मध्य प्रदेश के धार जिले में साधुओं को पीटाने के वीडियो को गलत दावे के साथ दिल्ली का बता वायरल किया जा रहा है।

False Social

इन दिनों इंटरनेट पर एक वीडियो काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है उस वीडियो में आप कुछ लोगों को गाड़ी में बैठे साधुओं को पीटते हुये देख सकते है। वीडियो में लोगों की बाते सुनकर यह प्रतीत होता है कि ये साधु कथित तौर पर बच्चा चोर है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि लोगों ने दिल्ली में बच्चा चोर साधुओं को पकड़ा व उनकी पीटाई की।

वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,

साधु के भेष में बच्चा चोर।”

फेसबुक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहे वीडियो में घट रही घटना मध्य प्रदेश के धार जिले की है व वीडियो में दिख रहे साधु बच्चा चोर नहीं है।

जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे वीडियो को इनवीड- वी वैरिफाइ टूल के माध्यम से छोटे – छोटे कीफ्रेम्स में काटकर गूगल पर रीवर्स इमेज सर्च कर की, परिणाम में हमें वीडियो में दिख रहे दृश्य की एक तस्वीर झी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ द्वारा इस वर्ष 20 जुलाई को प्रकाशित किये गये समाचार लेख में प्रकाशित की हुयी मिली। लेख के मुताबिक वीडियो में घट रही घटना मध्य प्रदेश के धार जिले की है। धार ज़िले में स्थित पीथमपुर के पास गाड़ी में सवार साधुओं को कुछ लोगों ने बच्चा चोर समझ कर उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद इन साधुओं को धार के पीथमपुर सेक्टर1 थाने ले जाया गया व वहाँ उनकी पूछताछ की गयी जिसमें ये सामने आया कि वे बच्चा चोर नहीं है। वे मध्य प्रदेश स्थित रतलाम की ओर से पीथमपुर होते हुये इंदौर जा रहे थे। पूछताछ के बाद पुलिस ने जिन लोगों ने साधुओं को पीटा था उनपर मामला दर्ज किया था।

आर्काइव लिंक

इसके बाद हमने उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुये यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया व वायरल हो रहे वीडियो को खोजा, नतीजतन हमें यही वीडियो द ज़ेड प्लस नामक एक वैरिफाइड यूट्यूब चैनल पर इस वर्ष 20 जुलाई को प्रसारित किया हुआ मिला। वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “एम.पी में साधुओं ने बच्चों से रास्ता पुछा लोगों ने बच्चा चोर समझकर कुट दिया, वीडियो वायरल।“

इस वीडियो में दी गयी रिपोर्ट के अनुसार गाड़ी में सवार कुछ साधुओं ने बच्चों से रास्ता पुछा व वे बच्चे उन साधुओं से डर कर भाग गये। इस प्रकरण को देखकर लोगों ने साधुओं को बच्चा चोर समझ लिया व उनकी पिटाई कर दी। इस वीडियो में धार के ए.एस.पी देवेंद्र पाटीदार को इस मामले के बारे में जानकारी देते हुये आप देख सकते है। 

तदनंतर उपरोक्त सारे सबूतों की पुष्टि करने हेतु फैक्ट क्रेसेंडो ने धार के ए.एस.पी देवेंद्र पाटीदार से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि, “वायरल हो रहा दावा गलत है। यह वीडियो दिल्ली का नहीं बल्की मध्य प्रदेश के धार ज़िले का है। यह घटना लगभग एक महीने पहले घटी थी और इस मामले की जाँच के दौरान हमने पाया कि ये साधु बच्चा चोर नहीं थे। लोगों को गलत फहमी हो गयी थी जिसकी वजह से उन्होंने साधुओं की पिटाई कर दी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। वीडियो में घट रही घटना मध्य प्रदेश के धार जिले की है व वीडियो में दिख रहे साधु बच्चा चोर नहीं है।

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Title:मध्य प्रदेश के धार जिले में साधुओं को पीटाने के वीडियो को गलत दावे के साथ दिल्ली का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: False