
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को दिल्ली करोलबाग़ में पुलिस व आतंकवादियों के बीच हुई हालिया मुटभेड़ का बता इस दावे ये साथ फैलाया जा रहा है कि दिल्ली करोलबाग के गफ्फार बाजार में एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है | वायरल वीडियो में, दिल्ली पुलिस की पीसीआर वैन को एक बिल्डिंग के सामने खड़ा देखा जा सकता है, जहाँ से एक कैमरामैन निकलता है, जिसके पीछे एक व्यक्ति जिसे कथित तौर पर आतंकवादी बताया जा रहा है वो पुलिस अधिकारियों से घिरा हुआ है |
वीडियो रिकॉर्ड करने वाले व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि, “लाइव देखें, आतंकवादी का सामना किया जा रहा है। मैंने यह वीडियो गफ्फार मार्केट में बनाया है। यहां देखें, आप एक कैमरामैन को देख सकते हैं। आप देख सकते हैं कि कैसे पुलिस एक आतंकवादी ले जा रहे हैं जिसके पास हथियार और बम भी हो सकता है | यह देखिए, यह गफ्फार मार्केट है जहाँ पुलिस ने आतंकवादी को गोली भी मारी है |”
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “दिल्ली के करोल बाग की गफ्फार मार्केट में एक आतंकी पकड़ा गया है |”
फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात फैक्ट क्रेसेंडो ने दिल्ली के डी.सी.पी सेंट्रल के ऑफिस से संपर्क करने से की, जहाँ से हमें बताया कि “सोशल मीडिया पर चल रहे दावे गलत है | यह वीडियो असल में २९ जनवरी २०२० को हुये एक मॉक ड्रिल का है | इस घटना के बारें में डी.सी.पी सेंट्रल दिल्ली ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट भी जारी किया है |”
तद्पश्चात हम डी.सी.पी सेंट्रल दिल्ली के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर गए जहाँ हमने पाया कि उन्होंने एक पत्रकार द्वारा साझा की गयी खबर को रिट्वीट किया है | इस ट्वीट में लिखा गया है कि “दिल्ली की करोल बाग मार्किट में आज २९ जनवरी २०२० को दिल्ली पुलिस की तरफ से मॉकड्रिल का आयोजन किया गया था, 15 अगस्त से पहले अकसर इस तरह के मॉकड्रिल होते है इस मॉकड्रिल में तीन डमी आतंकियों को पुलिस द्वारा पकड़ कर ले जाते हुये देखा जा सकता है |”
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो दिल्ली के करोल बाग़ में हुए मॉक ड्रिल का है जिसे यह कहते हुए फैलाया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने वास्तव में एक आतंकवादी पकड़ा है |

Title:दिल्ली के करोलबाग़ में हुए एक मॉक ड्रिल के वीडियो को हालिया वास्तविक घटना बता फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
