सोशल मंचों पर गलत व भ्रामक वायरल खबरों का भंडार लगा हुआ है। फैक्ट क्रेसेंडो ने फ्रांस की वर्तमान स्थिति पर गहन अध्ययन कर कई फेक व भ्रामक खबरों का अनुसंधान किया है। इन्हीं गलत व भ्रामक दावों की श्रृंखला में वर्तमान में सोशल मंचों पर एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है। तस्वीर में हम कई लाख लोगों की भीड़ को देख सकते है। तस्वीर में सामने की तरफ एक शख्स को आप एक व्यक्ति की तस्वीर पकड़े खड़े हुए देख सकते है। तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक ईरान के लोग फ्रांस के खिलाफ आंदोलन कर रहे है।
तस्वीर के शीर्षक में लिखा है, “आज ईरान में फ्रांस के खिलाफ उमड़ा जनसैलाब।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
वायरल हो रही तस्वीर जून १९८९ से है, इस तस्वीर में हम ईरान के धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार में शामिल हुई भीड़ को देख रहे है। धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी का निधन ३ जून १९८९ को हुआ था। तस्वीर का फ्रांस के खिलाफ हो रहे आंदोलन से कोई संबन्ध नहीं है। |
सबसे पहले हमने वायरल हो रही तस्वीर की जाँच गूगल रीवर्स इमेज सर्च के ज़रिये की तो हमें यह तस्वीर गेट्टी इमेजेज की वैबसाईट पर प्रकाशित की हुई मिली। तस्वीर को 5 जून 1989 को प्रकाशित किया गया था। इस तस्वीर के शीर्षक में लिखा है,
“अयातुल्ला खुमैनी का अंतिम संस्कार। ईरानी लोग पूर्व ईरानी धर्मगुरु और तानाशाह अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार में अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं, जिनका जन्म रुहुल्लाह मौसवी से हुआ था, जिनकी जून 1989 में प्रोस्टेट कैंसर से मृत्यु हो गई थी। (फोटो रेगेस बुस्सु (सगमा गेटी इमेज के माध्यम से)”
Embed from Getty Imagesइसके पश्चात उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड सर्च के माध्यम से अधिक जानकारी हासिल करने की कोशिश की तो हमें कुछ समाचार लेख मिले जिन्होंने वायरल हो रही इस तस्वीर को प्रकाशित करते हुए इस बात की पुष्टि की कि यह तस्वीर धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार की है। उन समाचार लेखों में खासतौर पर ये जानकारी दी गयी है कि धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार को गिनीज वलर्ड रेकोर्ड की किताब में अंतिम संस्कार में प्रतिभागियों की सबसे बड़ी संख्या के लिए शामिल किया गया है।
तदनंतर हमने कीवर्ड सर्च के ज़रिये हमें गिनीज वर्ल्ड रेकोर्ड का एक लेख मिला जिसमें उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार को गिनीज वलर्ड रेकोर्ड की किताब में शामिल किया गया है।
जाँच के दौरान हमें ए.पी न्यूज़ के आर्काइव में अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार के यूट्यूब वीडियो भी मिले।
इन वीडियो में वायरल हो रही तस्वीर से मिलते- जुलते कई दृष्य है।
धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार की और भी तस्वीरें गेट्टी इमेजेज ने प्रकाशित की है।
Embed from Getty Imagesनिष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत है। वायरल हो रही तस्वीर ईरान के धर्मगुरू अयातुल्ला खुमैनी की अंतिम यात्रा में शामिल हुई भीड़ की है। आपको बता दें कि उनका निधन ३ जून १९८९ को हुआ था। इस तस्वीर का फ्रांस के खिलाफ हो रहे आंदोलन से कोई संबन्ध नहीं है।

Title:ईरान में जून १९८९ को धर्मगुरु अयातुल्ला खुमैनी के अंतिम संस्कार में शामिल हुई भीड़ को वर्तमान फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन का बता वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
